Sunday, 2 June 2019

ट्रेनों का समय पालन हमारी प्राथमिकता : रेल मंत्री पीयूष


ट्रेनों का समय पालन हमारी प्राथमिकता : रेल मंत्री पीयूष
हादसा मुक्त बनाएंगे सफर, यात्रियों की सुविधा का रखेंगे ख्याल
देश की आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देने की करेंगे हर संभव कोशिश
सुरेश गांधी
वाराणसी। भाजपा की बंपर जीत के बाद रेल मंत्री एवं केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग के तौर पर पीयूष गोयल ने अपनी दूसरी पारी की शुरुआत कर दी है। रविवार को फोन पर सीनियर रिपोर्टर सुरेश गांधी से हुई बातचीत में श्री गोयल ने कहा कि बतौर रेल मंत्री एक बार फिर से जिम्मा संभा लिया है। कार्यभार संभालने के बाद गोयल ने पीएम नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया और कहा कि रेलवे के कामकाज में निरंतरता बरकरार रहेगी। साथ ही मालभाड़ा और यात्रियों की सुविधा का विशेष ख्याल रखा जाएगा। उन्होंने रेलवे की प्राथमिकताएं बताते हुए कहा कि मैं प्रसन्न हूं कि पहली पारी में हमने जो काम शुरू किए थे, उसको जारी रखने का दायित्व भी हमें ही मिला है। मुझे खुशी है कि मोदी जी ने इस काम को आगे बढ़ाने के लिए मुझे नियुक्त किया है। मैं आशा करता हूं कि यात्रियों की सुविधा और माल ढुलाई की प्रक्रिया में जो सुधार बच गए हैं उसको पूरा करेंगे।
श्री गोयल ने अपने पिछले कार्यकाल में रेल हादसों को न्यूनतम स्तर पर ले जाने और रेलवे क्रॉसिंग को पूरी तरह समाप्त करने जैसी उपलब्धियां भी गिनाईं। गोयल ने कहा, ’इस बार हमारा लक्ष्य दुर्घटनाओं को शून्य के स्तर पर लाना होगा। साथ ही हमारी पूरी कोशिश रेलवे द्वारा शुरु किए गए सुधार को जारी रखने की भी होगी। हम इस काम के लिए पारदर्शिता, नई सोच, ईमानदारी के साथ नई ऊंचाइयां हासिल करेंगे।श्री गोयल ने कहा कि ट्रैक के रखरखाव और नवीकरण की प्रक्रिया तेज करने के अलावा ट्रेनों का समय पालन सुनिश्चित करना हमारे प्रमुख लक्ष्यों में से एक है। यात्रियों की सुविधा का विशेष ख्याल रखते हुए महामना, हमसफर, वंदे भारत और तेजस जैसी नई उन्नत ट्रेने चलानी होंगी। इसके लिए कोच के उत्पादन में और बढ़ोतरी की दरकार है। रेलवे की आमदनी बढ़ाने के लिए भी माल ढुलाई के अलावा गैर भाड़ा राजस्व में बढ़ोतरी के उपाय तलाशे जा रहे हैं।
श्री गोयल ने कहा कि यात्रियों का अनुभव बेहतर करना और उसे अत्याधुनिक बनाने पर रेलवे ध्यान देगा। श्री गोयल गोयल के पिछले कार्यकाल में रेलवे में सबसे कम दुर्घटनाएं हुई थी और वह हमेशा इस बात को दोहराते रहे हैं किशून्य दुर्घटना मानकके लक्ष्य को हासिल करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ एकसाथ हम रेलवे को नयी ऊंचाइयों पर ले जा सकते हैं। पारदर्शिता, नयी सोच की नयी ऊंचाइयां, रेलवे में ईमानदारी लाने और यात्रियों और माल यातायात में वृद्धि की नयी ऊंचाई।’’ उनकी सबसे बड़ी चुनौती पटरियों की समय पर देखरेख और उनका पुनर्निर्माण करना होगा। उनका लक्ष्य यह सुनिश्चित करना होगा कि रेलवे कारखानों मेंवंदे भारत एक्सप्रेसजैसी ट्रेनों के अत्याधुनिक डिब्बों का निर्माण बढ़े ताकि उनकी सेवाएं बढ़ाई जा सकें। अपने 20 विश्वसनीय सलाहकारों के साथ मिलकर काम करने के लिए पहचाने जाने वाले गोयलस्प्रेडशीटके माध्यम से हर परिचालन विवरण और आमतौर पर तथ्यों एवं आंकड़ों पर नजर रखते हैं।
श्री गोयल ट्विटर पर भी काफी सक्रिय रहे हैं और अधिकतर यात्रियों के तमाम प्रश्नों के उत्तर भी देते रहे हैं। कर्नाटक के बेलगाम से चौथी बार सांसद चुने गए और रेल राज्य मंत्री बने सुरेश अंगाडी ने बातचीत में कहा कि मैं बहुत खुश हूं कि मोदी जी ने मुझे रेलवे की जिम्मेदारी दी है। ये मेरे लिए और खुशी की बात है कि मुझे पीयूष गोयल के साथ काम करने का मौका मिला है। मैं अपने राज्य कर्नाटक और भारत की जनता के लिए जो कुछ होगा वह करुंगा। हमारी प्राथमिकता है कि भारत में भी जापान और चीन जैसे 300 किमी की रफ्तार वाली ट्रेनें चलें। हम सभी ट्रेनों की रफ्तार के साथ यात्री सुविधाओं का विशेष ख्याल रखेंगे। बुलेट ट्रेन चलाने का जो लक्ष्य पीयूष गोयल ने रखा है, उसे समय सीमा के भीतर पूरा करेंगे।
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग और रेल मंत्री श्री पीयूष गोयल ने वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री का कार्यभार भी संभाल लिया। उनके साथ पूर्व वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री सुरेश प्रभु भी थे। इस अवसर पर श्री पीयूष गोयल ने कहा कि श्री सुरेश प्रभु जैसे विचारक का स्थान ग्रहण करते हुए वे बेहद अनुगृहित हैं और वे मंत्रालय के कार्य को आगे बढ़ाने का प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि वाणिज्य और उद्योग से संबंधित सभी मामलों का अध्ययन करेंगे और तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता वाले मुद्दों से निपटने के लिए खुद को तैयार करेंगे। तय किया गया है उसको हम लोग तय समय पर पूरा कर लेंगे। प्रभु ने गोयल में विश्वास जताया और कहा कि मंत्रालय के अधिकारी और टीम देश की आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए उनके साथ मिलकर काम करेंगी। उन्होंने कहा कि वे ऐसे समय में यह पद संभाला है जब व्यापारिक मोर्चे पर वैश्विक स्तर पर संरक्षणवाद बढ़ रहा है और भारत का निर्यात बढ़ाने की जरूरत है। गोयल ने कहा,  मुझमें विश्वास जताने और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की जिम्मेदारी देने के लिए मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं।

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