वाराणसी में दो जर्जर मकान ढहे, महिला की मौत, 9 लोग घायल
हादसा चौक
इलाके
के
काशी
विश्वनाथ
मंदिर
के
पास
खोया
गली
का
है
मृतक के
वारिस
को
राज्य
आपदा
मोचक
निधि
से
4 लाख
की
आर्थिक
सहायता
उपलब्ध
कराई
गई
सुरेश गांधी
वाराणसी। काशी विश्वनाथ मंदिर
के पास काशी विश्वनाथ
विशिष्ट परिक्षेत्र के येलो जोन
से सटे खोया गली
में देर रात पांच
मंजिला दो जर्जर मकान
ढह गए। जिससे इसके
मलबे में दबकर प्रेमलता
पत्नी अशोक गुप्ता निवासी
अजमत नगर आजमगढ़ नामक
महिला की मौत हो
गयी। जबकि नौ लोग
गंभीर रुप से घायल
हो गए। घायलों का
इलाज मंडलीय अस्पताल में चल रहा
है। सभी घायल खतरे
से बाहर है। हादसे
के बाद पूरे इलाके
में हड़कंप मच गया। चीख-पुकार व बचाओं बचाओं
की आवाज के बीच
पास-पडोस के लोग
वहां इकठ्ठा हो गए। घटना
की सूचना पर उन्हें बचाने
के लिए एनडीआरएफ की
टीम भी पहुंच गयी
और दो घंटे की
कड़ी मशक्कत के बाद घायलों
को मलबे से बाहर
निकाला गया।
इस घटना में मृतक व घायलों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हर संभव मदद करने की हिदायत प्रशासनिक अफसरो को दी। इसके अलावा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर मृतक आश्रित के वारिस को राज्य आपदा मोचक निधि से 4 लाख की आर्थिक सहायता चेक पूर्वमंत्री व क्षेत्रीय विधायक नीलकंठ तिवारी ने सौंपी। मौके पर पहुंचे मंडलायुक्त कौशलराज शर्मा व पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने बताया कि देर रात लगभग साढ़े 3 बजे 70 साल पुराने मकान अचानक ढह गया। इसके मलबे में दबे लोगों को निकालकर कबीरचौरा स्थित मंडलीय अस्पताल भेजा गया है, जिसमें विश्वनाथ मंदिर में ड्यूटी पर तैनात एक महिला पुलिस कर्मी भी गंभीर रूप से घायल हुई है।
मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा ने बताया कि इस दुखद घटना को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सुबह-सुबह ही उनसे फोन पर वार्ता करके जानकारी ली गई थी। उनके द्वारा प्रधानमंत्री को एनडीआरएफ, फायर, पुलिस, प्रशासन द्वारा चलाए गए रेस्क्यू आपरेशन तथा घायलों के अस्पताल में कराए जा रहे इलाज की पूरी विस्तृत जानकारी दी गई। प्रधानमंत्री द्वारा रात में गिरे दोनों मकान में रह रहे सभी लोगों के संबंध में पूरी जानकारी प्राप्त करते हुए दुर्घटना में मृत महिला के प्रति अपनी संवेदना प्रकट की। प्रधानमंत्री द्वारा मंडलायुक्त को घायल सभी नौ लोगों के बेहतर इलाज के निर्देश दिए गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मृत महिला के प्रति गहरी शोक संवेदना जताई है। मंडलायुक्त ने बताया कि इस क्षेत्र में लगभग 50 लोगों को नोटिस दी गई है ताकि उनकी मरम्मत करवा दी जाए। नगर निगम के माध्यम से उन्हें कहीं और रहने को कहा जाएगा। मरम्मत के बाद अपने मकान में शिफ्ट करें। महिला की मौत पर मंडलायुक्त ने कहा कि उनके गले पर कोई भारी सामान गिर गया था। मौके पर ही उनकी मौत हो गई थी। बाकी नौ लोगों का रेस्क्यू किया गया है। मुआवजे की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
जानकारी के अनुसार, खोवा
गली में दो मकान
(28.7 और 28.6) गिरे हैं। 28.6 का
मकान अशोक यादव का
है। इसमें दो दुकानें हैं,
माला-फूल और कचौड़ी
की। 28.7 रमेश गुप्ता का
मकान है। इसमें भी
दो दुकानें हैं। दुकान के
मालिक अनूप गुप्ता ने
कहा कि हम लोगों
ने मंदिर प्रशासन को कई बार
शिकायती पत्र दिया था
कि यह मकान गिरवा
दिया जाए बावजूद इसके
प्रशासन ने हमारी एक
न सुनी। करीब दस वर्षों
से यह मकान जर्जर
अवस्था में है। मकान
मालिक अशोक यादव और
गोरख यादव देर रात
अपने मकान की छत
पर सोए हुए थे।
मकान को हिलता महसूस
कर उनकी नींद टूट
गई। उन्होंने बरामदे के रास्ते दूसरे
के छत पर छलांग
लगा दी।
घटना दिन में होती तो और भी भयावह होता मंजर
मंदिर प्रशासन का दावा
मंगलवार को लगभग 3 बजे चौक थाना स्थित खोवा गली में दो जर्जर मकान गिरने की दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई है। इस संबंध में यह सूच्य है कि प्रभावित भवन मंदिर न्यास के क्षेत्र से बाहर स्थित थे तथा कॉरिडोर के भी किसी भवन अथवा बाउंड्री से सटे हुए नहीं थे। श्री काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर का निर्माण कार्य ढाई वर्ष पूर्व (वर्ष 2021) पूर्ण हो चुका है। धाम के विस्तारीकरण और सुंदरीकरण के निर्माण कार्य पूर्ण होने के उपरांत किसी भी संपत्ति का क्रय मंदिर न्यास द्वारा नहीं किया गया है। भवन सुरक्षा संबंधी प्रभावी नियमों के अंतर्गत बाहर स्थित किसी भी भवन में निर्माण कार्य, ध्वस्तीकरण व अन्य किसी भी कार्य हेतु भवन स्वामी को मंदिर प्रशासन से अनुमति लेने की आवश्यकता नहीं होती।
विश्वनाथ मंदिर न्यास द्वारा मंदिर से बाहर की संपत्तियों पर किसी भी प्रकार का नियंत्रण अथवा नियमन करने की कोई भी व्यवस्था नहीं है। यह भी स्पष्ट किया जाता है कि हालांकि, विगत कुछ वर्षों में यदा कदा कतिपय व्यक्तियों द्वारा उनकी परिसंपत्तियों को मंदिर न्यास द्वारा क्रय करने हेतु निवेदन किया गया है, किंतु इस पर विचार करते हुए मंदिर न्यास द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि कॉरिडोर का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है।
चार नम्बर गेट बंद
हादसे के बाद काशी विश्वनाथ मंदिर जाने वाले गेट नंबर चार को बंद कर दिया गया है। एक नंबर और दो नंबर गेट से दर्शनार्थियों को प्रवेश दिया जा रहा है। मौके पर पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल, अपर पुलिस आयुक्त एस चिनप्पा और डीसीपी काशी गौरव बंशवाल सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने बताया कि हादसे के बाद 8 लोग मलबे में फंस गए थे, जिनमें से 6 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। वहीं, एक महिला का शव मलबे से निकाला गया है। हादसे की जानकारी मिलने के बाद एनडीआरएफ और पुलिस के जवान तत्काल मौके पर पहुंचे।
मैदागिन
और ग़ोदौलिया से मंदिर जाने
वाले गेट नंबर चार
से दर्शनार्थियों के प्रवेश को
बंद कर दिया। घायल
आरक्षी इंदू बीएचयू ट्रॉमा
सेंटर में हैं। इनके
जबड़े का ऑपरेशन होगा।
दाएं हाथ में दो
जगह छह टांका लगा
है। 2016 बैच की आरक्षी
इंदू मूल रूप से
मऊ के मोहम्मदाबाद गोहना
क्षेत्र की रहने वाली
हैं। फिलहाल, वह चोलापुर थाने
में तैनात हैं। संकरी गली
में घनी बसावट वाला
इलाका होने के कारण
राहत और बचाव के
काम में लगे जवानों
को दिक्कत हुई, लेकिन शीघ्र
ही सब ठीक हो
गया।
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