काशी में विकास की रफ्तार का निरीक्षण
प्रधानमंत्री के अपर सचिव सुभाशीष पांडा ने किया स्थलीय भ्रमण
काशी के
विकास
कार्यों
की
ग्राउंड
रिपोर्ट:
सुविधाएं,
संस्कृति
और
आस्था
का
अनूठा
संगम
सुरेश गांधी
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपनों की काशी को वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर और अधिक प्रभावी बनाने के प्रयासों की समीक्षा के लिए प्रधानमंत्री के अपर सचिव सुभाशीष पांडा वाराणसी पहुंचे। उन्होंने यहाँ हुए विभिन्न विकास कार्यों का स्थलीय निरीक्षण करते हुए यात्री सुविधाओं से लेकर सांस्कृतिक धरोहरों तक का गहन अध्ययन किया।
निरीक्षण की शुरुआत कैंट
रोडवेज और रेलवे स्टेशन
से हुई, जहाँ सचिव
महोदय ने यात्री सुविधाओं
की गुणवत्ता, उनकी सहजता और
उपलब्ध सेवाओं का बारीकी से
आकलन किया। कैंट रेलवे स्टेशन
पर उन्होंने स्टेशन डायरेक्टर अर्पित गुप्ता से विस्तृत जानकारी
लेते हुए द्वितीय प्रवेश
द्वार के त्वरित पुनर्विकास
के निर्देश दिए। जन सुविधा
केंद्र का निरीक्षण करते
हुए उन्होंने यात्रियों को एक ही
स्थान पर होटल, टैक्सी,
ट्रॉली, मंदिर दर्शन एवं टूर एंड
ट्रैवल बुकिंग जैसी बहु-सेवाओं
को उपलब्ध कराने की सराहना की।
भारत माता मंदिर में सांस्कृतिक गौरव का अनुभव
इसके बाद सचिव
पांडा विद्यापीठ स्थित भारत माता मंदिर
पहुंचे, जहां संरक्षक राजू
सिंह ने मंदिर की
ऐतिहासिक महत्ता, अखंड भारत के
नक्शे में दर्शाए गए
क्षेत्र और दीवारों पर
उकेरी गई प्राचीन लिपियों
के बारे में विस्तार
से जानकारी दी। सचिव ने
मंदिर के संस्थापक और
उससे जुड़ी ऐतिहासिक घटनाओं को भी रुचि
के साथ सुना।
धार्मिक स्थलों और ऐतिहासिक घाटों का भी लिया जायजा
दुर्गाकुंड क्षेत्र के आनंद वन
पार्क में पुराने भवन
के निरीक्षण के दौरान सचिव
ने एक खंडहरनुमा इमारत
की एएसआई रिपोर्ट तत्काल मंगाने के निर्देश दिए।
इसके बाद उन्होंने दुर्गाकुंड
मंदिर, तुलसी मानस मंदिर और
संकट मोचन मंदिर पहुँचकर
दर्शन-पूजन किया। अस्सी
घाट पर मंडलायुक्त एस.
राजलिंगम ने सचिव को
घाट की सांस्कृतिक गतिविधियों,
रामनगर की रामलीला, भरत
मिलाप, नक्कटैया मेला और काशी
की परंपराओं से अवगत कराया।
दशाश्वमेध घाट पर उन्होंने
शीतला माता मंदिर, हनुमान
मंदिर और दशाश्वमेध सरोवर
का भी भ्रमण किया।
काशी विश्वनाथ धाम और सारनाथ में विकास की पड़ताल
सचिव पांडा ने
काशी विश्वनाथ मंदिर, अन्नपूर्णा मंदिर और काल भैरव
मंदिर में विधिवत दर्शन
कर काशी के अध्यात्म
से जुड़ाव व्यक्त किया। इसके बाद चौकाघाट
स्थित अर्बन हाट का निरीक्षण
किया, जहाँ उन्होंने स्थानीय
कारीगरों और हस्तशिल्प को
प्रोत्साहित करने की दिशा
में चल रही गतिविधियों
को सराहा। सारनाथ भ्रमण के दौरान सचिव
ने चौखंडी स्तूप, धमेख स्तूप, पुरातात्विक
संग्रहालय और थाई बुद्ध
विहार का गहन निरीक्षण
किया। म्यूजियम में भगवान बुद्ध
से जुड़ी मूर्तियाँ, भित्तिचित्र, नगरी लिपि का
विकास और धम्मचक्र परिवर्तन
की ऐतिहासिक घटनाओं को उन्होंने बारीकी
से देखा।
काशी की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत से प्रभावित
मंडलायुक्त ने सचिव को
मान महल में स्थित
म्यूजियम का भ्रमण कराया,
जहाँ उन्होंने थ्री-डी मॉडल,
प्राचीन चित्रों और वीडियो क्लिप
के माध्यम से काशी के
धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व
का संपूर्ण विवरण देखा। प्रधानमंत्री के अपर सचिव
सुभाशीष पांडा ने काशी में
हो रहे विकास कार्यों
और सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित रखने
के प्रयासों की सराहना करते
हुए कहा कि इन
कार्यों से वाराणसी जल्द
ही विश्व स्तरीय पर्यटन नगरी के रूप
में और सशक्त रूप
में उभरेगी।
प्रमुख पड़ाव और निरीक्षण स्थल
✔️ कैंट रोडवेज
और रेलवे स्टेशन – यात्री सुविधाओं का निरीक्षण
✔️ भारत माता
मंदिर – सांस्कृतिक धरोहर की समीक्षा
✔️ दुर्गाकुंड – पुरानी
इमारतों की स्थिति और
रिपोर्ट तलब
✔️ तुलसी मानस
मंदिर, संकट मोचन मंदिर
– धार्मिक स्थलों का दर्शन
✔️ अस्सी घाट
और दशाश्वमेध घाट – सांस्कृतिक गतिविधियों का आकलन
✔️ काशी विश्वनाथ
धाम – धार्मिक महत्व और सुविधाओं का
अवलोकन
✔️ चौखंडी स्तूप,
धमेख स्तूप, सारनाथ – ऐतिहासिक और बौद्ध विरासत
की समीक्षा
✔️ मान महल
म्यूजियम – थ्री-डी मॉडल
और काशी की ऐतिहासिक
झलक
काशी भ्रमण के मुख्य केंद्र
✅ यात्री
सुविधाएं: रेलवे, रोडवेज, जन सुविधा केंद्रों
का निरीक्षण
✅ धार्मिक
पर्यटन: प्रमुख मंदिरों में पूजा-अर्चना
व व्यवस्थाओं की समीक्षा
✅ सांस्कृतिक
विरासत: घाट, म्यूजियम, रामलीला,
ऐतिहासिक मेलों का महत्व
✅ पुरातात्विक
स्थलों का संरक्षण: एएसआई
से रिपोर्ट तलब, खंडहरों की
पड़ताल
✅ स्थानीय
कारीगरों का प्रोत्साहन: अर्बन
हाट का निरीक्षण
✅ बौद्ध
पर्यटन: सारनाथ के स्तूप, संग्रहालय
और विहारों का गहन अध्ययन
✅ आध्यात्मिक
जुड़ाव: काशी विश्वनाथ, अन्नपूर्णा,
काल भैरव में विधिवत
दर्शन
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