Wednesday, 28 February 2024

श्याम यादव ने पीएमओं कार्यालय में विधायक सौरभ को सौंपा मांगपत्र

वाराणसी से सिकंदराबाद, तेलंगाना के लिए नई ट्रेन चलाने की मांग

श्याम यादव ने पीएमओं कार्यालय में विधायक सौरभ को सौंपा मांगपत्र

इस मार्ग पर एकमात्र ट्रेन होने के चलते आने -जाने वाले यात्रियों की संख्या के सापेक्ष ट्रेन में बर्थ नहीं मिल पाती है : श्याम मोहन यादव

वाराणसी सिंकंदराबाद में रोजाना हजारों रेलयात्री यात्रा नहीं कर पा रहे है : अजय कुमार शुक्ला

हजारों रेल यात्री सिर्फ शादी-ब्याह सहित अपने खास अवसरों से वंचित रह जाते है, बल्कि इमरजेंसी कार्यक्रमों में भी शरीक नहीं हो पाते है 

सुरेश गांधी

वाराणसी। नार्थ पीपुल्स एसोसिएशन, तेलंगाना के बैनरतले वाराणसी, चंदौली जौनपुर सहित पूर्वांचल के समाजसेवियों का एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार को जनसंपर्क कार्यालय वाराणसी संसदीय क्षेत्र (पीएमओं) कार्यालय में विधायक सौरभ श्रीवास्तव को मांग पत्र सौंपा। मांग पत्र में वाराणसी से सिकंदराबाद, तेलंगाना के लिए नई ट्रेन चलाने की मांग प्रमुख है।

नार्थ पीपुल्स एसोसिएशन तेलंगाना के कोषाध्यक्ष श्याम मोहन यादव तेलंगाना के सीनियर जर्नलिस्ट अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि कई सालों से बिहार और उत्तर प्रदेश के लिए एकमात्र सीधी ट्रेन सिकंदराबाद -दानापुर एक्सप्रेस (12791) चल रही है। इकलौता ट्रेन होने के चलते आने-जाने वाले यात्रियों की संख्या के सापेक्ष इस ट्रेन में सीटे नहीं मिल पाती है। परिणाम यह है कि वाराणसी सिंकंदराबाद में रोजाना हजारों रेल यात्री यात्रा नहीं कर पा रहे है। यात्री कर पाने से वाराणसी हैदराबाद के हजारों रेल यात्री सिर्फ शादी-ब्याह सहित अपने खास अवसरों से वंचित रह जाते है, बल्कि इमरजेंसी कार्यक्रमों में भी शरीक नहीं हो पाते है। सके अलावा लखनऊ और दूसरे जगह से जाने वाली कुछ ट्रेन तो है, लेकिन उनमें क्षेत्रीय भीड़ होने के चलते वाराणसी और पटना आदि के यात्री ना ही बर्थ पाते है और ना ही सीट मिलने के बाद आरामदायक यात्रा कर पाते है। पूरी की पूरी ट्रेन यात्रियों से ठूसमठूस भरी रहती है। कई बार तो बर्थ कंफर्म होने के बाद भी भीड़ के चलते यात्रियों को खड़े होकर गेट से लटक कर चलना पड़ता है।

नार्थ पीपुल्स एसोसिएशन तेलंगाना के कोषाध्यक्ष श्याम मोहन यादव तेलंगाना के सीनियर जर्नलिस्ट अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि तेलंगाना में लाखों की संख्या में रहने वाले बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश के लोग आवागमन के लिए एकमात्र वाराणसी -सिकन्दराबाद ट्रेन से अपनी जान जोखिम में डालकर यात्रा करते हैं। साथ ही वाराणसी, प्रयागराज, अयोध्या तीर्थ स्थल होने के कारण भारी संख्या में आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक के दर्शनार्थी या टूरिस्ट भी गर्मी और अन्य छुट्टियों के दिनों में इसी ट्रेन से अपनी सफर का जरिया बनाते हैं। लेकिन संख्या अधिक होने के चलते यात्रियों को बर्थ के लिए महीनों इंतजार करना पड़ता है। ऐसे में गर्मी के दिनों में बिहार और यूपी के लोगों को घर आने जाने के लिए काफी जलालत कठिनाई का सामना करना पड़ता है।

खास बात यह है कि दक्षिण मध्य रेलवे द्वारा समय-समय पर विशेष ट्रेनों का संचालन तो किया जाता है, लेकिन भारी भीड़ के सामने ये ट्रेनें भी नाकाफी साबित होती है। गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों और बीमार लोगों को बहुत ही कठिनाई का सामना करना पड़ता है। कई सालों से नॉर्थ पीपुल्स एसोसिएशन, तेलंगाना, बिहार सहयोग समिति, तेलंगाना आदि संस्थाएं और संगठन नई ट्रेनों को चलवाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन इस ओर संबंधित अधिकारियों का ध्यान नहीं जा पा रहा है। सीजन में टिकट मिलने के कारण लोग बसों से यात्रा करने के लिए मजबूर हो रहे हैं। पहाड़ी दुर्गम मार्ग होने के चलते बस में यात्रा के दौरान यात्री कई बार दुर्घटना के शिकार हो जाते है। आंकड़ों पर नजर दौडाएं तो हर साल दर्जनों यात्री बस दुर्घटना का शिकार होकर अपनी जान तक गवा देते हैं।

नार्थ पीपुल्स एसोसिएशन तेलंगाना के कोषाध्यक्ष श्याम मोहन यादव तेलंगाना के सीनियर जर्नलिस्ट अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि यात्रियों के संकट को देखते हुए ही एसोसिएशन ने वाराणसी पीएमओं कार्यालय में प्रधानमंत्री के नाम संबोधित मांग पत्र विधायक सौरभ श्रीवास्तव को सौंपा है। साथ प्रधानमंत्री से अपेक्षा की है कि आपके द्वारा नई ट्रेन का संचालन कराने से उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों के लिए नया जीवन मिलने के समान होगा। पत्र में अफसोस जताते हुए कहा गया है कि ये मांग काफी सालों से की जा रही है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो पायी। कई बार तो संकट को देखते हुए रेलवे के जिम्मेदार अधिकारियों ने ट्रेन चलाने का आश्वसन भी दिया, लेकिन वो भी अपने हाथ खड़े कर देते है। ऐसे में आपसे सविनय निवेदन है कि वाराणसी, सिकंदराबाद या पटना से एक नई ट्रेन हैदराबाद, सिकंदराबाद में से किसी भी जगह के लिए चलवाने की महती कृपा करें। प्रतिनिधि मंडल में सीनियर जर्नलिस्ट सुरेश गांधी भी मौजूद रहे। इस दौरान विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने आश्वस्त किया है कि मांग जायज है, इसके लिए शीघ्र ही प्रधानमंत्री से व्यक्तिगत तौर पर मिलकर उन्हें समस्या से अवगत करायेंगे और उन्हें पूर्ण विश्वास है जल्द मांग पूरी होगी।

 

Saturday, 17 February 2024

राहुल गांधी ने लिया बाबा विश्वनाथ का आर्शीवाद, बनारसी ’मलइयो’ का भी चखा स्वाद

भाजपा ने देश को कुछ पूंजीपतियों के हाथ में दे दिया : राहुल गांधी

राहुल गांधी ने लिया बाबा विश्वनाथ का आर्शीवाद, बनारसीमलइयोका भी चखा स्वाद

 बेरोजगारी, महंगाई, जीएसटी जैसे मुद्दों को लेकर राहुल गांधी ने केंद्र सरकार को जमकर घेरा

रोडशों में गोलगड्डा, पीलीकोठी, विश्वेश्वरगंज, मैदागिन गोदौलिया चौराहा तक राहुल गांधी का रास्ते में मौजूद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया

सुरेश गांधी

वाराणसी। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा शनिवार को वाराणसी पहुंची। राहुल गांधी के इस अनोखे अंदाज की चर्चा शहर के साथ-साथ पूरे देश में की जा रही है. खुली जीप में सवार राहुल गांधी की यात्रा गोलगड्डा से शुरू होकर पीलीकोठी, विश्वेश्वरगंज, मैदागिन, चौक होते हुए बाबा विश्वनाथ धाम पहुंचा, जहां दर्शन-पूजन के बाद राहुल गांधी जैसे ही बांस फाटक से गोदौलिया की तरफ बढ़े, रास्ते में एक दुकानदार ने उन्हें बनारस की मशहूर मिठाई मलइयो खाने के लिए पूछा गया, तभी राहुल गांधी ने अपना काफिला रोककर पूर्वा में बनारसी मलइयो का भी आनंद लिया. इस दौरान सड़क के दोनो तरफ मौजूद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया। देखो देखो कौन आया शेर आया शेर आया जैसे नारों के साथ कांग्रेस पार्टी के समर्थक राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी के सीनियर नेताओं का हौसला अफजाई कर रहे थे. राहुल की यात्रा गोदौलिया होते हुए मंडुवाडीह तक गई.

गोदौलिया चौराहे पर आयोजित सभा में राहुल ने मौजूद अपने समर्थकों को संबोधित किया. इस दौरान राहुल गांधी केंद्र सरकार पर पूरी तरह हमलावर दिखे. बेरोजगारी, महंगाई, जीएसटी जैसे मुद्दों को लेकर राहुल गांधी ने सरकार को जमकर घेरा. कांग्रेस सांसद ने कहा, ’भारत दो टुकड़ों में बट चुका है, एक पूंजी पतियों का देश है, दूसरा गरीबों, किसानों और मजदूरों का देश है. जीएसटी ने गरीब आदमी को मार डाला. पूंजीपति से लेकर गरीब सभी एक टैक्स देते हैं, नोटबंदी की मार भी गरीब ने झेली. बेरोजगारी, महंगाई सबसे बड़े मुद्दा हैं. लेकिन बीजेपी के लोग इसकी बात नहीं करते और कुछ पूंजीपतियों के हाथ में इस देश को दे दिया है, जिसके खिलाफ हम आवाज उठा रहे हैं. मणिपुर से लेकर महाराष्ट्र की यात्रा भारत जोड़नेके साथ गरीबों के न्याय की है. मैं उनके मुद्दों को लेकर आगे बढ़ रहा हूं’. उन्होंने कहा, ’हमने 4,000 किमी की भारत जोड़ो यात्रा की. यात्रा के दौरान किसान, मजदूर, छोटे व्यापारी और महिलाएं मिलीं. उन सबने मुझसे मिलकर अपनी पीड़ा बताई. बीजेपी-आएसएस के लोग भी कई जगह मिले, लेकिन पूरी यात्रा में मुझे नफरत कहीं नहीं दिखी. भारत मोहब्बत का देश है, नफरत का नहीं. देश तभी मजबूत होता है, जब सभी एकजुट होकर काम करते हैं’.

कहीं बुनकर तो कहीं युवाओं से राहुल ने किया संवाद

रास्ते में राहुल गांधी ने वाराणसी के बुनकरों से मुलाकात की. उन्होंने गांधीवादी संस्थानसर्व सेवा संघके सामने रुककर लोगों से बात की. चौक के पास बॉक्सिंग किट पहने एक युवक ने राहुल गांधी को हाथ दिखाते हुए मिलने के लिए इशारा किया. जिसको राहुल गांधी ने अपने पास बुलाकर ऑटोग्राफ दिया और उसके साथ फोटो भी खिंचवाया. बांसफाटक पर राहुल गांधी ने अपना काफिला रोककर बनारस की मशहूर मिठाई मलइयो खाया. इसके अलावा उन्होंने खाने के बाद मलईंयों की तारीफ भी की और युवक के साथ सेल्फी भी खिंचवाई. इस दौरान काशी हिंदु विश्वविद्यालय के 25 प्रोफेसर और छात्रों के डेलिगेट्स ने राहुल गांधी से मुलाकात की. तमाम मुद्दों पर चर्चा की. विश्वविद्यालय के छात्रों ने राहुल गांधी से बढ़ी हुई फीस एडमिशन विश्वविद्यालय में लगातार बढ़ती निजी संस्थाओं के हस्तक्षेप के बारे में भी बताया. राहुल ने उनके इस मुद्दे पर सहमति जताई. आईआईटी बीएचयू में हुए गैंगरेप को लेकर अपनी चिंता जाहिर की.

नहीं पहुंची प्रियंका

राहुल गांधी 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान भी काशी विश्वनाथ मंदिर में आए थे. तब प्रियंका गांधी भी उनके साथ थीं. लेकिन इस बार अस्वस्थता के कारण वह भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल नहीं हो पा रही हैं.

अचानक वायनाड गए, यात्रा स्थगित

वाराणसी। राहुल गांधी ने 5 घंटे में 12 किमी रोड शो किया। खुली जीप में बैठे राहुल लोगों से भी मिलते रहे। राहुल गांधी को वाराणसी के बाद भदोही जाना था, लेकिन अब उनकी यात्रा को एक बार फिर से स्थगित कर दिया गया है। राहुल अचानक वायनाड चले गए हैं। बता दें, राहुल गांधी की यात्रा वाराणसी के बाद भदोही से प्रयागराज होते हए आगे जानी थी, लेकिन अब उनकी यात्रा को एक बार फिर से स्थगित कर दिया गया है। कांग्रेस पार्टी के नेता जयराम रमेश ने इसकी जानकारी दी है। जयराम रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर राहुल गांधी के वायनाड जाने की जानकारी दी है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी वापस इस यात्रा को यूपी में ही प्रयागराज जिले से शुरू करेंगे। एक्स पर किए गए अपने पोस्ट में जयराम रमेश ने लिखा है किवायनाड में राहुल गांधी की उपस्थिति की तत्काल आवश्यकता है। वह आज शाम 5 बजे वाराणसी से प्रस्थान कर रहे हैं। भारत जोड़ो न्याय यात्रा कल 18 फरवरी को दोपहर 3 बजे प्रयागराज में फिर से शुरू होगी।वहीं राहुल गांधी को वायनाड क्यों भेजा जा रहा है, इस बारे में अभी पूरी जानकारी सामने नहीं आई है, लेकिन उनकी आज की यात्रा में रुकावट कहीं ना कहीं कांग्रेस के लिए बड़ा झटका है।

जब राहुल को विरोध का सामना करना पड़ा

रास्ते में राम ध्वज दिखाएं, काफिला गुजरने के बाद गंगाजल से धोई सड़क

सुरेश गांधी 

वाराणसी। यात्रा के दौरान रास्तें कुछ लोग भगवा झंडे और पोस्टर लेकर बीच में  गए. पोस्टर में राहुल गांधी को सनातन विरोधी बताया गया था और लिखा था, ’भारत में सिर्फ मोदी ही मोदी है’. खास यह है कि जिस गोदौलिया चौराहे पर कुछ देर ठहरकर राहुल गांधी ने अपना संबोधन दिया था, उस स्थान पर पहुंचे भाजपाइयों ने गंगाजल से धुलाई करके राहुल गांधी को नाकारा बताया. इससे पहले राम भक्तों ने भगवा राम ध्वज दिखाकर उनकी यात्रा का विरोध किया. इतना ही नहीं राहुल गांधी के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी हुई और राम भक्तों ने जय श्री राम का भी नारा लगाया. राम भक्तों ने कहा कि आगे भी जब कभी राहुल गांधी काशी आएंगे उनका राम भक्त विरोध करते रहेंगे. ऐसा करने के पीछे भाजपाइयों की दलील थी कि राहुल गांधी जैसे भ्रष्ट और गौ-हत्यारों का साथ देने वाले के काशी में जाने से काशी अशुद्ध हो गई है. इसलिए उन लोगों की तरफ से 51 लीटर गंगाजल से चौराहे पर शुद्धिकरण किया गया है. रामभक्तों में से एक राहुल मिश्रा ने बताया कि राहुल गांधी और उनकी पार्टी कांग्रेस हमेशा से ही राम के अस्तित्व को नकारती चली रही है. चाहे वह रामसेतु का मामला हो या फिर राम मंदिर का मामला रहा हो. कांग्रेसी कोर्ट में वकील बनकर हमेशा से राम विरोधी बन रहे हैं. इसलिए ऐसे राम विरोधी का हमेशा काशी की धरती पर विरोध किया जाएगा. इस दौरान राहुल गांधी का समर्थक काला झंडा लेकर आया। हालांकि तो कांग्रेसियों की तरफ से और ही राहुल गांधी की तरफ से इसको लेकर किसी तरह की प्रतिक्रिया देखने को मिली थी. आगे कुछ तनाव बढ़ता, उससे पहले दोनों ही नारेबाजी करते हुए अपने-अपन. रास्ते चले गए।