Sunday, 27 September 2020

बसपा से जुड़ने के लिए सतीश मिश्रा ने ब्राह्मणों में फूंका बिगूल

बसपा से जुड़ने के लिए सतीश मिश्रा ने ब्राह्मणों में फूंका बिगूल

पुलिसएनकाउंट के नाम पर ब्राह्मणों की हत्या कर रही है

सरकार रेल से लेकर तेल बेचने में मशगूल : सतीश मिश्रा

कृषि विधेयक को बताया किसानों की बजाय पूंजीपतियों का हितैषी

सपा गुंडों की पार्टी है : महेन्द्र कुमार पांडेय

भाजपा सरकार पूरी तरह से फेल इसलिए उठाया कृष्ण जन्मभूमि का मुद्दा

सुरेश गांधी

वाराणसी-टुंडला। बहुजन माज पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश मिश्रा ने टूंडला में उपचुनाव के मद्देनजर सत्कार मैरिज हॉल में आयोजित सम्मेलन में रविवार को केंद्र प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा। कहा, ना कृषि विधेयक किसानों की नहीं बल्कि पूंजीपतियों का हितैषी है। श्री मिश्रा रविवार को टूंडला विस सीट के उपचुनाव तैयारी के बीच बसपा पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे।

 

राष्ट्री महासचिव राज्यसभा सदस्य सतीश मिश्रा ने बिकरू कांड का नाम लिए बगैर कहा विकास दुबे के एंकाउंटर एक सोची-समझी रणनीति का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अराजकता की सारी सीमाएं पार हो चुकी हैं। महिलाओं के साथ बलात्कार, छेड़खानी तो हो ही रही है साथ ही दिनदहाड़े हत्याएं होना आम बात हो गई है।ब्राह्मणों की खुलेआम हत्याएं हो रही हैं। पुलिस एनकाउंटर के नाम पर ब्राह्मणों की हत्या कर रही है। ब्राह्मण अधिकारियों का उत्पीड़न हो रहा है। सात दिन पूर्व ब्याह कर आई लड़की को परेशान किया जा रहा है। एक नाबालिग को पुलिस ने एनकाउंटर दिखाकर मार दिया। चुन चुन कर ब्राह्मण परेशान किये जा रहे हैं। फीरोजाबाद में भी एक ब्राह्मण युवक की हत्या हुई, लेकिन अब तक हत्यारे फरार हैं। उन्होंने कहा कि आज समय की मांग है कि ब्राह्मण समाज एक बार फिर से उठ खड़ा हो।

श्री मिश्रा ने कहा कि ब्राह्मण बुद्धजीवी होता है और बुद्धि से काम लेते हैं। हाथ में बंदूक गोली हो, परंतु आप अपनी वाणी और दिमाग से काम लेते हैं। आज समय गया है कि आप अपने दिमाग का इस्तेमाल करें। उन्होंने कहा कि 2002 में पांच ब्राह्मण समाज के लोग ही चुनकर विधानसभा पहुंचे थे। उसमें भी दो बसपा के थे। मायावती ने उन्हें महाधिवक्ता बनाया। जब मायाती ने इस्तीफा दिया तो भाजपा की केन्द्र सरकार ने उन्हें फंसाने के तमाम कुचक्र रचे और उन्हें तरह-तरह से डराने का काम किया। परंतु भाजपा शायद यह भूल जाती है कि मायावती कभी किसी से नहीं डरती। उन्होंने कहा कि उसके बाद प्रदेश में सपा की सरकार आई। जिसने भी ब्राह्मण समाज के उत्पीड़न में कोई कसर नहीं छोड़ी। कन्नौज के नीरज मिश्रा जो बसपा के नौजवान नेता थे, उनकी हत्या कराई गई।

श्री मिश्रा ने कहा कि भाजपा सरकार में ब्राह्मण समाज के लोगों पर अत्याचार हो रहा है। ब्राह्मण समाज लावारिस नहीं है। प्रदेश में 15 प्रतिशत है। बहुजन समाज पार्टी पूरी तरह से ब्राह्मण समाज के साथ है। उन्होंने कहा कि बसपा की सरकार में ब्राह्मणों को सम्मान दिया गया। डीजीपी से लेकर प्रमुख सचिव तक ब्राह्मण बनाए गए। विस में ब्राह्मणों की सबसे अधिक संख्या बसपा सरकार में ही थी। केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि रेल से लेकर तेल कंपनियों तक को बेचा जा रहा है। हर साल दो करोड़ नौकरियों के वादा करने वाली भाजपा सरकार अब युवाओं को बेरोजगार कर रही हैं। श्री मिश्रा ने कहा कि राम मंदिर भाजपा नहीं सुप्रीम कोर्ट के आदेश ने बनवाया। भाजपा चाहती तो अध्यादेश लाकर राम मंदिर का निर्माण कराती। आज राम को वोट के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है।

श्री मिश्रा के करीबी रोहनिया से वुव लड़ चुके महेन्द्र कुमार पांडेय ने कहा कि समाजवादी पार्टी गुंडों की पार्टी है। ब्राह्मण इतना प्रताणित है कि वह 15 प्रतिशत से 45 प्रतिशत अन्य लोगों को जोड़कर प्रदेश में बसपा की सरकार बनाने का काम करेगा। कृषि बिल के संबंध में उन्होंने कहा कि ये पैसे वालों के लिए है। न्यूनतम समर्थन मूल्य की जगह अब पैसे वाले अपने हिसाब से फसल खरीदेंगे। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार में किसान, मजदूर, बेरोजगार, महिलाएं सभी परेशान हैं। इसलिए कृष्ण जन्म भूमि का मुद्दा उठाया जा रहा है। भाजपा के पास कोई नीति और कार्यक्रम नहीं है। सम्मेलन को पूर्व मंत्री नकुल दुबे, सतीश मिश्रा के करीबी सेवापुरी विधानसभा से चुनाव लड़ चुके महेन्द्र कुमार पांडेय, आदित्य पांडेय सहित कई स्थानीय नेताओं ने भी संबोधित किया। अध्यक्षता बसपा प्रत्याशी संजीव चक ने किया। संचालन पूर्व विधायक राज कुमार रावत ने किया।

 

Saturday, 19 September 2020

निर्वेंद्र मिश्रा के हत्यारों को सजा दिलाने तक बसपा करेंगी संघर्ष

निर्वेंद्र मिश्रा के हत्यारों को सजा दिलाने तक बसपा करेंगी संघर्ष

 सतीश मिश्रा हाईकोर्ट में दाखिल करेंगे पीआईएल

मायावती के निर्देश पर पूर्व कैबिनेट मंत्री नकुल दुबे के नेतृत्व में परिजनों से मिला प्रतिनिधिमंडल

आर्थिक मदद के साथ ही हरसंभव सम्मान दिलाने हत्यारों को सजा दिलाने का आश्वासन

आखिर ब्राह्मणों की ही क्यों हो रही है हत्याएं : महेन्द्र कुमार पांडेय

सुरेश गांधी

वाराणसी-लखीमपुर खीरी। निघासन विधानसभा सीट से दो बार निर्दलीय एवं एक बार सपा से विधायक रहे 75 वर्षीय निर्वेंद्रकुमार मिश्रा उर्फ मुन्ना की हत्या के मामले में एक पखवारे बाद भी कार्रवाई होने पर लोगों में जबरदस्त आक्रोश है।कार्रवाई की मांग को लेकर अनवरत धरना-प्रदर्शन जारी है। इसी कड़ी में बसपा सुप्रीमों बहन मायावती एवं राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा के निर्देश पर पूर्व कैबिनेट मंत्री नकुल दुबे के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल पलिया तहसील के त्रिकोलिया पढुआ स्थित स्वर्गीय मिश्रा के आवास पर जाकर परिजनों से मिला। प्रतिनिधिमंडल ने उनके पुत्र संजीव मिश्रा को आर्थिक मदद करने के साथ ही उन्हें आश्वासन दिया कि अगर जल्द ही हत्यारों की गिरफ्तारी और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं किया गया तो हाईकोर्ट में पीआईएल दाखिल किया जायेगा। पीआईएल की पैरवी सतीश मिश्रा निशुल्क करेंगे।

प्रतिनिधि मंडल में प्रमुख रुप से पंडित सतीश मिश्रा के करीबी एवं सेवापुरी विधानसभा से चुनाव लड़ चुके महेन्द्र कुमार पांडेय, प्रतापगढ़ के पूर्व विधायक रामशिरोमणि शुक्ला, पूर्व विधायक फतेहपुर आदित्य पांडेय, नरेन्द्र त्रिपाठी आदि शामिल थे। इस दौरान तीन दिन पूर्व छात्रनेता अंकित बाजपेयी की हत्या किए जाने के मामले में प्रतिनिधिमंडल उनके गांव गोला गोकरन लखीमपुर में जाकर परिजनों से मिला और आर्थिक मदद के साथ ही न्याय दिलाने का आश्वासन दिया। श्री महेन्द्र कुमार पांडेय ने बताया कि 6 सितम्बर रविवार को दबंगों ने निवेन्द्र की पीट-पीटकर हत्या कर दी। दबंगों की पिटाई से मृतक पूर्व विधायक के बेटे को भी गंभीर चोटें आई। लेकिन घटना के 14 दिन बाद भी प्रशासन द्वारा दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं किया गया, जिससे लोगों में आक्रोश है, अनवरत धरना-प्रदर्शन जारी है।

श्री पांडेय ने कहा कि यूपी की जनता क़ानून-व्यवस्था पर चिंतित और भयभीत है। पुलिस की उपस्थिति में जगह-जगह दिनदहाड़े हत्याएं हो रही है। लखीमपुर में तीन बार के विधायक रहे श्री निर्वेन्द्र मुन्ना जी की निर्मम हत्या उनके पुत्र पर हुए क़ातिलाना हमले से प्रदेश हिल गया है। लेकिन सरकार को कोई चिंता नहीं है। श्री पांडेय ने योगी सरकार से की दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि पूर्व विधायक निर्वेन्द्र कुमार मिश्र उर्फ मुन्ना की निर्मम हत्या इसी जिले में छात्रा की दुष्कर्म के बाद फन्दा लगाकर की गई हत्या की घटनायें अति-दुःखद चिन्ताजनक है। सरकार दोषियों के खिलाफ ऐसी सख्त कार्रवाई करे जिससे ऐसी दर्दनाक घटनायें प्रदेश में रूकें। व्यवस्था को देखकर आज मन अत्यंत दुःखी है। लखीमपुर में 15 दिनों में हत्याओं का अंबार है। कानून का राज समाप्त हो चुका है। महामहिम राज्यपाल महोदया से अपील है कि ऐसी सरकार को अविलंब बर्खास्त करें। स्वर्गीय मिश्रा के बेटे का आरोप है कि हमले में जब पिताजी गिर गए तो लोगों ने हमलावरों को पकड़ लिया। वे उन्हें घर ले आए, लेकिन सीओ पलिया कुलदीप कुकरेती ने मौके पर पहुंचकर हमलावरों को छुड़ा लिया। पुलिस की इस कार्यशैली को लेकर क्षेत्र वासियों में भारी रोष व्याप्त है। श्री पांडेय ने कहा कि पूर्व विधायक निर्वेंद्र कुमार मुन्ना वर्ष 1989, 1991 में निर्दलीय और 1993 में सपा से निघासन विधानसभा से विधायक रहे। वे क्षेत्रीय जन समस्याओं को लेकर करीब 50 बार धरना प्रदर्शन एवं अमरण अनशन करने के चलते क्षेत्र में काफी लोकप्रिय थे। विधायक रहते हुए बेलरायां रेलवे स्टेशन पर हजारों लोगो के साथ किए गए अनशन की गूंज विधानसभा तक में खूब गूंजी थी। इस केस में राधेश्याम गुप्ता, किशन गुप्ता, रिंकल गुप्ता, अनुराग गुप्ता, समीर गुप्ता के खिलाफ धारा 147, 148, 149, 323, 302 के तहत केस दर्ज किया गया। लेकिन कार्रवाई अभी तक नहीं किया गया है।

इस दौरान धरना स्थल पहुंचे श्री नकुल दुबे श्री महेन्द्र कुमार पांडेय ने विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों के बीच न्याय के योद्धा को न्याय दिलानेका नारा भी लगाया। श्री पांडेय ने कहा कि अफसोस है कि निवेन्द्र ने पूरी जिंदगी लोगों को न्याय दिलाने का काम किया, लेकिन अब उनके मरणोपरांत उनको ही न्याय नहीं मिल रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन ने पिता की हत्या कराई है और जब तक दोषी सीओ की गिरतारी और फरार हुए अन्य आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता है तब तक धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि हत्या के अभियुक्तों की गिरफ्तारी के साथ दोषी पुलिस कर्मियों पर ठोस कार्यवाही के लिए जब तक सही न्याय नही मिलेगा तब तक  बसपा चैन से नहीं बैठेगी।