यूपी में दंगाई ही नहीं, कोरोना भी शांत हो जाता है : योगी
पहले क्या कर रही थी बुआ-बबुआ और भाई-बहन की जोड़ी, किया सिर्फ परिवार का विकाससपाई रामभक्तों पर गोलियां चलवा सकते हैं, प्रदेश का विकास नहीं
30 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया
विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को स्वीकृति पत्र, चेक और चाबी वितरण भी किया
सुरेश गांधी
वाराणसी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को
चंदौली के सकलडीहा विधानसभा
क्षेत्र में 30 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का
लोकार्पण और शिलान्यास किया।
इसमें रामगढ़ स्थित बाबा कीनाराम आश्रम के जीर्णोद्धार और
सुंदरीकरण का काम भी
शामिल है। इस मौके पर
योगी ने विभिन्न योजनाओं
के लाभार्थियों को स्वीकृति पत्र,
चेक और चाबी वितरण
भी किया। इस दौरान उन्होंने
रामगढ़ इंटर कॉलेज के पास जनसभा
को संबोधित करते समय सपा मुखिया अखिलेश यादव व बसपा सुप्रीमों
मायावती के साथ साथ
कांग्रेस के भाई-बहन
की जोड़ी पर जमकर प्रहार
किया। योगी ने कहा कि
सपाई रामभक्तों पर गोलियां तो
चलवा सकते हैं, लेकिन प्रदेश का विकास हरगिज
नहीं कर सकते। उन्होंने
कहा कि सपा शासन
में जमकर भ्रष्टाचार किया गया और सिर्फ परिवार
का विकास किया गया।
सीएम ने कहा कि
पहले दंगे होते थे, त्योहार नहीं मनाने देते थे। प्रदेश में अराजकता चरम पर थी। कोई
यूपी में आना नहीं जाना चाहता था। पिछले पांच साल में एक भी दंगा
नहीं हुआ। सिर्फ दंगाई ही नहीं यहां
के लोगों की आस्था देखकर
कोरोना भी शांत हो
जाता है। इस बार सकलडीहा
की जनता को चूकना नहीं
है। यूपी को देश की
सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाना है। सपा के सरकार में
गरीबों को राशन नहीं
मिल रहा था। अब फ्री में
राशन, वैक्सीन सब कुछ मिल
रहा है। योगी ने कहा कि
विपक्ष के पास कोई
मुद्दा नहीं है. भाई भतीजावाद के नाम पर
पूरे समाज को बदनाम कर
रहे थे। विकास के पैसों पर
डकैती डालते थे और बाहर
भेजते थे। सीएम योगी ने कहा कि
सपा को चार बार
सत्ता मिली, लेकिन प्रदेश का विकास नहीं
किया गया। उन्होंने कहा कि सपा शासन
में नौकरियों में भ्रष्टाचार होता था, लेकिन हमारी नौकरी प्रक्रिया पर कोई अंगुली
नहीं उठा सकता। आज माफिया की
जुर्रत नहीं कि किसी व्यापारी,
किसी मां बेटी की तरफ आंख
उठाकर देख सके। उन्होने कहा कि किसानों ने
चंदौली जिले का नाम देश-दुनिया में रोशन किया है। तीन साल पहले जिले में काला चावल पैदा नहीं होता था। लेकिन आज 2400 किसान 2100 हेक्टेयर भूमि पर ब्लैक राइस
(काला चावल) की खेती कर
रहे हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में
33 मेडिकल कालेज, सड़क, पुल, पालीटेक्निक का निर्माण हो
रहा है। बुआ-बबुआ, भाई-बहन आखिर पहले क्या कर रहे थे।
सपा की सरकार थी
तो अखिलेश को सिर्फ अपना
परिवार दिखता था। हमारे लिए प्रदेश की 25 करोड़ जनता ही हमारा परिवार
है। अखिलेश यह जानते तो
मेरे परिवार पर कटाक्ष नहीं
करते। प्रदेश सरकार पौराणिक स्थलों का विकास कर
रही है। जनता का पैसा अब
इसमें खर्च हो रहा है।
पहले यह पैसा माफ़ियाओं
की तिजोरी में जाता था। अब माफिया ने
यदि किसी बहू-बेटी की इज्जत और
गरीब की जमीन पर
नजर गड़ाई तो सरकार का
बुलडोजर उनकी छाती पर खड़ा दिखेगा।
उन्होंने सभी से वैक्सिनेशन कराने
की अपील की।
काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के तैयारियों की समीक्षा
कहा, लोकार्पण
से
पहले
और
उसके
बाद
एक
माह
तक
काशी
में
उत्सव
जैसा
माहौल
दिखाई
देना
चाहिए
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को सुबह करीब
साढ़े बजे वाराणसी पहुंच गए। उनका हेलीकॉप्टर सीधा चौबेपुर के उमरहां स्थित
स्वर्वेद महामंदिर धाम पहुंचा, जहां उन्होंने करीब आधे घंटे तक धाम का
अवलोकन किया। उसके बाद बरेका गेस्ट हाउस में मुख्यमंत्री ने काशी विश्वनाथ
धाम के लोकार्पण के
लिए वाराणसी आ रहे प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी के आगमन की
तैयारियों की समीक्षा की।
बरेका में प्रशाशनिक अधिकारियों के साथ जिला
पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्य, विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने उनका मुख्यमंत्री
का स्वागत किया। स्वर्वेद महामंदिर धाम पहुंचने पर जिलाधिकारी कौशलराज
शर्मा, विहंगम योग के सतगुरु आचार्य
स्वतंत्रदेव महाराज और संत प्रवर
विज्ञान देव महाराज ने मुख्यमंत्री का
स्वागत किया। स्वर्वेद महामंदिर धाम के अवलोकन के
दौरान विहंगम योग के संत प्रवर
विज्ञान देव महाराज ने बताया कि
विहंगम योग समाज का वार्षिकोत्सव समारोह
13, 14, 15, दिसंबर को है। इसमें
देश और विदेश के
लाखों अनुयाई भाग लेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बनारस रेल
इंजन कारखाना के सभागार में
कहा कि श्रीकाशी विश्वनाथ
धाम के लोकार्पण का
संदेश दुनिया में पहुंचना चाहिए। इसके बाद वाराणसी आध्यात्मिक पर्यटन का बहुत बड़ा
व नया केंद्र बनेगा। सैकड़ों वर्षों के बाद 13 दिसंबर
को काशी में एक ऐतिहासिक आयोजन
के हम सभी साक्षी
बनेंगे। इस दौरान काशी
पर देश और दुनिया भर
के लोगों की निगाहें रहेंगी।
इसलिए ऐसे महत्वपूर्ण अवसर पर काशी से
एक बड़ा संदेश जाना चाहिए। शहर की साफ-सफाई
से लेकर साज-सज्जा तक भाजपा के
अनुशासित कार्यकर्ता बारीकी से ध्यान दें।
संगठन के स्वयंसेवक पुलिस
और प्रशासन से समन्वय बनाकर
आयोजन को इस तरह
से सफल बनाएं कि उसकी चौतरफा
प्रशंसा हो। लोकार्पण से पहले और
उसके बाद एक माह तक
काशी में उत्सव जैसा माहौल दिखाई देना चाहिए। गंगा घाटों से लेकर शहर
की सड़कों, गलियों और मुहल्लों में
काशी विश्वनाथ धाम के इतिहास और
उसके नवनिर्माण की गाथा जन-जन को सुनाई
जाए।
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