Thursday, 4 August 2022

श्रद्धेय डॉ. काशी प्रसाद जायसवाल की पूण्यतिथि पर अर्पित किए गए श्रद्धासुमन

श्रद्धेय डॉ. काशी प्रसाद जायसवाल की पूण्यतिथि पर अर्पित किए गए श्रद्धासुमन

राजनीतिक भागीदारी के लिए आगे आएं जायसवाल समाज : रमेश जायसवाल

डॉ. काशीप्रसाद जायसवाल को मिलेभारतरत्न’ : मनोज जायसवाल

नारायणदास जायसवाल को चंदौली जनपद का क्लब अध्यक्ष मनोनीत किया गया

सुरेश गांधी

वाराणसी। जायसवाल क्लब के तत्वावधान में गुरुवार को चौबेपुर स्थित छोटेलाल पब्लिक स्कूल परिसर में महान इतिहासकार, कानूनविद, मुद्राशास्त्री, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पुरातत्व के अर्न्तराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त विद्वान जायसवाल समाज के गौरव डॉ. काशी प्रसाद जायसवाल की पूण्यतिथि मनाई गयी। इस मौके पर लोगों ने उनके तैल चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित कर उन्हें भावभिनी श्रद्धाजंलि अर्पित की। इस मौके पर जायसवाल क्लब के संरक्षक एवं विधायक रमेश जायसवाल एवं अध्यक्ष मनोज जायसवाल ने प्रदेश अध्यक्ष नंदलाल की संस्तुति पर नारायणदास जायसवाल को चंदौली जनपद का क्लब अध्यक्ष मनोनीत कर प्रमाण पत्र भेंट किया।

समारोह के मुख्य अतिथि एवं पं दीन दयाल उपाध्याय नगर विधायक रमेश जायसवाल ने कहा जायसवाज समाज आत्मसम्मान के लिए एकजुट हो। इसके लिए आपसी मतभेदों को भुलाकर सभी को पहल करनी होगी, तभी समाज की राजनैतिक रूप से तरक्की हो सकती है। इसके अलावा हमें अपने संगठन के साथ अन्य संगठनों सहित वैश्य समाज से जुड़े सभी को एक प्लेटफार्म पर लाना होगा। इस दौरान उन्होंने समाज के लिए हर कुर्बानी देने की वचनबद्धता दुहराते हुए कहा कि राजधानी का आवास समाज के लिए सदैव खुला रहेगा।

इस मौके पर क्लब के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज जायसवाल ने भारत सरकार से मांग की है कि डॉ. काशीप्रसाद जायसवाल को मरणोपरान्त भारत का सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न प्रदान किया जाएं। इसके लिए देश के हर जनपद प्रांत में कोशिश हो। मनोज जायसवाल ने स्वजातिय बंधुओं का आह्वान किया कि वे सिर्फ डॉ. काशीप्रसाद जायसवाल के आदर्शो को अपनाएं बल्कि उनके जैसे अपने बच्चों को भी बनाने का प्रयास करे। यह तभी संभव हो पायेगा जब सच्चे मन से इस कार्य में लगे। इस दौरान उन्होंने उनके जीवन वृतान्त पर प्रकाश डालते हुए बताया कि जायसवाल भारतीय इतिहास के ज्योतिर्धर थे। उन्होंने इतिहास लेखन के माध्यम से सामाजिक जीवन में, राष्ट्रीय चेतना का संचार किया।

मनोज जायसवाल ने कहा कि समाज के प्रति आज का हमारा त्याग, हमारे आदर्श कल आने वाली पीढ़ी के लिए वरदान होगा। इसलिए खुद को लीडर बनने के बजाय हम लीडर पैदा करना होगा। क्योंकि राजनीतिक दलों में उचित प्रतिनिधित्व नहीं मिलने के कारण ही उनकी उपेक्षा हो रही है। इसलिए समाज के लोगों को अपनी राजनीतिक भागीदारी बढ़ानी होगी। परिवार के कम से कम एक सदस्य को राजनीति में आना पड़ेगा। उन्होंने समाज के लोगों से एकजुटता बनाएं रखने का आह्वान करते हुए कहा कि सामाजिक चेतना, एकता और शिक्षा से ही समाज का सर्वांगीण विकास होगा।

उन्होंने राजनीति के क्षेत्र में समाज के कम हो रहे प्रतिनिधित्व पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि संपंन रहने के बावजूद समाज की राजनीतिक भागीदारी नगण्य है। इसके लिए जरुरी है कि सामाजिक बुराईयों को छोडऩे के साथ ही हर घर से कम से कम एक युवक राजनीति के क्षेत्र में आगे आएं। क्योंकि राजनीतिक भागीदारी बगैर समाज के स्वाभिमान की रक्षा असंभव है। मनोज जायसवाल ने कहा कि कई धड़ों और संगठनों में बंटकर समाज कमजोर हो रहा है। गलत समझौतों से पिछड़ रहे समाज को पूरी एकजुटता के साथ अधिकारों की लड़ाई लड़नी होगी। चेताया कि अगर अभी नहीं संभले तो युवाओं का भविष्य अंधकारमय हो जाएगा। उनके आगे बढ़ने के अवसर कम हो रहे हैं क्योंकि उनकी बात उठाने वाला कोई नहीं है।

समाज को आत्ममंथन की जरूरत बताते हुए आह्वान किया कि सरकार को झुकाने के लिए विशाल संख्या बल की जरूरत है, जिसके लिए घर से बाहर निकलकर गांव-गांव जाने की जरूरत है। किसी एक के बूते नहीं बल्कि प्रत्येक व्यक्ति को समाज के सम्मान और उत्थान के लिए प्रतिबद्ध होना पड़ेगा तभी समाज का गौरव भविष्य में बरकरार रहेगा। इस अवसर पर चौबेपुर के स्कूल प्रबंधक अवधेश प्रसाद जायसवाल, विजय प्रकाश जायसवाल, अशोक जायसवाल, विजय जायसवाल, अरविन्द जायसवाल, संजीव जायसवाल, लक्ष्मी नारायण जायसवाल, भगवानदास जायसवाल, मुरलीधर जायसवाल, कमलेश जायसवाल, धर्मेन्द्र जायसवाल, अखिलेश जायसवाल आदि मौजूद थे।

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