Monday, 5 August 2024

शिवालयों में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब, किया जलाभिषेक

 विश्वनाथ धाम में देर रात तक तीन लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने किए दर्शन-पूजन

शिवालयों में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब, किया जलाभिषेक


सुरक्षा के लिए चप्पे-चप्पे पर तैनात रहे जवान

सुरेश गांधी 

वाराणसी। सावन के तीसरे सोमवार पर बाबा विश्वनाथ धाम से लेकर शहर के गली-मुहल्लों गांवों के प्रमुख शिवालयों में भगवान भोलेनाथ के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। 

सुबह से ही व्रती महिलाओं और श्रद्धालुओं की लंबी कतारें मंदिरों के बाहर देखने को मिलीं। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए सड़क से लेकर मंदिरों तक चप्पे-चप्पे पर पुलिस के जवान तैनात रहे।

देवों के देव महादेव की नगरी काशी में भगवान भोलेनाथ के दर्शन को बाबा विश्वनाथ धाम में भक्तों का रेला उमड़ पड़ा। मंगला आरती के बाद काशीपुराधिपति बाबा विश्वनाथ के दरबार का पट खुला तो श्रद्धालुओं की खुशी देखते ही बन रही थी। विश्वनाथ धाम हर-हर महादेव के उद्घोष से गूंज उठा, यह सिलसिला देर रात तक यानी शयन आरती तक जारी रहा। चप्पे-चप्पे की चौकसी के बीच रेड कार्पेट से होकर भक्तों को दर्शन-पूजन करते देखा गया।

धाम तक श्रद्धालुओं को पहुंचने के लिए पांच किलोमीटर लंबा रेड कार्पेट बिछाया गया है। मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा, मुख्य कार्यपालक अधिकारी मंदिर न्यास विश्व भूषण मिश्र, पुलिस उपायुक्त काशी जोन गौरव बांसवाल एवं अन्य अधिकारियों द्वारा आगंतुक श्रद्धालुओं का पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया। 

प्रातः 06ः00 बजे तक पधारे दर्शनार्थियों की संख्या 38096 रही, जो प्रातः 09ः00 बजे तक 92367 तक पहुंच गयी। दोपहर 12 बजे तक धाम में एक लाख 50 हजार 450 भक्तों ने हाजिरी लगाई। जबकि मध्यान्ह 03ः00 बजे यह संख्या 203535 व सायंकाल 06ः00 बजे तक यह दर्शनार्थियों की संख्या 2,49,657 हो गयी। 

शयन आरती के पहले तक श्रद्धालुओं की संख्या तीन लाख पार कर गयी थी। शयन आरती के पहले तक श्रद्धालुओं की संख्या 3 लाख 6 हजार 876 पहुंच गयी।

      ज्योतिर्लिंगों में से एक श्री काशी विश्वनाथ की झांकी का दर्शन करने के लिए देश भर से शिवभक्त पहुंचे। रात से ही कतार में खड़े होकर श्रद्धालु बाबा का दर्शन करने के लिए आतुर दिखे। विभिन्न शहरों से काशी पहुंचे कावड़िया हर- हर महादेव के उद्घोष के साथ बाबा दरबार की ओर बढ़ते रहे। 
उधर, पहले सोमवार पर बाबा विश्वनाथ की चल प्रतिमा का श्रृंगार, दूसरे सोमवार को गौरी-शंकर स्वरूप में श्रृंगार तीसरे सोमवार को अमृत वर्षा श्रृंगार किया गया। अर्धनारीश्वर स्वरूप में काशी विश्वनाथ के दर्शन कर भक्त निहाल हो रहे थे।  
बाबा विश्वनाथ का अर्धनारीश्वर स्वरूप दर्शन करने के लिए भक्तों में गजब का उत्साह देखने को मिला। सुबह से देर तक रात बाबा का दरबार शिवभक्तों से बम-बम रहा। गंगा स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने दान-पुण्य किया और बाबा विश्वनाथ के जलाभिषेक के लिए कतारबद्ध हो गए। 

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