Sunday, 2 November 2025

सात नवम्बर को काशी आएंगे प्रधानमंत्री मोदी, खजुराहो वंदे भारत को दिखाएंगे हरी झंडी

सात नवम्बर को काशी आएंगे प्रधानमंत्री मोदी, खजुराहो वंदे भारत को दिखाएंगे हरी झंडी 

बीएलडब्ल्यू में करेंगे बैठक, भव्य स्वागत की तैयारी में जुटा भाजपा संगठन, शहर में बढ़ी हलचल

सुरेश गांधी

वाराणसी. काशी एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वागत की तैयारियों में सजधज रही है। अपने संसदीय क्षेत्र के दो दिवसीय प्रवास पर प्रधानमंत्री मोदी 7 नवम्बर की शाम वाराणसी पहुंचेंगे। भाजपा संगठन और जिला प्रशासन ने इस दौरे को लेकर व्यापक तैयारियां शुरू कर दी हैं।

भाजपा काशी क्षेत्र के अध्यक्ष दिलीप पटेल ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी का विमान सायंकाल बाबतपुर स्थित लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरेगा, जहाँ उनका भव्य स्वागत किया जाएगा। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी सड़क मार्ग से बीएलडब्ल्यू गेस्ट हाउस जाएंगे। उसी शाम प्रधानमंत्री वरिष्ठ भाजपा जनों, पदाधिकारियों और प्रमुख नागरिकों के साथ बैठक करेंगे। माना जा रहा है कि यह बैठक आगामी लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए संगठनात्मक रणनीतियों पर केंद्रित होगी।

8 नवम्बर की सुबह, प्रधानमंत्री मोदी बनारस रेलवे स्टेशन (मंडुवाडीह) से वाराणसी-खजुराहो वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। इस ट्रेन के शुभारंभ से वाराणसी और बुंदेलखंड के बीच पर्यटन, व्यापार और सांस्कृतिक संपर्क को नई दिशा मिलने की उम्मीद है। यह सप्ताह में छह दिन चलेगी। 26422 वंदे भारत एक्सप्रेस वाराणसी से सुबह 5:25 बजे चलकर विंध्याचल, प्रयागराज छिवकी, चित्रकूट धाम, बांदा, महोबा होते हुए दोपहर 1:10 बजे खजुराहो पहुंचेगी। वापसी में ट्रेन संख्या 26421 खजुराहो से दोपहर 3:20 बजे चलकर वाराणसी रात 11 बजे पहुंचेगी। वंदे भारत ट्रेन के उद्घाटन के बाद प्रधानमंत्री मोदी बिहार में चुनावी सभा को संबोधित करने के लिए रवाना होंगे।

भाजपा क्षेत्रीय अध्यक्ष दिलीप पटेल ने बताया कि प्रधानमंत्री के आगमन को लेकर कार्यकर्ताओं में गजब का उत्साह और जोश है। पार्टी नेग्रैंड वेलकमकी तैयारियां शुरू कर दी हैं। शहर के प्रमुख मार्गों और चौक-घाटों पर होर्डिंग्स, बैनर और वंदे भारत के मॉडल कटआउट लगाए जा रहे हैं।

प्रधानमंत्री का संभावित कार्यक्रम शेड्यूल

दिनांक समय     कार्यक्रम  विवरण

7 नवम्बर (गुरुवार) सायं 600 बजे बाबतपुर एयरपोर्ट पर आगमन, स्वागत समारोह

सायं 645 बजे    सड़क मार्ग से बीएलडब्ल्यू गेस्ट हाउस आगमन

रात्रि 800 बजे    वरिष्ठ भाजपा जनों प्रमुख नागरिकों के साथ बैठक

8 नवम्बर (शुक्रवार) प्रातः 930 बजे बनारस स्टेशन (मंडुवाडीह) से खजुराहो वंदे भारत ट्रेन का शुभारंभ

पूर्वाह्न 1100 बजे बिहार के लिए प्रस्थान एवं सभा संबोधन

काशी में मोदी स्वागत को लेकर उमंग का माहौल

प्रधानमंत्री मोदी के आगमन को लेकर काशी में राजनीतिक और सांस्कृतिक दोनों हलचल तेज हो गई है। बीएलडब्ल्यू, कैंट और गंगा घाटों पर साफ-सफाई, सजावट और सुरक्षा इंतजामों का जायजा प्रशासन ने लेना शुरू कर दिया है। रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट और मार्गों पर फूलों की सजावट और लाइटिंग का कार्य तेजी से चल रहा है। भाजपा कार्यकर्ता वाराणसी कोमोदीमय काशीबनाने में जुटे हैं, हर नुक्कड़ पर पोस्टर, स्वागत बैनर और नारों से पूरा शहर उत्सव के रंग में रंगने लगा है।

मोदी के पिछले दौरों में काशी को मिले विकास के उपहार

प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र बनने के बाद से काशी का चेहरा बदल गया है। काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर, गंगा घाटों का सौंदर्यीकरण, स्मार्ट सिटी परियोजनाएं, रिंग रोड रोपवे प्रोजेक्ट, सिगरा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, और बीएलडब्ल्यू में मेक इन इंडिया मिशन जैसी योजनाओं ने बनारस को देश के सबसे तेज़ी से विकसित शहरों की श्रेणी में ला दिया है। पिछली यात्राओं में प्रधानमंत्री ने गंगा विलास क्रूज़, कोशी नहर परियोजना, और वाराणसी कैंट स्टेशन के पुनर्विकास जैसे अनेक उपहार काशी को दिए हैं। अब 8 नवम्बर को शुरू होने वाली खजुराहो वंदे भारत ट्रेन उस श्रृंखला की एक और कड़ी होगी, जो काशी कोपरंपरा और प्रगतिदोनों का संगम बनाती जा रही है।

Saturday, 1 November 2025

कण-कण में काशी, रस-रस में बनारस

हर हर गंगेके उद्घोष के साथ काशी में गूंजा भारतीय संस्कृति का संदेश

कण-कण में काशी, रस-रस में बनारस 

काशी गंगा महोत्सव में संगीत की सभी विधाओं की झलक, स्थानीय कलाकारों को भी मिला मंच

देव दीपावली से पहले गंगा तट पर सजेगा चार दिन तक सांस्कृतिक रंगमंच

जाह्नवी के तट पर आरंभ हुआ भव्यकाशी गंगा महोत्सवहंसराज रघुवंशी मालिनी अवस्थी समेत 43 कलाकार देंगे प्रस्तुतियां

सुरेश गांधी

वाराणसी. राजघाट की पवित्र धरती पर शनिवार की संध्या भक्ति, संगीत और संस्कृति के संगम में बदल गई।कण-कण में काशी, रस-रस में बनारसकी थीम पर आधारित चार दिवसीय काशी गंगा महोत्सव का भव्य शुभारंभ राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रवींद्र जायसवाल ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। मंत्रोच्चार और गंगाजल की सुवास के बीच आरती की लौ जब आसमान में झिलमिलाई, तो पूरा वातावरणहर हर गंगेके उद्घोष से गूंज उठा। इस अवसर पर जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार, नगर आयुक्त हिमांशु नागपाल, जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्य, संयुक्त निदेशक पर्यटन दिनेश सिंह समेत अनेक गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे। उद्घाटन समारोह की शुरुआत पं. माता प्रसाद मिश्र एवं पं. रविशंकर मिश्र के मनमोहक युगल कथक नृत्य से हुई, जिसने दर्शकों को मुग्ध कर दिया।

संगीत, संस्कृति और श्रद्धा का संगम

इस बार के गंगा महोत्सव में कुल 43 नामचीन कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देंगे। पद्मश्री मालिनी अवस्थी की सुरीली आवाज़ और भक्ति-भाव से ओतप्रोत हंसराज रघुवंशी के गीत इस उत्सव की शोभा बढ़ाएंगे। इनके साथ देश के विभिन्न हिस्सों से आए राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त कलाकार संगीत, नृत्य, नाट्य और लोकसंस्कृति की विविध विधाओं की प्रस्तुति देंगे। महोत्सव के मंच पर केवल ख्यात कलाकारों को स्थान मिला है, बल्कि स्थानीय प्रतिभाओं को भी अपनी कला दिखाने का अवसर प्रदान किया गया है। यह आयोजन काशी की उस परंपरा को सजीव करता है जिसमें कला, अध्यात्म और लोकसंस्कृति एक-दूसरे में विलीन हो जाते हैं. 

काशी की महिमा, यहां 365 दिन उत्सव मनते हैं : रवीन्द्र जायसवाल

राज्य मंत्री रवींद्र जायसवाल ने कहा किकाशी की ऐसी महिमा है कि यहां वर्ष के 365 दिन उत्सव मनाए जाते हैं। उत्तरवाहिनी गंगा के तट पर हो रहा यह महोत्सव अब विश्व-स्तर पर अपनी पहचान बना चुका है।उन्होंने कहा कि इस आयोजन ने केवल काशी की सांस्कृतिक धरोहर को वैश्विक मंच पर पहुंचाया है, बल्कि नवोदित कलाकारों को भी अपनी प्रतिभा दिखाने का सुनहरा अवसर दिया है। मंत्री ने कहा कि गंगा महोत्सव के बाद मनाया जाने वाला देव दीपावली अब समूचे विश्व का ध्यान आकर्षित कर चुका है, यह काशी की संस्कृति की जीवंतता और भारतीय अध्यात्म की गहराई का प्रतीक है।  

संस्कृति और पर्यटन को नई उड़ान

गंगा तट पर आयोजित यह महोत्सव केवल सांस्कृतिक उत्सव है, बल्कि यह पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बल देता है। देश-विदेश से हजारों श्रद्धालु और पर्यटक इस अवसर पर काशी पहुंचते हैं। घाटों की रौनक, संगीत की स्वर-लहरियां और गंगा आरती की दिव्यता, सब मिलकर एक अलौकिक अनुभव प्रदान करते हैं।