Sunday, 1 May 2022

जायसवाल क्लब ने स्पीकर सदस्य रमा देवी का किया भव्य स्वगत

जायसवाल क्लब ने स्पीकर सदस्य रमा देवी का किया भव्य स्वगत

कलब के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज जायसवाल ने स्मृति चिन्ह एवं अंगवस्त्रम भेंट कर सम्मानित किया

बाबा विश्वनाथ धाम में दर्शन पूजन के बाद किया लोक कल्याण की कामना

सुरेश गांधी

वाराणसी। लोकसभा स्पीकर पैनल की सदस्य, संसदीय कमेटी की चेयरपर्सन एवं चार बार सांसद रही रमा देवी का रविवार को जायसवाल कलब के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज जायसवाल के नेतृत्व में रमाडा होटल में स्वजातिय बंधुओं ने फूलमालाओं से गर्मजोशी से स्वागत किया। इस मौक पर मनोज जायसवाल ने उन्हें स्मृति चिन्ह एवं अंगवस्त्रम भेंट कर सम्मानित किया। इसके पूर्व रमा देवी ने बाबा विश्वनाथ धाम में विधि-विधान से दर्शन पूजन किया और लोक कल्याण की कामना की। इस अवसर पर जायसवाल क्लब के विजय प्रकाश जायसवाल, शरद जायसवाल, सुरेश गांधी, कमलेश जायसवाल, अरविंद हर जायसवाल,  अखिलेश जायसवाल, अमन जायसवाल, विजय जायसवाल, डाक्टर संजीव जायसवाल आदि उपस्थित थे।

इस दौरान श्रीमती रमा देवी कल्ब के मनोज जायसवाल द्वारा समाज को एकसूत्र में पिरोने एकजुटता के लिए बधाई देते हुए कहा कि समाज के लिए 24 घंटे उनका दरवाजा खुला रहेगा। उनकी मंशा है कि समाज के लिए राजनीतिक क्षेत्र में बढ़चढ़कर भागीदारी सुनिश्चित करें। बता दें, दो दशक से बिहार की बेहतरीन सांसदों में शुमार और लगातार चार बार लोकसभा के लिये चुनी जाने वाली प्रदेश की इकलौती महिला होने का गौरव हासिल करने वाली एक घरेलू महिला की छवि वाली रमा देवी भले ही साधारण दिखें, लेकिन अपनी योग्यता, कार्य कुशलता और इस कारण मिलने वाली लोकप्रियता में वे वाकई असाधारण हैं। 5 मई 1949 को वैशाली के लालगंज में जन्मी रमा देवी का विवाह शिवहर के राजनीतिक परिवार में राष्ट्रीय जनता दल के जाने-माने राजनेता और लालू प्रसाद कैबिनेट में मंत्री रहे ब्रज बिहारी प्रसाद से हुआ। रमा देवी को राजनीति में उनके पति ने ही उतारा था और 12वीं लोकसभा में उन्हें मोतिहारी से चुनाव लड़वाया।

इस चुनाव में रमा देवी ने कद्दावर नेता राधामोहन सिंह को हराया। कुछ ही महीनों बाद ब्रज बिहारी प्रसाद की पटना के इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंस परिसर में हत्या कर दी गयी। वे उस समय इलाज के लिये वहां भर्ती थे। इसके बाद रमा देवी अपने पति की विरासत संभालते हुए शिवहर से विधायक बनीं और राबड़ी देवी के मंत्रिमंडल में शामिल हुई्ं। हालांकि रमा देवी अक्सर यह आरोप ज़रूर लगा देती थींं कि उनके पति कि हत्या में राजद सुप्रीमो का भी हाथ था। ये बहुत कम लोग जानते हैं कि साल 2009 में मोतिहारी से मौजूदा सांसद राधा मोहन सिंह ने उन्हें भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने का न्यौता दिया और शिवहर से टिकट दिलवाया। वे एनडीए के प्रत्याशी के रूप में चुनाव जीतीं और तब से अब तक नहीं हारीं। उन्होंने अपने क्षेत्र में विकास की ऐसी बयार बहायी है जो कई मामलों में अतुलनीय है। उनके इलाके में कई सुविधाएं ऐसी हैं जो राजधानी पटना से भी बेहतर हैं।

कानून और अर्थशास्त्र की शिक्षा प्राप्त रमा देवी की छवि एक मददगार और लोकप्रिय राजनेता की रही है। उनके दिल्ली और शिवहर स्थित आवास पर आया कोई भी जरूरतमंद खाली हाथ नहीं लौटता। रमा देवी संसदीय मर्यादा का निर्वहन करने में एक आदर्श स्थापित करने वाली देश की पहली महिला राजनेता हैं। एक तरफ जहां पिछले कुछ वर्षों से प्रदेश और देश भर के सांसदों की संसद में औसत उपस्थिति 85 से 87 प्रतिशत के आसपास रहती है वहीं रमा देवी की उपस्थिति 99 से 100 प्रतिशत रही है। सदन में प्रश्न पूछने और चर्चाओं में भागीदारी के मामले में भी वे अव्वल रहने वाले सदस्यों में से हैं। रमा देवी जून में लोकसभा के पीठासीन अध्यक्षों के पैनल में सम्मिलित की गयीं। उन्हें संसद की सामाजिक न्याय अधिकारिता संबंधी स्थायी समिति का अध्यक्ष और सामान्य मामलों की स्थायी समिति का सदस्य बनाया गया है। वर्तमान लोकसभा में उन्होंने चार विशेष उल्लेख समेत दस चर्चाओं में सक्रिय भागीदारी की है। उन्होंने महिला एवं बाल विकास, पर्यावरण, सड़क परिवहन, पेट्रोलियम आदि कई मुद्दों पर 74 महत्त्वपूर्ण प्रश्न पूछे हैं।

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