Saturday, 30 April 2022

सौ दिन में एक लाख उद्यमियों को देंगे ऋण : राकेश सचान

सौ दिन में एक लाख उद्यमियों को देंगे ऋण : राकेश सचान

उद्यमी महासम्मेलन में पूर्वांचल के औद्योगिक विकास पर मंथन

सुरेश गांधी

वाराणसी। शहर के रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर, सिगरा में इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (आइआइए) के तत्वावधान में शुक्रवार को उद्यमी महासम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन में वाराणसी, भदोही, मिर्जापुर, चंदौली, जौनपुर सहित पूरे पूर्वांचल के उद्यमियों की समस्याओं पर गंभीरता पूर्वक मंथन किया गया। सम्मेलन के मुख्य अतिथि एमएसएमई मंत्री राकेश सचान ने कहा कि आने वाले 100 दिन में अभियान चलाकर 100000 उद्यमियों को ऋण दिया जाएगा। पीपीपी मॉडल पर छोटे औद्योगिक क्षेत्र से बसाएं जाएंगे। इसके लिए सब्सिडी का भी प्रावधान किया गया है। यह सब नई औद्योगिक नीति के तहत किया जायेगा।

महा सम्मेलन का शुभारंभ एमएसएसइ मंत्री राकेश सचान, राज्य मंत्री रविंद्र जायसवाल, डॉ दयाशंकर मिश्र दयालु, पुलिस आयुक्त सतीश गणेश, कमिश्नर दीपक अग्रवाल, आईआईए के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक अग्रवाल और आईआईए के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आरके चौधरी ने दीप प्रज्जवलित कर किया। इस मौके पर श्री सचान ने कहा कि 5 साल के अंदर पूर्वांचल में बड़ा बदलाव आया और विकसित हुआ है।


वाराणसी सहित पूर्वांचल में फूड प्रोसेसिंग का बड़ा काम हो सकता है। हथकरघा में बहुत अच्छा उत्पादन हो रहा है। टूरिज्म में बड़ा बदलाव आया है। खासकर बाबा विश्वनाथ धाम बनने से टूरिज्म 10 गुना बढ़ा है। उन्होंने कहा कि काशी ही नहीं बल्कि पूरे पूर्वांचल में औद्योगिक विकास का जाल बिछाया जायेगा। इस मौके पर कारपेट इंडस्ट्री की ओर से एकमाध्यक्ष ओंकारनाथ मिश्रा, पूर्व अध्यक्ष रवि पाटोदिया, सीपीसी के पूर्व सदस्य संजय गुप्ता, आलोक बरनवाल, सुजीत जायसवाल ने समस्याएं रखी, जिस पर मंत्री ने यथाशीघ्र निस्तारण का आश्वासन दिया।

इंफ्रास्ट्रक्चर सहित 11 बिन्दुओं पर चर्चा

महासम्मेलन में प्रमुख 11 बिंदुओं जैसे इंफ्रास्ट्रक्चर, स्टांप शुल्क, खाद्य प्रसंस्करण, विद्युत, निर्यात, टूरिज्म, प्रदूषण, बैंक और भारी उद्योग, रामनगर औद्योगिक क्षेत्र पर विस्तार से मंथन किया गया। राज्य मंत्री मंत्री रविंद्र जायसवाल और डॉक्टर दयाशंकर मिश्रा दयालु ने उद्यमियों को भरोसा दिलाया कि औद्योगिक विकास में धन की कमी आड़े नहीं आयेगी, सरकार औद्योगिक विकास निर्यात बढ़ाने के लिए संकल्पित है। कमिश्नर दीपक अग्रवाल, पुलिस आयुक्त सतीश गणेश और चंदौली जिलाधिकारी संजीव सिंह ने उद्यमियों की प्रमुख समस्याओं और सुझाव पर हर संभव निदान का आश्वासन दिया।

सम्मानित किए गए उद्यमी अधिकारी

इस मौके पर मंत्रियों द्वारा मंच पर पद्मश्री जीआई विशेषज्ञ रजनीकांत उपाध्याय, पद्मश्री किसान चंद्रशेखर सिंह, मंत्री राकेश सचान, रवीन्द्र जायसवाल, दयालू सहित कमिश्नर दीपक अग्रवाल, पुलिस आयुक्त सतीश गणेश, जिलाधिकारी चंदौली संजीव सिंह, ज्वाइंट कमिश्नर उद्योग उमेश सिंह, एकमाध्यक्ष ओकारनाथ मिश्रा, अहसन रउफ खान मुन्ना, अशोक गुप्ता, अनुपम देवा, श्रीनारायण खेमका, प्रेम मिश्रा, अनुज डीडवानिया, मनीष चौबे, अशोक जयसवाल, अजय जयसवाल, रजनीश कनौजिया, मनीष गुप्ता आदि को स्मृति चिन्ह अंगवस्त्रम देकर सम्मानित किया गया।

फ्री होल्ड हो भूमि ताकि लग सके इकाइयां

आईआईए के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आरके चौधरी ने कहा कि औद्योगिक भूमि को फ्री होल्ड किया जाएं। यूपीएसआईडीसी, डीआई, यूपीएसआईसी या अन्य प्राधिकरण इंपावरमेंट ट्रस्ट की भूमि को फ्री होल्ड करने से उद्योगों को होने वाली कठिनाइयों से मुक्ति मिलेगी। मूल आवंटन मूल्य का 15 फीसदी से लेकर बिना भू उपयोग परिवर्तन की शर्त के साथ लीज होल्ड औद्योगिक भूमि को फ्री होल्ड कर उद्यमियों की मांग पूरी की जाएं। क्योंकि पूर्वांचल में इकाइयां स्थापित होंगी तो निवेश बढ़ेगा।

रिंग रोड के किनारे खुलेंगे बाजार और लगाए जाएंगे उद्योग

स्टांप एवं पंजीयन राज्यमंत्री रवींद्र जायसवाल ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश में उद्योग लगाना आसान बनाने के लिए उद्यमियों को पूर्वांचल और बुंदेलखंड में 100 प्रतिशत स्टांप शुल्क में छूट देने की मांग मान ली है। इतना ही नहीं, स्टांप शुल्क से छूट मिलने की प्रक्रिया का सरलीकरण भी किया जाएगा।

बता दें, उद्यमियों की ओर से स्टांप में छूट इकाई स्थापित होने के बाद बैंक गारंटी जारी कराने की प्रक्रिया को आसान कराने की मांग की गई थी। उद्यमियों की ओर से स्टांप छूट की प्रक्रिया निवेश पोर्टल के माध्यम से आइनलान करने की मांग की गई, ताकि कार्यालयों के चक्कर लगाने पड़े। मंत्री ने बताया कि सरकार ने 100 दिन के रोडमैप में इन सभी मांगों को शामिल किया है। बनारस में रिंगरोड के किनारे 40 किलोमीटर तक प्रति दो किमी पर हर सेक्टर के उद्योग लगाए जाएंगे और बाजार खोले जाएंगे। इसके लिए गुजरात की कंपनी डीपीआर बना रही है। ऐसा होने के बाद काशी उद्योग और बाजार की राजधानी बन जाएगी।

शहर से जाम की समस्या भी दूर होगी। रवींद्र जायसवाल ने कहा कि उद्यमियों के बल पर ही आज हम सभी को निशुल्क वैक्सीन, उपचार जांच की सुविधा दे रहे हैं। ऐसे में सरकार भी उद्योगों को बढ़ावा देने की दिशा में अग्रसर है। कोई निजी जमीन पर उद्योग खोलना चाहता है, तो स्टांप में शत प्रतिशत छूट मिलेगी।

 

Tuesday, 26 April 2022

’चहक’ अभियान में गरजे नन्हें-मुन्ने, हम भी बनेंगे स्मार्ट

चहक’ अभिया में गरजे नन्हें-मुन्नेहम भी बनेंगे स्मार्ट

स्कूल चलो अभियान रैली तथा बाल वाटिका स्कूल रेडिनेस कार्यक्रमचहकका शुभारंभ

सुरेश गांधी

दुद्धी-वाराणसी। सरकारी स्कूलों मे नन्हें-मुन्ने बच्चे अब सिर्फ खेल-खेल में गणित का ज्ञान सिखने लगे है, बल्कि पढाई-लिखाई से लेकर रहन-सहन तक में स्मार्ट होने का हुनर सिखने लगे है। प्रार्थना हो या बालगीत या फिर अपने आस-पास के जानवरों की आवाज निकालना हो या मोड़-तोड़कर कागज की गेंद बनाना, हथेली से नापकर बड़ी छोटी वस्तुओं के नाम बताना, ध्वनि पहचानना, मुक्त चित्रकारी, कहानियों के माध्यम से किसी के बारे में जानना सीखना, मिट्टी पर आकृतियां बनाना, अंगूठे की छाप से आकृतियां बनाना हो, सब बड़े ही चाव से समझने लगे है। इन्हीं निपुणताओं को और गहराईयों से जानने के लिए शासन की ओर से संचालित चहक कार्यक्रम के तहत प्राथमिक विद्यालय कलकलीबहरा (प्रथम) दुद्धी- सोनभद्र मेंस्कूल चलो अभियानके तहत विद्यालय के नन्हें-मुन्ने बच्चे एवं उनके अभिभावकों और माताओं ने बैंडबाजों की धून के बीच जुलूस निकाला।

जुलूस में शामिल बच्चेअब हम भी बनेंगे स्मार्ट जैसे नारे लगा रहे थे। मकसद था बच्चों द्वारा शत-प्रतिशत नामांकन सुनिश्चित करने उनके अभिभावकों को जागरुक करना। बच्चों के हाथों में लिखी तख्तियों परनामांकन एक सामाजिक उत्सवके रूप में सोन पड़ेगा सोन बढ़ेगा, सर्व शिक्षा अभियान, स्कूल चलो के नारे अंकित थे। जुलूस स्कूल परिसर से शुरु होकर गांव की पगडंडियों से घूमते हुए स्कूल पहुंचकर समाप्त हो गया। इस दौरान बच्चों की माताएं सामूहिक रूप से नुक्कड़ नृत्य नाटक के जरिए लोगों को सिर्फ जागरूक करती चल रही थी, बल्कि 6 वर्ष से ऊपर बच्चों को विद्यालय भेंजकर नाम लिखवाने की अपील भी करती दिखी। जुलूस एवंराष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 निपुण भारत के अंतर्गत बाल वाटिका कार्यक्रमचहकका का शुभारंभ नगर पंचायत अध्यक्ष राज कुमार अग्रहरी, एसएमसी अध्यक्ष विनोद कुमार, ग्रामप्रधान सुरेश चंद तथा खंड शिक्षा अधिकारी आलोक कुमार, प्रधानाध्यापिका वर्षा रानी जायसवाल ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

इस दौरान कक्षा 1 में नामांकित बच्चों को सहज करते हुए तिलक लगाकर कॉपी, पेन, पेंसिल, रबर, कटर, मास्क तथा गुब्बारे देकर उनका सहृदयतापूर्वक स्वागत किया गया। एआरपी श्रवण सर विद्यालय की गौरवपूर्ण उपलब्धियां सांझा करते हुए कक्षा-1 में 12 सप्ताह की गतिविधियों का कैलेंडर द्वारा संचालन पर प्रकाश डाला। एआरपी अखिलेश सर ने समुदाय के वास्तविक जुड़ाव तथा बच्चों के कोमल बाल मन को सक्रियता के साथ विकास करने के लिए प्रेरित किया। एआरपी संतोष सिंह ने कुशल प्रशिक्षित शिक्षकों के द्वारा बच्चों को रुचि पूर्ण शिक्षा देने के लिए अभिप्रेरित किया। इस मौके पर समाजसेवी बालकृष्ण जायसवाल ने कहा कि शिक्षा रूपी वृक्ष को मजबूत बनाने के लिए इसकी जड़ बुनियाद को हमें मजबूत करना होगा।

संकुल शिक्षक मुसई राम ने प्रत्येक अभिभावक से नामांकन के साथ-साथ ठहराव सुनिश्चित करने की अपील की। एसएमसी अध्यक्ष विनोद ने विद्यालय के प्रत्येक गतिविधि में उत्साह के साथ समस्त गांव के लोगों को कदम से कदम मिलाकर चलने की प्रतिबद्धता व्यक्त की। जबकि नगर पंचायत अध्यक्ष राजकुमार अग्रहरी द्वारा समस्त अभिभावकों, बच्चों तथा शिक्षकों को प्रेरित करते हुए कहा कि बाल वाटिका कार्यक्रम चहक के अंतर्गत बच्चों को सहज बनाकर आनंददायक शिक्षा दें। जब बच्चे स्वयं प्रेरित होंगे तो उनका विद्यालय शिक्षकों से जुड़ाव बढ़ेगा। शिक्षकों से उन्हें स्नेह मिलेगा तो बच्चे रोकने से भी घर नहीं रुकेंगे।

इस दौरान विद्यालय की प्रधानाध्यापिका तथा अतिथियों के द्वारा गुणवत्तापूर्ण, आधारभूत बुनियादी शिक्षा, नामांकन तथा ठहराव बढ़ाने के लिए अध्यापिका सरिता वार्ष्णेय, सरिता, लक्ष्मीपुरी सिंह अविनाश गुप्ता को स्मृति चिन्ह देंकर सम्मानित किया गया। सरिता वार्ष्णेय ने कहा कि बच्चों को जागरूक इंसान बनाने के लिए सर्वप्रथम शिक्षा जरूरी है। प्रधानाध्यापिका वर्षा रानी जायसवाल ने कार्यक्रम में सम्मिलित समस्त अभिभावकों विशेष रूप से मातृ शक्तियों को विद्यालय संचालन में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए सादर आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु टीम एआरपी का विशेष साधुवाद देते हुए समस्त बच्चों तथा विद्यालय परिवार का आभार व्यक्त किया। कहा- अर्थात- कहानी, खेल गीत के द्वारा बच्चों को रुचि पूर्ण शिक्षा देने के लिए समस्त विद्यालय परिवार कटिबद्ध हैं। निपुण भारत के आधारभूत लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए संकल्पित है जिसमें- बच्चे अच्छा स्वास्थ्य तथा स्वच्छता बनाए रखें, बच्चों का संप्रेषण प्रभावित हो, बच्चे काम से जुड़े रहने वाले शिक्षार्थी बने और अपने निकटतम परिवेश से जुड़े रहे। कार्यक्रम का संचालन अविनाश गुप्ता ने किया। कार्यक्रम में विनोद कुमार, लालता प्रसाद, रामप्रसाद, अंगद, रामअचल, संगीता, शीला, सुनीता, सुजीता, अनारो, जेनेवा, जगती समेत समस्त अभिभावक उपस्थित रहें।