Sunday, 14 August 2022

जश्न-ए-आजादी में डूबा कोना-कोना, तिरंगे की शान में निकली रैलियां

जश्न--आजादी में डूबा कोना-कोनातिरंगे की शान में निकली रैलियां

चप्पे-चप्पे पर तैनात रहे सुरक्षा के जवान 

वंदे मातरम् मां भारती के जयकारे से गूंज रही काशी

हर घर तिरंगा-हर मन तिरंगा, सारे जहां से अच्छा हिन्दुस्तान हमारा...

आजादी के 75वीं वर्षगांठ की खुशी वीर सपूतों की याद में निकाली तिरंगा यात्रा

सुरेश गांधी

वाराणसी। 15 अगस्त यानी स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या अमृत दिवस के मौके पर शहर हो या देहात कोना-कोना गुलजार हो गया है। लोगों में जश्न--आजादी मनाने को लेकर खासा रोमांचित कर रहा है। कहीं रैली तो कहीं सांस्कृतिक कार्यक्रम के जरिये देश की आजादी का जश्न मनाया जा रहा है। लोग देशभक्ति के तरानों में डूबे हुए हैं। जगह-जगह रैलियों का आयोजन किया गया। देश की शान तिरंगा झंडा हर घर की मुंडेर पर लहरा रहा है। तिरंगा लोगों के आकर्षण का केंद्र बना है। चारों तरफ देशभक्ति गीत सारे जहां से अच्छा हिंदोस्तां हमारा, मिले सुर मेरा तुम्हारा गूंज रहे है। उन वीरों को याद कर श्रद्धाजंलि देने की तैयारी पूरी गई है, जिन्होंने देश की आजादी के लिए हंसते-हंसते जान कुर्बान कर दी थी। लोगों ने देशभक्ति के नारे लगाए।

शहर में सुबह से कहीं तिरंगा यात्रा तो कहीं बाइक और साइकिल रैली निकाली गई। तिरंगे की आन-बान और शान के लिए हाफ मैराथन और रन फॉर कंट्री मिनी मैराथन का भी आयोजन हुआ। इसमें सुरक्षा बलों के जवान, नेता, डॉक्टर, इंजीनियर, व्यापारी और गणमान्य के साथ ही आम लोग भी शामिल हुए। पीएम मोदी की अपील के बाद बनारस का हर हिस्सा तिरंगामय हो चुका है। क्या इमारतें, क्या सड़कें, क्या फ्लाईओवर हर जगह सिर्फ तिरंगा नजर रहा है। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भारत की झलक पर लोग झूमते नजर आएं तो कहीं जलियावाला बाग की शहादत की झलक देख लोग गमगीन भी हो गए। लोगों के आंखों मे यदि उस समय कुछ था तो वो थे सिर्फ आंसू। दिन चढ़ने से पहले ही हाथों में झंडा लिए लोगों की सड़कों पर भीड़भाड़ नजर आयी। लोगों के उत्साह सड़कों पर तिरंगे के साथ उमड़ी भीड़ देखकर लगता है देश की आजादी का ये जश्न मनाने का कोई मौका छोड़ना नहीं चाहते।

जायसवाल क्लब के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज जायसवाल के नेतृत्व में जगतगंज कार्यालय से मां भारती मंदिर तक तिरंगा यात्रा निकाली गयी। तिरंगा यात्रा का शुभारंभ स्टांप शुल्क पंजीयन राज्य मंत्री रवीन्द्र जायसवाल ने तिरंगा दिखाकर रवाना किया। यात्रा लहुराबीर, मलदहिया, सिगरा होते हुए भारत माता मंदिर तक गया। भारत मंदिर में दीप प्रज्वलन के बाद यात्रा का समापन किया गया। यात्रा के दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज जायसवाल ने चंद्रशेखर आजादय सरदार पटेल सहित कई शहीदों की प्रतिमाओं पर माल्यापार्ण किया। खास बात यह है कि तिरंगा पदयात्रा में प्रदेश अध्यक्ष नंदलाल जायसवाल, प्रदेश उपाध्यक्ष जेडी गुप्ता, बीएल जायसवाल, मुरली जायसवाल, गोपालजी जायसवाल, नीरज जायसवाल, रमेश जायसवाल सहित बड़ी संख्या स्वजातिय महिलाएं पुरुष शामिल थे। यात्रा में युवा, बुजुर्ग, व्यापारी, नारीशक्ति सभी शान से तिरंगा लहरा रहे थे। हर कोई देशभक्ति के जज्बे के साथ तिरंगे को सलाम करता नजर आया। इस दौरान भारत माता की जय, वंदेमातरम एवं  आयकर दाता- राष्ट्र निर्माता के नारे पूरी यात्रा में लगते रहे। मनोज जायसवाल ने वीर शहीदों को नमन करते हुए कहा कि कैसे भूले हम उन वीरों का प्रेम, बलिदान और त्याग, जिन्होंने जान गवाकर दिलाई आजादी। वीरों के पराक्रम से ही आजाद हैं देशवासी।

वाराणसी व्यापार मंडल के तत्वाधान में अध्यक्ष अजीत सिंह बग्गा के अध्यक्षता एवं नेतृत्व में व्यापार मंडल महिला व्यापार मंडल द्वारा एक विशाल बाइक रैली का आयोजन किया गया जिसके अंतर्गत बग्गी पर भारत माता का वेश धारण किए हुए माता चल रही थी, जिसमें देश के प्रति समर्पण की भावना दिख रही थी। यात्रा गांधीनगर सिगरा, आईपी मॉल, मलदहिया चौराहा, मैदागिन चौक, विश्वनाथ मंदिर से होता हुआ गोदौलिया चौराहा पर समापन हुआ। यात्रा का शुभारंभ मुख्य अतिथि काशी प्रांत के अध्यक्ष महेश चंद्र श्रीवास्तव ने तिरंगा दिखाकर किया। इस मौके पर महानगर अध्यक्ष विद्यासागर राय, अध्यक्ष अजित सिंह बग्गा तथा रमेश निरंकारी आदि व्यापारीगण उपस्थित रहे.

Friday, 12 August 2022

देशभक्ति की बही बयार, रंग दे बसंती चोला से गूंजा काशी

देशभक्ति की बही बयार, रंग दे बसंती चोला से गूंजा काशी

आजादी के अमृत महोत्सव पर कहीं निकाली तिरंगा यात्रा, तो कहीं बांटा तिरंगा तो कहीं शहीदों को याद किया गया 

आजादी के रंग में दौड़े पुलिस और पीएसी के जवान

पुलिस लाइन कमिश्नरेट और रामनगर पीएसी में हाफ मैराथन का आयोजन

सुरेश गांधी

वाराणसी। आजादी के 75 साल पूरा होने पर अमृत महोत्सव के तहत मनाए जा रहे हर घर तिरंगा कार्यक्रम में लोग बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। अलग-अलग जगहों से तिरंगा यात्रा निकाली जा रही है. तिरंगा यात्रा के दौरान लोगों का उत्साह देखते ही बन रहा है। लोग अपने-अपने घरों प्रतिष्ठानों की छतों पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहरा रहे है। आज भी बच्चों से लेकर बड़ों तक ने अलग-अलग अंदाज में तिरंगा को हाथ में लेकर रैली निकाली. ’तिरंगा यात्रादेशभक्ति, राष्ट्रीय गौरव और अपनेपन की भावना पैदा करने के लिए है. ऐसे में क्या स्कूल-कालेज, क्या पार्टियां क्या स्वयंसेवी संगठन क्या प्रशसन हर कोई अपने-अपने तरीके से तिरंगा यात्रा निकाल रहा है। सड़कों पर सिर्फ और सिर्फ झंडा दिखाई दे रहा है. सभी जगह तिरंगा यात्रा ही नजर रहा है। सभी ने इस दौरान अपने शरीर पर तिरंगा बनाया हुआ था और हाथों में कई मीटर लंबा झंडा पकड़, भारत माता की जय के नारे लगा रहे थे. देशभक्ति के गानों की धुन में पुलिस कर्मियों ने कदमताल किया. गर्व, गौरव और स्वाभिमान का प्रतीक तिरंगा हाथों में लेकर पुलिस अफसर सड़कों पर निकले. मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में भी तिरंगा शान से फहराया जा रहा है। देश भक्ति के अत्यंत लोक प्रिय गीत रंग दे बसंती चोला से पूरी काशी गूंज रही है।

बता दें कि अमृत महोत्सव के तहत राष्ट्र की एकता को मजबूती प्रदान करने के लिए हर घर तिरंगा मानाने की अपील की गई है. इस कार्यक्रम के तहत 13 से 15 अगस्त तक जनभागीदारी से घरों के ऊपर तिरंगा फहराया जाएगा और सरकारी एवं निजी प्रतिष्ठान भी इसमें शामिल होंगे. इस क्रम में केन्द्रीय विद्यालय, बीएचयू में प्रधानाचार्य दिवाकर सिंह के नेतृत्व में हर घर तिरंगा अभियान के तहत बच्चों ने ध्वजारोहण किया. इसके बाद देशभक्ति गानों की धुन पर तिरंगा यात्रा निकाली। 

इस दौरान उन्होंने कई सांस्कृतिक कार्यक्रम किए और देश के वीर जवानों को याद किया गया. प्रधानाचार्य दिवकार सिंह का कहना है कि तिरंगे के साथ यात्रा निकालकर हमे बहुत गर्व महसूस हो रहा है। हमें गर्व है कि हम भारतीय है और हम आजादी के अपने इस पर्व को बड़े ही गर्व से मना रहे हैं। काशी इन्दु सेवा समिति द्वारा घर-घर जाकर झंडे का वितरण किया गया। 

संस्था के अध्यक्ष कंचन तिवारी ने लोगों से आग्रह किया कि सभी लोग अपने घर में तिरंगे झंडे लगाएं। झंडा वितरण के दौरान जिला मंहामंत्री जगदीश त्रिपाठी, पार्षद मदन मोहन दुबे, आलोक देव मिश्रा, अमित, काशी गौड आदि मौजूद थे। हज कमेटी उत्तर प्रदेश के सदस्य सरवर सिद्दीकी के नेतृत्व में ग्राम भभौरा तहसील औराई-भदोही में तिरंगा यात्रा निकाली गयी। तिरंगा यात्रा में हज कमेटी उत्तर प्रदेश सदस्य सरवर सिद्दीकी ने तिरंगा यात्रा की समाप्ति पर भारत माता की जय नारे लगाकर लोगों ने देश की एकता और अखंडता का भी संदेश दिया। इस दौरान ग्राम प्रधान मो याकूब, मुमताज अंसारी सहित अन्य गणमान्य सम्मानित नागरिक भी उपस्थिति रहे।

आजादी के अमृत महोत्सव के तहत रिजर्व पुलिस लाइन कमिश्नरेट में 5 किमी मैराथन दौड़ का आयोजन किया गया। धावकों को एसीपी कैंट लखन सिंह यादव और एसीपी पुलिस लाइंस अवधेश पांडेय ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। हाफ मैराथन के दौरान धावक आजादी के रंग में रहे। पुलिस लाइन से यह दौड़ शुरू होकर कचहरी का चक्कर लगाते हुए पुनः पुलिस लाइन में आकर समाप्त हुई। इस दौरान अव्वल आने वाले धावकों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। एसीपी पुलिस लाइंस अवधेश पांडेय ने अमृत महोत्सव को लेकर विचार व्यक्त किया। 

उधर, 36वीं वाहिनी पीएसी रामनगर में हाफ मैराथन दौड़ को सेनानायक डॉ अनिल कुमार पांडेय ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। हाफ मैराथन में अमर बहादुर सहायक सेनानायकअविचल पांडेय शिविरपाल, कैलाश नाथ सिंह सूबेदार मेजर आदि रहे। मैराथन दौड़ से पूर्व वाहिनी स्थित समस्त बैरक, आरटीसी बैरक, सीपीसी कैंटीन, आरओ प्लांट, वाहिनी चिकित्सालय, वाहिनी प्रवेश द्वार, निकास द्वार, जलपान गृह, प्रशासनिक भवन सहित समस्त भवनों पर मान- सम्मान के साथ तिरंगा झंडा लगाया गया। धावकों को एसीपी कैंट लखन सिंह यादव और एसीपी पुलिस लाइंस अवधेश पांडेय ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। 

शहीदों को नमन करने का अवसर हैआज़ादी का अमृत महोत्सव’ : काका

वाराणसी। यह हम सभी का सौभाग्य है कि हम आजाद भारत के इस ऐतिहासिक कालखंड के साक्षी बन रहे हैं। हमारे यहां मान्यता है कि जब कभी ऐसा अवसर आता है तब सारे तीर्थों का एक साथ संगम हो जाता है। आज एक राष्ट्र के रूप में भारत के लिए भी ऐसा ही पवित्र अवसर है। ऐसा लग रहा है जैसे आज़ादी के असंख्य संघर्ष, असंख्य बलिदानों का और असंख्य तपस्याओं की ऊर्जा पूरे भारत में एक साथ पुनर्जागृत हो रही है। उन सभी वीर जवानों को भी नमन करने का अवसर है, जिन्होंने आज़ादी के बाद भी राष्ट्ररक्षा की परंपरा को जीवित रखा, देश की रक्षा के लिए सर्वोच्च बलिदान दिए, शहीद हो गए। यह बाते काका ओवरसीज लिमिटेड ग्रूप के कर्ताधर्ता योगेन्द्र राय उर्फ काका ने कहीं। वे शुक्रवार को अपने प्रतिष्ठान में बड़ी संख्या में बुनकरों कामगारों संग तिरंगा फहरा रहे थे। काका राय ने कहा कि जिन पुण्य आत्माओं ने आज़ाद भारत के पुनर्निर्माण में प्रगति की एक एक ईंट रखी, 75 वर्ष में देश को यहां तक लाए, उन सभी के चरणों में भी नमन करने का अवसर है अमृत महोत्सव। जब हम ग़ुलामी के उस दौर की कल्पना करते हैं, जहां करोड़ों-करोड़ लोगों ने सदियों तक आज़ादी की एक सुबह का इंतज़ार किया, तब ये अहसास और बढ़ता है कि आज़ादी के 75 साल का अवसर कितना ऐतिहासिक है, कितना गौरवशाली है। इस पर्व में शाश्वत भारत की परंपरा भी है, स्वाधीनता संग्राम की परछाई भी है, और आज़ाद भारत की गौरवान्वित करने वाली प्रगति भी है। इतिहास साक्षी है कि किसी राष्ट्र का गौरव तभी जाग्रत रहता है जब वो अपने स्वाभिमान और बलिदान की परम्पराओं को अगली पीढ़ी को भी सिखाता है, संस्कारित करता है, उन्हें इसके लिए निरंतर प्रेरित करता है। किसी राष्ट्र का भविष्य तभी उज्ज्वल होता है जब वो अपने अतीत के अनुभवों और विरासत के गर्व से पल-पल जुड़ा रहता है। फिर भारत के पास तो गर्व करने के लिए अथाह भंडार है, समृद्ध इतिहास है, चेतनामय सांस्कृतिक विरासत है। इसलिए आज़ादी के 75 साल का ये अवसर एक अमृत की तरह वर्तमान पीढ़ी को प्राप्त होने का अवसर है। एक ऐसा अमृत जो हमें प्रतिपल देश के लिए जीने, देश के लिए कुछ करने  के लिए प्रेरित करेगा।