Friday, 1 March 2019

डॉ दिवाकर सिंह को मिला संभागीय प्रोत्साहन पुरस्कार


डॉ दिवाकर सिंह को मिला संभागीय प्रोत्साहन पुरस्कार
शिक्षा का अखल जगा रहा है केंद्रीय विद्यालय संगठन : उपायुक्त
सुरेश गांधी
वाराणसी। केंद्रीय विद्यालय संगठन (केवीएस) द्वारा बुधवार को काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी में संभागीय प्रोत्साहन पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया। इस मौके पर केन्द्रीय विद्यालय, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी के प्राचार्य डॉ दिवाकर सिंह को शिक्षा के क्षेत्र उनके समर्पित एवं सराहनीय योगदान के लिए वर्ष 2018 का संभागीय प्रोत्साहन पुरस्कार दिया गया। यह पुरस्कार श्री सिंह को केन्द्रीय विघलय के उपायुक्त मणितण्णम् ने दी।
समारोह में केंद्रीय विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। इसके बाद संगठन लोगों ने अतिथियों का स्वागत किया। इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि यह पुरस्कार विद्यालय के सर्वतोमुखी विकास, नवोन्मेष शिक्षण पद्धति, पठन पाठन की रुचिकर विधियों और विद्यालय को निष्ठा, लगन समर्पण भाव के साथ प्रगति की ओर ले जाने के प्रयास योगदान के लिए प्रदान किया जाता है। अंत में मुख्य अतिथि ने पुरस्कार प्राप्त डॉ दिवाकर सिंह को भविष्य की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि एक शिक्षक का जीवन में खासा महत्व है। स्कूल वह जगह है जहां कोई भी बच्चा परिवार के बाद सबसे ज्यादा समय बिताता है। ऐसे में एक शिक्षक ही हैं जो उन्हें जिंदगी की राह दिखाता है। वह उन्हें एक अच्छा इंसान देश का अच्छा नागरिक बनाता है। उन्होंने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग की चिंता के बीच केंद्रीय विद्यालय संगठन ने हरित विद्यालय के माध्यम से एक अच्छी पहल की है। इसी तरह विद्यालय अपने परिसर आसपास स्वच्छता की भी अलख जगा रहे हैं। पढ़ाई के साथ-साथ इस तरह की गतिविधियों से जुड़ना भी बेहद जरूरी है।
श्री दिवाकर सिंह ने कहा कि भगवान की कृपा से मुझे केवीएस क्षेत्रीय प्रोत्साहन पुरस्कार मिला। केवीएस अधिकारियों और देखभाल, प्यार, स्नेह, मेरे परिवार के लिए प्रेरणा, समर्थन और आशीर्वाद के कारण यह संभव हो पाया है। इसके लिए मै सभी का शुक्रगुजार हूं। उन्होंने कहा कि केंद्रीय विद्यालय संगठन सुदूरवर्ती और छोटे कस्बों में शिक्षा का अलख जगा रहा है। संगठन बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए कृतसंकल्पित है। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में केन्द्रीय विद्यालय संगठन के योगदान की सराहना की। कहा कि शिक्षकों की मेहनत से बच्चों का बेहतर भविष्य हो सकता है। कहा कि विद्यालयों में सभी शिक्षक पूरी मेहनत कर रहे हैं। और हर साल बेहतर रिजल्ट दिला रहे हैं।

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