भारतीय कालीनों की जर्मनी डोमोटेक्स फेयर में जलवा
डोमोटेक्स फेयर
में बनाए
गए भारतीय पवेलियन का
उद्घाटन सौम्या गुप्ता ने
फीता काटकर
किया
कालीन निर्यातकों के स्टॉलों पर विदेशी खरीदारों की
काफी पूछपरख देखने को
मिल रही
है
भारतीय
स्टॉलो पर
विभिन्न प्रकार के डिजाइन एवं आकर्षक कलर वाली
कालीनों की
जबरदस्त डिमांड है
फेयर में
भारत के
155 निर्यातक सीईपीसी के बैनर
तले भागीदारी कर रहे
हैं
यह अंतर्राष्ट्रीय कालीन मेला
हस्त निर्मित कालीन और
फर्श कवरिंग के लिए
दुनिया के
सबसे महत्वपूर्ण और सबसे
बड़े विशेष
व्यापार मेले
में से
एक है
: कैप्टन मुकेश
सुरेश गांधी
वाराणसी। सात समुंदर पार जर्मनी के हनोवर शहर में आयोजित डोमोटेक्स में भारतीय निर्यातकों ने बुनकरों की हाडतोड़ मेहनत से तैयार आकर्षक डिजाइन वाले कालीनों और फ्लोर कवरिंग के बूते देश का नाम रोशन कर रहे हैं। डोमोटेक्स में कालीन निर्यातकों के स्टॉलों पर विदेशी खरीदारों की काफी पूछपरख देखने को मिल रही है। या यूं कहें भारतीय स्टॉलो पर विभिन्न प्रकार के डिजाइन एवं आकर्षक कलर वाली कालीनों की जबरदस्त डिमांड है। दावा है कि डोमोटेक्स में बड़ी संख्या में विदेशी खरीदारों ने शिरकत की है। इस डोमोटेक्स से भदोही, मिर्जापुर, बनारस, आगरा, पानीपत, जयपुर, दिल्ली व जम्मू कश्मीर सहित पूरे भारत के कालीन निर्यातकों को काफी उम्मीदें है। डीसी हैंडीक्रैफ्ट डा बीना ने डोमोटेक्स का भ्रमण कर भारतीय कालीनों की सराहना की।
बता
दें, कालीन
और फ्लोर
कवरिंग का
महाकुंभ डोमोटेक्स
गुरुवार को
जर्मनी के
हनोवर शहर
में आरंभ
हो गया।
इस अंतर्राष्ट्रीय
डोमोटेक्स में
भारतीय पवेलियन
का उद्घाटन
भारत सरकार
के महावाणिज्य
दूतावास की
सौम्या गुप्ता
द्वारा फीता
काटकर किया
गया। इसके
बाद उन्होंने
भारतीय पवेलियन
में देश
के निर्यातकों
द्वारा लगाए
गए स्टालों
का अवलोकन
कर उनके
द्वारा निर्मित
किए गए
विभिन्न प्रकार
के कालीनों
को देखा।
फेयर में
भारत के
155 निर्यातक कालीन
निर्यात संवर्धन
परिषद (सीईपीसी)
के बैनर
तले भागीदारी
कर रहे
हैं। इस
मौके पर
सीईपीसी चेयरमैन
कैप्टन मुकेश
कुमार गोम्बर,
प्रशासनिक समिति
के सदस्य
मो. वासिफ
अंसारी, गुलाम
नबी भट्ट,
महावीर प्रताप
शर्मा, असलम
महबूब, रोहित
गुप्ता, परिषद
की कार्यकारी
निदेशक सह
सचिव डॉ.
स्मिता नगरकोटी
कुंवर शमीम
अंसारी, असलम
महबूब सहित
सीईपीसी के
पूर्व प्रशासनिक
सदस्य उमेश
कुमार गुप्ता
मुन्ना ने
बताया कि
भारतीय पवेलियन
मे भारतीय
संस्कृति साफ
झलक रही
है। पहले
दिन से
ही निर्यातकों
में काफी
उत्साह है
तथा विजिटर
भारतीय डिजाइनों,
रंगामेजी और
शिल्प कला
से आकर्षित
हैं। इस
दौरान दुनियां
भर से
आए खरीदारों
ने स्टाल
पर भारतीय
उत्पादों की
जानकारी ली।
कालीन निर्यात संवर्धन परिषद (सीईपीसी) के पूर्व सीनियर कोआ मेम्बर उमेश गुप्ता मुन्ना ने फोन पर बताया कि जर्मनी के हनोवर सिटी में 11 से 14 जनवरी के बीच 4 दिवसीय डोमोटेक्स फेयर का आयोजन किया जा रहा है। डोमोटेक्स में निर्यातकों ने अपने अपने आकर्षक डिजाइनों व रंगामेजी वाली कालीनों की प्रदर्शनी लगाई हैं। फ्लोर कवरिंग में विश्व का यह सबसे बड़ा चार दिवसीय डोमोटेक्स है। इस मेले से भारतीय कालीन निर्यातकों को काफी उम्मींदे होती है। इस चार दिन के फेयर में निर्यातकों को पूरे साल का आर्डर मिलता है। सीईपीसी फेयर में भारतीय पवेलियन की व्यवस्था करती हैं। इस फेयर के लिए निर्यातक काफी सफल तैयारी करते है।
डोमोटेक्स
ट्रेड फेयर
के पहले
दिन काफी
संख्या में
विभिन्न आयातकों
देशों से
खरीदार वहां
पर प्रतिभाग
करने के
लिए पहुंचे।
भारतीय पवेलियन
में पहुंचकर
आयातकों ने
यहां के
उत्पादों को
देखा और
निर्यातकों से
व्यापारिक पूछताछ
की। यह
अंतर्राष्ट्रीय कालीन
मेला हस्त
निर्मित कालीन
और फर्श
कवरिंग के
लिए दुनिया
के सबसे
महत्वपूर्ण और
सबसे बड़े
विशेष व्यापार
मेले में
से एक
है। यह
अंतर्राष्ट्रीय कालीन
मेला छोटे
पैमाने के
कुटीर-आधारित
सदस्य-निर्यातकों
को दुनिया
भर के
संभावित ग्राहकों
को अपने
उत्पादों को
प्रदर्शित करने
का अवसर
प्रदान करता
है और
निर्यातक सदस्यों
को यूरोपीय
बाजार में
व्यापार करने
के लिए
एक आदर्श
मंच प्रदान
करता रहा
है। डोमोटेक्स
जर्मनी में
भागीदारी हमारे
सदस्य निर्यातकों
के लिए
एक उत्कृष्ट
अवसर है।
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