Sunday, 1 September 2024

भारतीय संस्कृति के धरोहर को संरक्षित करने का कार्य सराहनीय : योगी आदित्यनाथ

सीएम ने किया डॉ संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय का किया औचक निरीक्षण

भारतीय संस्कृति के धरोहर को संरक्षित करने का कार्य सराहनीय :   योगी आदित्यनाथ

वैदिक वांग्मय पर आधारित ज्ञान से युक्त ऐतिहासिक मुख्य भवन में वैदिक-3डी म्यूजियम बनेगा 

राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय, चौकाघाट को पुनः विश्वविद्यालय के संकाय के रूप में परिवर्तित करने का प्रस्ताव

काशी पूराधिपति श्री काशी विश्वनाथ मंदिर एवं काशी के कोतवाल काल भैरव मंदिर में विधिवत दर्शन पूजन कर योगी ने लिया आशीर्वाद

सुरेश गांधी

वाराणसी। एक दिवसीय दौरे पर वाराणसी पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को डॉ संपूर्णानंद संस्कृत यूनिवर्सिटी का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान कुलपति द्वारा मुख्यमंत्री को बताया गया कि भारतीय ज्ञान परम्परा के अति प्राचीन केंद्र सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय के ऐतिहासिक मुख्य भवन में वैदिक वांग्मय के क्रमिक विकास पर 3-डी म्यूजियम का निर्माण किया जाएगा। जिसमें 16 संस्कारों, 64 कलाओं, 18 विद्या स्थान को विस्तृत रूप दिया जाएगा। इसके अलावा राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय, चौकाघाट को पुनः इस संस्था के संकाय के रूप में परिवर्तित करने के प्रस्ताव को स्वीकार किया गया है। ऋषि तुल्य आचार्यों के शोध एवं भारतीय नक्षत्र विद्या के दर्शनी म्यूजियम मे होंगे।

मुख्यमंत्री ने कुलपति के प्रस्ताव पर परिसर स्थित 234 वर्षीय मुख्य भवन के अंदर का अवलोकन कर भारतीय नक्षत्र विद्या, भारतीय खगोल विद्या, भारतीय  ऋषियों द्वारा किए गए कार्यो के ऊपर म्यूजियम बनाये जाने  तथा शास्त्रार्थ को इसी भवन में कराये जाने का भी निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने विश्वविद्यालय के ऐतिहासिक सरस्वती भवन में संरक्षित दुर्लभ पांडुलिपियों मेंरास पंचाध्यायी“, भागवतगीता एवं दुर्गासप्तशती (विशेष कपड़े में लिखी गई) जो कि स्वर्ण अक्षरों एवं स्वर्ण कलाओं से युक्त है, जिसे देखकर भाव विभोर हुये।उन्होंने भारतीय संस्कृति के धरोहर को संरक्षित  करने के अभियान को निरन्तर जारी रखने तथा विश्वविद्यालय द्वारा किये जा रहे इस प्रयास की सराहना भी किया। मुख्यमंत्री ने विस्तार भवन में भारत सरकार के सहयोग से राष्ट्रीय पांडुलिपि मिशन के द्वारा पांडुलिपियों के संरक्षण के कार्यो का भी अवलोकन किया।

मुख्यमंत्री ने विश्व विद्यालय के विकास कार्य सहित अन्य गतिविधियों गहनता से जानकारी ली। विश्वविद्यालय के पठन-पाठन सहित अन्य गतिविधियों के संबंध में कुलपति सहित अन्य अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को विस्तार से अवगत कराया। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने विश्वविद्यालय के विभिन्न संकायों सहित लाइब्रेरी एवं छात्रावासों को भी देखा। लाइब्रेरी में पुरातन काल की संग्रहित पौराणिक पांडुलिपियों मुख्यमंत्री ने अवलोकन किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने छात्रावासों का भी निरीक्षण करते हुए क्रमशः शोध छात्रावास एवं गंगानाथ झां छात्रावास जाकर देखा, भौतिक रूप से गंगानाथ झां छात्रावास का सूक्ष्मता से निरीक्षण किए वहां पर साइकिल स्टैंड एवं गाड़ी स्टैंड बनाये जाने का निर्देश देते हुये स्वच्छता, जर्जर तारों को बदलने सहित अन्य जरूरी कार्यो को कराए जाने हेतु भी निर्देशित किया। कुलपति द्वारा मुख्यमंत्री को परिसर के सभी विभागों के साईन बोर्ड को संस्कृत भाषा में करने सहित सीवर, ड्रेनेज एवं जर्जर सड़कों को व्यवस्थित कराये जाने के बाबत भी जानकारी दी गई। विश्वविद्यालय के वैदिक विद्यार्थियों के वैदिक मंत्रोच्चार, स्वस्तिवाचन के साथ कुलपति प्रो बिहारी लाल शर्मा, कुलसचिव राकेश कुमार ने परिसर के मुख्य भवन के समक्ष पुष्पगुच्छ एवं अंगवस्त्र के साथ स्वागत और अभिनंदन किया।

       मुख्यमंत्री ने डॉ संपूर्णानंद संस्कृत यूनिवर्सिटी के निरीक्षण करने करने के पश्चात काशी पूराधिपति श्री काशी विश्वनाथ मंदिर एवं काशी के कोतवाल काल भैरव मंदिर में विधिवत दर्शन पूजन कर आशीर्वाद प्राप्त की। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री के साथ उत्तर प्रदेश के स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविंद्र जायसवाल, आयुष एवं खाद्य सुरक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ दयाशंकर मिश्रदयालु’, कुलपति प्रो बिहारी लाल शर्मा, पूर्व मंत्री एवं विधायक डॉ नीलकंठ तिवारी, विधायक सौरभ श्रीवास्तव, विकास प्राधिकरण के मानद सदस्य अंबरीश सिंह भोला, कमिश्नर कौशल राज शर्मा, पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल, जिलाधिकारी एस. राजलिंगम, अपर पुलिस कमिश्नर एस चिनप्पा सहित अन्य अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

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