Sunday, 4 December 2022

250 बेड वाले शंकर नेत्रालय का निर्मला सीतारमन ने किया भूमि पूजन

250 बेड वाले शंकर नेत्रालय का निर्मला सीतारमन ने किया भूमि पूजन

कहा, कैंसर हास्पिटल के बाद शंकर नेत्रालय काशावासियों के लिए होगी बड़ी सौगात

80 फीसदी लोगों का मुफ्त इलाज मिलेगा
वाराणसी की स्वास्थ्य अवस्थापना में शंकर नेत्रालय एक और कड़ी : डीएम

इस अत्याधुनिक अस्पताल में ओपीडी से लेकर भर्ती और ऑपरेशन तक की मिलेगी सुविधाएं लोगों को आने वाले समय में मिलेंगी

लगभग 40 करोड़ की लागत से ढाई एकड़ की जमीन पर 13 माह में बनकर तैयार होगा हास्पिटल

सुरेश गांधी

वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी मेडिकल सुविधाओं का हब बनता जा रहा है। लगभग एक हजार करोड़ की लागत से संचालित कैंसर हास्पिटल के बाद अब ढाई एकड़ में लगभग 40 करोड़ की लागत से बनने वाले अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त शंकर नेत्रालय की काशीवासियों को एक और सौगात मिल गयी। दावा है कि 13 माह में यह अस्पताल भी संचालित होने लगेगा। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने रविवार को हरहुआ रिंगरोड के समीप हरिहरपुर गांव में शंकर नेत्रालय अस्पताल की ब्रांच के लिए शिलान्यास और भूमि पूजन किया।

केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि देश में आंखों का एक अद्भुत सेवा करने वाले संगठन की प्रेरणा हमारे गुरु कांची कामकोटि शंकराचार्य का है। इस परिवार से जुड़े लोग पिछले 40 साल से ऊपर इस महत्वपूर्ण कार्य को आगे बढ़ा रहे हैं। उत्तर प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन इसमें हर संभव मदद करेगी, जिससे जनता की अपेक्षा को हम पूर्ण कर पाएंगे। उन्होंने बताया कि झुनझुनवाला फाउंडेशन और राकेश झुनझुनवाला का परिवार इसमें खुले मन से सहयोग दे रहा है।

शंकरा हॉस्पिटल के ग्रुप पूरे देश में 113 जिला के सेवा में अभी लगे हुए हैं। भारत में 750 से ज्यादा जिला है, 113 जिले का कवर पहले से हो रहा है, जबकि 13 हॉस्पिटल अभी क्रियाशील हैं। उत्तर प्रदेश के कानपुर में जहां यह फैसिलिटी है। पूर्वांचल के गोरखपुर, वाराणसी और बिहार, नेपाल, झारखंड, मध्य प्रदेश के लोगों को अब से ही कानपुर के हॉस्पिटल में सारी सुविधाओ का लाभ मिलेगा। जो भुगतान करने में सक्षम नहीं होंगे, उनको भी सारी सुविधाओं का लाभ मिलेगा।

80 फीसदी लोगों का मुफ्त इलाज और 20 फीसदी लोगों से ही जो भुगतान करने में सक्षम होंगे उनसे पैसा लिया जाएगा। इनके द्वारा अभी 13 हॉस्पिटल में यह साबित हो गया है कि यह मॉडल चल सकता हैं। इस मॉडल में पूरे 100 में 80 लोगों को मुफ्त में इलाज देने की व्यवस्था है। इसीलिए जनता के सेवा में गुरु लोगों के प्रेरणा उनके आशीर्वाद को लेते हुए ऐसे जो पब्लिक सर्विस करने वाले सभी लोगों को समर्थन होना चाहिए। इसमे केंद्र सरकार और राज्य सरकार अभी समर्थन दे रहे है। विदेश में जो एनआरआई लोग है, वो भी अपने  स्तर के अनुसार सहयोग में शामिल हो रहे हैं।

जिलाधिकारी एस राजलिंगम कहा कि यह बहुत बड़ा अवसर है, जो बनारस को एक अच्छा नेत्र हॉस्पिटल मिल रहा है। जब काशी-तमिल संगमम का आयोजन हो रहा है, तो शंकरा आई फाउंडेशन की ओर से यह काशी के लिए बहुत बड़ा योगदान है। इससे क्षेत्र में सभी वर्ग के लोग खासकर गरीब तबके के लोगो को बहुत ही फायदा मिलेगा। वाराणसी की स्वास्थ्य अवस्थापना में एक और एडिशन होगा, जो यहां की आवश्यकता भी है।

पूरे देश में अब तक इनका 13 हॉस्पिटल विभिन्न राज्यों में जो चल रहा है। लगभग 23 लाख सर्जरी सक्सेसफुली इनके द्वारा कराया जा चुका है। यूपी में इससे पहले कानपुर में भी एक हॉस्पिटल स्थापित है और यह दूसरा हॉस्पिटल होगा। प्रतिदिन लगभग 730 ऑपरेशन इनके द्वारा किया जा रहा है और सब कुछ फ्री आफ कॉस्ट है। जिलाधिकारी ने जिला प्रशासन की ओर से पूरी तरह से आश्वस्त करते हुए कहा कि इस हॉस्पिटल निर्माण में जो और जैसा सहयोग चाहिए वैसा मिलेगा। इस अवसर पर चेयरमैन एस बालासुब्रमण्यम, फाउंडर और मैनेजिंग ट्रस्टी आर डी रमणी और झुनझुनवाला फाउंडेशन की रेखा झुनझुनवाला और अन्य विशिष्ट लोग उपस्थित रहे।



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