युवा संसद में केन्द्रीय विद्यालय, डीरेका बना विजेता
केवी, बीएचयू में 32वीं संभागीय युवा संसद प्रतियोगिता का आयोजन
सुरेश गांधी
वाराणसी। संभागीय युवा
संसद प्रतियोगिता का
समापन समारोह केंद्रीय
विद्यालय, बीएचयू में आयोजित
32 वी राष्ट्रीय युवा
संसद प्रतियोगिता 2019-20 के
अंतिम दिन वाराणसी
के कई स्कूलों
के छात्रों ने
विभिन्न विषयों जैसे एनआरसी,
बेरोजगारी, शिक्षा, जल प्रबंधन,
पर्यावरण, चिकित्सा, कौशल विकास,
परिवहन एवं वित्तिय
विषयों पर भारत
की संसदीय कार्य
प्रणाली के अनुसार
अपने विचार प्रस्तुत
किए। इस अवसर
पर सहायक उपायुक्त
ने परिणामों की
उद्घोषणा की।
प्रतियोगिता में छात्र-छात्राओं ने राजनीति
के प्रति अपनी
सुरूचि गहनचिंतन, प्रभावशाली वाणी
का परिचय दिया।
छात्र सांसदों ने
पक्ष विपक्ष की
भूमिका निभाकर कमोवेश देश
के कुछ ज्वलंत
मुद्दों पर बिल्कुल
उसी तरह बहस
की जिस तरह
से संसद में
होती है। विपक्षी
सांसदों और सत्ता
पक्ष के सांसदों
के बीच किसी
खास मुद्दे पर
जोरदार बहस होते
देख हॉल में
बैठे दर्शकों ने
खूब तालियां बजाई।
मुख्य अतिथि अजगरा
विधायक कैलाश नाथ सोनकर
द्वारा उत्कृष्ट प्रदर्शन करने
वाले प्रतिभागियों को
पुरस्कृत किया गया।
प्रतियोगिता में केंद्रीय
विद्यालय, डीरेका वाराणसी ने
प्रथम, केंद्रीय विद्यालय इफको
फूलपुर द्वितीय और केंद्रीय
विद्यालय मुगलसराय के छात्रों
ने तृतीय स्थान
प्राप्त किया। इस अवसर
पर कार्यक्रम का
शुभारंभ मुख्य अतिथि अजगरा
विधायक कैलाशनाथ सोनकर, विधान
परिषद सदस्य केदारनाथ
सिंह, विशिष्ट अतिथि
केन्द्रीय विद्यालय वाराणसी संभाग
तथा निर्णायक मंडल
के सदस्य वी
शिवाजी, सहायक उपायुक्त अरुण
कुमार गौतम आदि
ने दीप प्रज्जवलन
तथा मां सरस्वती
एवं पं मदन
मोहन मालवीय की
प्रतिमा पर माल्यार्पण
कर किया।
इस मौके
पर अतिथियों के
समक्ष विद्यालय के
बच्चों ने सरस्वती
वंदना एवं स्वागतगान
प्रस्तुत किया। विद्यालय के
प्राचार्य डाक्टर दिवाकर सिंह
ने सभी माननीय
अतिथियों का स्वागत
एवं अभिनंदन करते
हुए युवा संसद
के उद्देश्यों एवं
नियमों से परिचित
कराया। मुख्य अतिथि कैलाशनाथ
सोनकर ने सभी
प्रतिभागियों का इस
युवा संसद प्रतियोगिता
में स्वागत करते
हुए कहा कि
मैं इस अवसर
पर बच्चों के
बीच में खुद
को पाकर सुखद
अनुभव कर रहा
हूं। उन्होंने वन
नेशन, वन एजुकेशन
की वकालत करते
हुए कह कि
शिक्षा से न
सिर्फ सोच विस्तृत
होती है बल्कि
राष्ट्र का भी
विकास होता है।
एमएलसी केदारनाथ सिंह ने
कहा कि यह
देश लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं
से चलता है।
शिक्षा की व्यवस्था
प्राचीनकाल से ही
इस देश में
चली आ रही
है। राजनीति के
क्षेत्र में शिक्षितों
के आने से
पादर्शिता, वैज्ञानिक एवं प्रगतिशील
तौर तरीके से
कार्य करने की
क्षमता और सरकार
में जनता की
विश्वसनीयता बढ़ती है।
उहोंने कहा कि
देश के प्रजातांत्रिक
मूल्यों की जानकारी
साझा करते हुए
कहा कि लोकतंत्र,
लोगो के लिए
है, उनसे दूर
नहीं।
इस प्रतियोगिता
में भोजनावकाश से
पूर्व इफको फूलपुर,
वायुसेना, गोरखपुर एवं ओल्ड
कैंट प्रयागराज और
तत्तपचात डीरेका वाराणसी व
मुगलसराय की केन्द्रीय
विद्यालय के प्रतिभागियों
ने अपनी अपनी
प्रस्तुतियां दी। पांचों
सत्रों के दौरान
एनआरसी, बेरोजगारी, शिक्षा, जल
प्रबंधन, पर्यावरण, चिकित्सा, कौशल
विकास, परिवहन एवं वित्तीय
विषयों पर भारत
की संसदीय कार्यप्रणाली
के अनुसार छात्रों
ने अपनी अपनी
प्रस्तुति दी। इस
अवसर पर विशेष
आमंत्रित अतिथि सैयदराजा के
विधायक सुशील सिंह ने
कहा कि छात्र
भविष्य के कर्णधार
है और आने
वाला समय उन्हीं
का है। आज
मैं अपने आप
को छात्रों के
बीच पाकर बहुत
प्रसंनचित हूं। विद्यार्थियों
के संसदीय कार्यप्रणाली
की प्रस्तुतियां हृदय
के अंतर्मन को
छू लिया। उहोंने
कहा कि राजनीति
में अपराधीकरण रोकने
के न्यायालय के
सुझावों का समर्थन
करते हुए कहा
कि राजनीति में
आपराधिक पृष्ठभूमि के लोगों
का कोई स्थान
नहीं होना चाहिए,
लेकिन राजनैतिक द्वेष
भावना से कानून
की आड़ में
किसी व्यक्ति विशेष
के राजनैतिक कैरियर
को दाव पर
लगाना भी न्यायोचित
नहीं है। श्री
सिंह ने कहा
कि राजनीति में
नफरत व द्वेष
भावना का कोई
स्थान नहीं है।
क्योंकि विभिन्न राजनैतिक विचारधाराओं
के लोग समाज
सेवा की भावना
से राजनीति में
हैं और सभी
को अपनी विचारधारा
के अनुरूप राजनीति
करने का अधिकार
है। इस प्रतियगिता
का संचालन विद्यालय
के शिक्षक राजेश
प्रसाद एवं विजय
कुमार राय ने
किया। उपप्राचार्या श्रीमती
विनीता सिंह ने
सभी गणमान्य अतिथयों
का हार्दिक आभार
व्यक्त किया। अंत में
राष्ट्रगान के साथ
कार्यक्रम का समापन
हुआ। इस अवसर
पर उपप्राचार्य शिवकरन
राम, कौशलेस कुमार,
विनोद त्रिपाठी, मनीषा
सिंह एवं अन्य
शिक्षक शिक्षिकाएं उपस्थित थे।
Good drafting
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