Sunday, 15 March 2020

प्रतिभावान युवाओं को समाज के लिए आगे आना होगा : रवीन्द्र जायसवाल

प्रतिभावान युवाओं को समाज के लिए आगे आना होगा : रवीन्द्र जायसवाल
विभिन्न मनमोहक सांस्कृतिक रंगारंग जीवंत कार्यक्रमों के जरिए समाज के बच्चों ने बाधा समां
सम्मानित किए गए समाज के मेधावी एवं समाजसेवी
जायसवाल क्लब का होली मिलन समारोह
सुरेश गांधी
वाराणसी। जायसवाल क्लब की ओर से नाटी इमली स्थित गणेश मंडपम् में शनिवार को होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया। इस मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों की मनमोहक प्रस्तुति के साथ-साथ सम्मान समारोह और वैवाहिक परिचय के कार्यक्रम आयोजित हुए। कार्यक्रम में समाज के नन्हें-मुन्ने बच्चों ने ब्रज की होली से लेकर टीवी कलाकारों ने अपने गीत-संगीत सुनाकर लोगों को गुनगुनाने पर विवश किया तो युवा बच्चों ने देशभक्ति के कई जीवंत एकांकी प्रस्तुत कर लोगों की वाह वाह करने पर मजबूर किया।
कार्यक्रम का उद्घाटन सूबे के स्टांप शुल्क, रजिस्टर एवं पंजीयन मंत्री स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री रवीन्द्र जायसवाल ने पूज्य राजराजेश्वर सहस्त्रबाहु भगवान के तैल चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर किया। इस मौके पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रवीन्द्र जायसवाल ने विभिन्न क्षेत्रों में समाज के लिए महती भूमिका निभाने वाले, कलाकार एवं मेधावी बच्चों को प्रसस्ति पत्र एवं अंगवस्त्रम देकर सम्मानित किया। लोकगाययिका सुरभि जायसवाल द्वारा समाज के कुल देवता भगवान सहस्त्राबाहू महराजजी की जीवनी पर आधारितगीत सीरिज कैसेट का विमोचन भी किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ नन्हें-मुन्ने बच्चों ने गणेश वंदना से की। इसके बाद समाज के बच्चों ने होली के रंगों में भोजपुरी की मिठास घोल कर उपस्थित लोगों को थिरकने पर विवश कर दिया। राधा एवं नटखट गोपाल बने बच्चों ने जब गुलाब की पंखुड़ियों से होली खेली और होरी गीतों पर मोहक नृत्य ने लोगों को भक्ति रस से सराबोर कर दिया। इस दौरान पंडाल में मौजूद लोगों ने एक-दुसरे को होली की बधाई देते हुए अबीर गुलाल लगाकर गले मिले। आयोजित सांस्कृतिक समारोह में लोकगायक गोविन्द गोपाल के होली की पारम्परिक गीतों पर लोग झूम उठे। तो समाज की ही लोकगायिका सुरभि जायसवाल द्वारा भगवान सहस्त्राबाहू की याद मेंकरले भक्तों का उद्धार चक्रसुदर्शन के अवतार, माता पार्वती ने जना है ललना सुघर।।गीत प्रस्तुत किया तो हर कोई शीश नवाने पर मजबूर हो गया। बच्चों ने एक से बढ़कर एक अपनी प्रस्तुतियों और झांकियों से लोगों का मन मोह लिया। 
होली खेलें मशाने, गीत पर पूरा पांडाल बम-बम बोल रहा था। इसके अलावा अन्य गीतों पर पेश की गई सजीव झांकी से सभी रोमांचित हो उठे। होली खेलें रघुबीरा के गीतों की प्रस्तुति को काफी सराहा गया। भारत माता की सजीव झांकी प्रस्तुत की गई थी। 12 लड़कियों की ग्रूप के साथ प्रिया जायसवाल ने समाज के लोगों को स्वस्थ रखने के लिए योग की प्रस्तुति दी। एंड टीवी की कलाकर विदूशी जायसवाल ने अपनी शानदार प्रस्तुति दी तो खुशी जायसवाल ने अपनी मनमोहक नृत्य प्रस्तुतकर लोगों को थिरकने पर विवश किया। 
मुख्य अतिथि रवीन्द्र जायसवाल ने कहा कि कसी समाज के लिए शिक्षा जरुरी है। शिक्षा का कोई विकल्प नहीं है। समाज की राजनीतिक भागीदारी के संबंध में उन्होंने कहा कि जायसवाल बंधुओं को एकजुटता के साथ अपनी ताकत का अहसास कराना होगा। तभी राजनीतिक क्षेत्र में बड़ी सफलता मिल सकती है। समाज को राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर पर राजनीतिक भागीदारी के लिए हर परिवार से एक-दो बच्चों को आगे आना होगा। समाज में व्याप्त भेदभाव को मिटाने पर जोर देते हुए विधायक ने कहा कि सामाजिक बुराइयों को दूर कर एकजुटता के साथ आगे बढें। जायसवाल क्लब का यह पहल सराहनीय है। इस तरह के आयोजनों से आपसी सद्भाव बढता है। 
होली मिलन समारोह समाज को एकसूत्र में पिरोने का उचित माध्यम है। समाज के लोगों को समाज के निर्बल और कमजोर लोगों को मुख्यधारा में लाने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कई उदाहरणों से व्यापारियों की सामाजिक मानसिक स्थिति को स्पष्ट करते हुए पुरानी धारणाओं को तोड़ने को प्रेरित किया। कहा कि समस्याओं से घबराएं नहीं, उसे चुनौती के रूप में लीजिए, तभी आगे बढ़ पाएंगे। यह जरूरी नहीं कि हमें विरासत में क्या मिला है, बल्कि महत्वपूर्ण यह है कि हम विरासत में क्या छोड़कर जाएंगे।
कहा कि सामाजिक कार्यों में सक्रियता के बाद भी यह वर्ग राजनीतिक रूप से उपेक्षित है। इसका मूल कारण समाज में एकजुटता का अभाव है। लोकतंत्र में पूछ उसी की होती है, जिसमें ताकत होती है। इसके लिए एकजुट होना होगा। उन्होंने कहा कि अगर बंटोगे तो मिट जाओगे और अगर जुड़ोगे तो मिटा दोगे। उन्होंने कहा कि अधिकार चाहिए तो लड़ना होगा, भीख मांगने से कुछ नहीं मिलता। 
जायसवाल क्लब के संस्थापक अध्यक्ष मनोज जायसवाल ने कहा कि संगठन समाज के उत्थान के लिए कटिबद्ध है। उन्होंने संगठन को सशक्त बनाने पर जोर देते हुए कहा कि जल्द ही जायसवाल समाज के सभी वर्ग एवं उपवर्ग को एकजुट कर बड़ा सगंठन तैयार किया जाएगा। समाज का सम्मान हो यही हमारा नारा है। उन्होंने स्वजातीय लोगों से अपने अतीत और समाज के महापुरुषों से प्रेरणा लेने की अपील की।
कार्यकम में क्लब के प्रदेश अध्यक्ष नंदलाल जायसवाल, जीत जायसवाल, गोपाल जायसवाल, शरद जायसवाल आदि का खासा योगदान रहा। कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत क्लब के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज जायसवाल ने किया। संचालन  लक्ष्मीकांत जायसवाल, शिवानी जायसवाल मुरलीधर जायसवाल ने किया।

No comments:

Post a Comment