महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फड़णवीस ने डीएम, सीडीओ व सीएमओ को किया सम्मानित
काशी की पहल ‘लैब मित्रा’ को मिला ‘राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस’ का स्वर्ण पुरस्कार
काशी के
लिए
बड़े
ही
गर्व
और
खुशी
की
बात
है
कि
जिलास्तरीय
पहल
को
पूरे
राष्ट्र
स्तर
पर
ख्याति
प्राप्त
हुई
है
: एस
रालिंगम
सुरेश गांधी
वाराणसी। मुंबई के जियो कन्वेन्शन
सेंटर पर मंगलवार को
आयोजित राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस सम्मेलन
2024 में काशी की पहल
‘लैब मित्रा’ को राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस का स्वर्ण पुरस्कार
प्रदान किया गया। इस
दौरान महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री
देवेन्द्र फड़णवीस ने वाराणसी के
जिलाधिकारी एस. राजलिंगम, मुख्य
विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी
एवं प्रोजेक्ट कोर्डिनेटर आशुतोष सिंह को ट्रॉफी,
प्रशस्ति पत्र एवं पुरस्कृत
धनराशि से सम्मानित किया।
यह पुरस्कार भारत सरकार में
प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत
द्वारा ई-गवर्नेंस में
जिला स्तर की पहल
के लिए प्रदान किया
गया है।
जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने
कहा कि यह काशी
के लिए बड़े ही
गर्व और खुशी की
बात है कि जिला
स्तरीय पहल को पूरे
राष्ट्र स्तर पर ख्याति
प्राप्त हुई है। मरीजों
को पैथालॉजी जांच और उसकी
रिपोर्ट के लिए सरकारी
चिकित्सा इकाईयों के चक्कर न
लगाना पड़े। इसी को
देखते हुए जिला प्रशासन
और स्वास्थ्य विभाग के प्रयास एवं
एचडीएफ़सी बैंक तथा थ्री
आई कंसल्टिंग नामक संस्था के
सहयोग से वाराणसी में
पिछले साल मार्च में
‘लैब मित्रा’ एप्लीकेशन के नाम से
पहल शुरू की गई
थी। जनपद में यह
सुविधा समस्त राजकीय चिकित्सालयों व सामुदायिक स्वास्थ्य
केंद्र (सीएचसी) समेत 20 चिकित्सा इकाईयों में प्रदान की
जा रही है। सरकारी
चिकित्सा इकाईयों पर पैथोलॉजी में
जांच कराने के बाद अब
मरीजों को रिपोर्ट लेने
के लिए अगले दिन
लाइन में लगने की
जरूरत नहीं पड़ रही
है। किसी भी प्रकार
की जांच हो, उसकी
रिपोर्ट मरीज के मोबाइल
(पंजीकृत नंबर) पर ही भेज
दी जा रही है।
भीड़ व समय की
बचत के लिए यह
व्यवस्था संचालित की जा रही
है।
सीएमओ संदीप चौधरी ने बताया कि अप्रैल 2023 से लेकर अब तक ढाई लाख से अधिक मरीज ‘लैब मित्रा’ रिपोर्ट का लाभ ले चुके हैं। इस पहल पर जनपदवासियों का विश्वास बढ़ा है। सीएचसी में मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है, जिससे जिले के दूर-दराज़ के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के समय और लागत में भी काफी बचत हो रही है। उन्होंने बताया कि ‘लैब मित्रा’ पोर्टल का उपयोग करके सरकारी अस्पताल में आने वाले मरीजों को डॉक्टर के पर्चे के अनुसार प्रयोगशाला जांच के लिए पंजीकृत किया जाता है और जांच के बाद, सिस्टम एक ऑनलाइन रिपोर्ट तैयार करता है जो मरीज के फोन नंबर पर टेक्स्ट मैसेज पर एक लिंक प्रारूप में भेजता है। इस लिंक पर क्लिक करने पर मरीज अपनी पूरी लैब टेस्ट रिपोर्ट प्राप्त कर सकता है।
इसके अतिरिक्त मरीज भविष्य में
भी ‘लैब मित्रा’ के
पोर्टल (संइउपजतंअदे.बवउ) पर जाकर
अपनी रिपोर्ट डाउनलोड कर सकते है।
सीएचसी-पीएचसी पर जांच कराने
के चार घंटे बाद
और सरकारी अस्पताल में जांच के
12 घंटे के बाद रिपोर्ट
मरीज के फोन नंबर
पर चली जाती है। कार्यक्रम
में मुख्य अतिथि के रूप में
महाराष्ट्र सरकार के मुख्यमंत्री श्री
एकनाथ शिंदे, उप-मुख्यमंत्री श्री
देवेन्द्र फड़नवीस, अन्य अतिथियों में
सचिव डीएआरपीजी भारत सरकार वी.
श्रीनिवास, सचिव इलेक्ट्रॉनिकी और
सूचना प्रौद्योगिकी भारत सरकार एस.
कृष्णन जी, मुख्य सचिव
महाराष्ट्र सरकार सुजाता सौनीक, भारत एवं महाराष्ट्र
सरकार के अन्य अधिकारीगण
उपस्थित रहे।
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