काशी का हर आंगन बना योगशाला, लोगों में दिखा योग का उत्साह
योग स्वास्थ्य
के
प्रति
एक
समग्र
दृष्टिकोण
हैए
के
शर्मा
सभी सरकारी
और
गैर
सरकारी
संस्थाओं,
एनजीओ,
संगठनों
द्वारा
किया
योगाभ्यास
घाटों से
लेकर
शहर
और
गांवों
तक
में
दिखी
योग
की
आभा
एक लाख
से
ज्यादा
लोगों
ने
एक
साथ
योग
करके
दुनिया
को
निरोग
रहने
का
संदेश
दिया
पंचगंगा घाट
पर
धीरज
गोस्वामी
ने
जलयोग
किया।
योग सप्ताह
से
अंतर्गत
कुल
6 लाख
37 हजार
549 लोगों
ने
प्रतिभाग
किया
सुरेश गांधी
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय
क्षेत्र वाराणसी में एकबार फिर
21 जून यादगार दिन बन गया।
हर तरफ योग के
प्रति लोगों में जोश और
उत्साह दिखा। या यूं कहे
काशी का हर आंगन
21 जून को योगशाला बन
गया। मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल ने बताया कि
श्री काशी विश्वनाथ धाम
में जिला प्रशासन की
ओर से मुख्य आयोजन
किया गया। मुख्य आयोजन
काशी विश्वनाथ धाम के शंकराचार्य
चौक एवं गंगा निकास
द्वार पर आयोजित हुआ।
मुख्य अथिति उत्तर प्रदेश के नगर विकास,
शहरी समग्र विकास, नगरीय रोजगार एवं गरीबी उन्मूलन,
ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा
स्रोत विभाग एवं उत्तर प्रदेश
शासन नोडल मंत्री डॉ
ए के शर्मा हर
साल 21 जून को पूरा
विश्व अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने
के लिए एक साथ
आता है। यह वैश्विक
परिघटना प्राचीन भारतीय योग पद्धति तथा
शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक कल्याण
पर इसके गहन प्रभाव
को मान्यता देती है। योग
स्वास्थ्य के प्रति एक
समग्र दृष्टिकोण है, जो श्वास
व्यायाम, ध्यान और नैतिक सिद्धांतों
को एकीकृत करता है।
इस अवसर पर
उपस्थित लोगों ने योगाभ्यास किया।
स्वागत संदेश कैंट विधायक सौरभ
श्रीवास्तव ने किया। योग
प्रशिक्षक मनीष पांडेय, रीता
जायसवाल, शिखा शर्मा ने
योग कराया, डॉ दीपिका दवे
ने योग प्रोटोकॉल का
संचालन किया। धन्यवाद ज्ञापन मुख्य विकास अधिकारी ने किया। मुख्य
कार्यपालक अधिकारी श्री काशी विश्वनाथ
ट्रस्ट द्वारा धाम में योग
कार्यक्रम की व्यवस्था बहुत
सुनियोजित ढंग से की
गई थी। आयुर्वेद विभाग
के सभी अधिकारी कर्मचारी
उपस्थित रहे, राजकीय आयुर्वेदिक
महाविद्यालय की प्राचार्य अपने
सभी अधिकारियों कर्मचारियों छात्रों के साथ प्रतिभाग
किया मंच का संचालन
आशुतोष पांडेय ने किया।
बाबा विश्वनाथ धाम
में सामूहिक योग करने की
व्यवस्था की गई थी
जिसमे लोगों ने एक साथ
भाग लिया. एक एक कर
योग के आसन शुरू
किए गए और सभी
ने एक साथ एक
लय में योगासन किए.
खास यह है कि
जब सभी योगासन कर
रहे थे उसी दौरान
धीरे धीरे सूर्य देव
भी प्रकट हो रहे थे,
जिससे नजारा बहुत ही सुंदर
नजर आ रहा था.
एक योगासन होता है सूर्य
नमस्कार और उसी दौरान
सूर्य देव प्रकट हो
रहे थे. धीरे धीरे
योग के सभी आसन
किए. योग का एक
ही संदेश है कि योग
करो और निरोगी रहो.
योग करने से शरीर
से स्वस्थ रहता है, शारीरिक
परेशानियां नही होती हैं.
साथ ही बीमारियों से
भी बचा जा सकता
है. योग भारत देश
की प्राचीन सभ्यता है, हमारे ऋषि
मुनि योग क्रियाएं करते
थे और वर्षो तक
तपस्या करते रहते थे.
योग का ही प्रभाव
होता है कि आपकी
शारीरिक क्षमता बढ़ती जाती है
और शरीर स्वस्थ रहता
है.
विश्वनाथ धाम में 1000 लोगों
ने योग किया। इसके
साथ लगभग सभी घाटों
पर 25000 लोगों ने योग किया।
इसके अलावा 694 ग्राम पंचायतों में 6,94,400 लोग, नगर निगम
के 100 पार्कों में 20000 लोगों ने योग किया।
रेलवे के वाराणसी मंडल
की विभिन्न यूनिटों, कार्यालयों, आरपीएफ बैरकों, जोनल ट्रेनिंग केंद्रों,
बनारस कोचिंग डिपो तथा मंडल
के प्रमुख स्टेशनों पर योगाभ्यास किया
गया। लहरतारा स्थित पूर्वोत्तर रेलवे अधिकारी क्लब वाराणसी में
मंडल रेल प्रबंधक विनीत
श्रीवास्तव के नेतृत्व में
रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी
एवं उनके परिजनों ने
योग किया।
योग दिवस के उपलक्ष्य में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में योगाभ्यास किया गया। विश्वविद्यालय परिसर सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय, यूपी कॉलेज, काशी हिंदू विश्वविद्यालय, बीएसएनएल, डिस्कॉम आदि जगहों पर योग किया गया। राजेंद्र प्रसाद घाट पर बटुकों ने योग कर निरोग रहने का संदेश दिया। आईआईटी बीएचयू में शिक्षकों, कर्मचारियों व विद्यार्थियों ने योगाभ्यास किया।
मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा
ने गाजीपुर के गोरा बाजार
स्थित नेहरू स्टेडियम में आयोजित योग
दिवस कार्यक्रम में प्रतिभाग करते
हुये योगाभ्यास किया। आयोजित कार्यक्रम में मंडलायुक्त द्वारा
दीप प्रज्वलन तथा माल्यार्पण के
उपरांत उपस्थित लोगों को संबोधित करते
हुए भारत मे योग
के प्रादुर्भाव की बात कहते
हुए प्राचीन समय में ऋषि
मुनियों के द्वारा मनुष्यों
को स्वस्थ्य रखने के लिए
इस वैज्ञानिक विधि को विकसित
किया गया है।
No comments:
Post a Comment