धनतेरस पर हर सेक्टर गुलजार, 3500 करोड़ का वर्षा धन
ऑटोमोबाइल, सर्राफा,
इलेक्ट्रॉनिक,
कपड़ा
और
तों
और
बर्तन
बाजार
भी
दमका
खरीददारों की
भीड़
से
गुलजार
रहे
बाजार,
महंगाई
का
नहीं
दिखा
असर
सुरेश गांधी
वाराणसी। धनतेरस पर मंगलवार को
शुभ मुहूर्त में बाजारों में
धन वर्षा हुई। अपनी-अपनी
पसंद की वस्तुओं की
लोगों ने जमकर खरीदारी
की। सुबह से ही
हो रही धनतेरस की
खरीददारी में कोई सोने-
चांदी के गहने खरीद
रहा है तो कोई
दीप और पूजा के
लिए गणेश लक्ष्मी. दो
और चार पहिया वाहनों
के भी जमकर खरीददारी
होती रही. धनतेरस पर
बर्तन खरीदी को ज्यादा शुभ
माना जाता है। इसलिए
यह मान्यता बाजार से लेकर घर
तक साकार हुई। जानकारों का
मानना है कि हर
सेक्टर में कारोबार होने
की जैसी उम्मीद थी,
वैसे ही बूम रही।
शुभ मुहूर्त में करीब 3500 करोड़
का कारोबार होने का अनुमान
है।
सुबह दुकान खुलने
के साथ ही जो
उत्साह खरीदारी करने वालों का
बना फिर देर रात
तक कायम रहा। बाजारों
में काफी भीड़ थी।
हर तरफ हर एक
दुकानों में चार से
पांच लोग सामान देने
में जुटे रहे। एक
ग्रुप बाहर निकलता की
दूसरा अपनी बारी आने
का इंतजार करता रहा। ऐसा
माहौल हर सेक्टर के
बाजारों में देखा गया।
इसके पीछे की बड़ी
वजह यह थी कि
सरकारी कर्मचारियों से लेकर प्राइवेट
सेक्टर के संस्थानों में
दिवाली पर्व बोनस मिलने
से खरीदारी का जोश दुगना
हो गया।
बाजार धनतेरस पर खरीददारों की
भीड़ से खासे गुलजार
रहे। इस मौके पर
बाज़ारों में महंगाई और
मंदी का कहीं कोई
असर नहीं दिखा। लोग
दिल खोलकर खरीददारी करने में जुटे
रहे। खरीदारों की भारी भीड़
से बाज़ारों में खासी चहल-पहल रही। मैदागिन,
गोदौलिया, मलदहियां, लहुराबीर, नई सड़क, लंका,
अर्दलीबाजार, पांडेयपुर आदि बाजारों में
तो तिल रखने तक
की जगह रही। भीड़
और बाज़ार का रुख देखकर
व्यापारियों के चेहरे खिल
उठे हैं.
कारोबारियों के मुताबिक़ ज़बरदस्त
महंगाई के बावजूद इस
धनतेरस पर लक्ष्मी उन
पर खासी मेहरबान नज़र
आ रही हैं. इस
बार गणेश लक्ष्मी की
मूर्तियों वाले सिक्के व
दूसरे सामान ज्यादा पसंद किये जा
रहे हैं तो मेटल
से तैयार ईको फ्रेंडली मूर्तियां
भी खूब बिकी। लोगों
का कहना है कि
महंगाई ने उनके घर
का बजट तो ज़रूर
बिगाड़ रखा है लेकिन
धनतेरस और दीपावली के
मौके पर लक्ष्मी को
अपने घर आने का
न्यौता देने के शगुन
में वह महंगाई को कतई आड़े
नहीं देंगे.
कपड़ों की जमकर हुई बिकवाली
कपड़ा बाजार से
लेकर रेडीमेड और शॉपिंग मॉल
में काफी उत्साह देखा
गया। सभी बाजारों में
माल भरा हुआ था।
ग्राहक भी खरीदारी में
लीन है। बाजार भी
खरीदारों से पूरी तरह
ठसा-ठस रहे। व्यापारियों
का कहना जितनी उम्मीद
नहीं थी कहीं उससे
ज्यादा अच्छा कारोबार हुआ है।
रात 1ः00 बजे तक खुली रही दुकानें
धनतेरस के माहौल को
देखते हुए मुख्य रूप
से सभी बाजारों में
रात 1ः00 बजे तक
दकान खुले रहे। इस
दौरान खरीदारी के लिए काफी
रौनक भी देखी गई।
ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक की अच्छी डिमांड
धनतेरस के शुभ मुहूर्त
में बाइक हो हो
या फिर बड़े वाहन
घर ले जाने के
लिए लोग 15 दिन पहले से
बुक कर रहे थे,
इसलिए वाहनों की बिक्री जमकर
हुई। इसी तरह इलेक्ट्रॉनिक्स
बाजारों में त्योहारों की
रंगत दुगनी नजर आई। टीवी
फ्रिज से लेकर वाशिंग
मशीन की भी खूब
बिक्री हुई। कारोबारियों का
कहना है कि जैसी
व्यापारिक तैयारी थी, उसी के
अनुरुप सभी सेक्टरों में
उम्मीद से ज्यादा कारोबार
हुआ। सोने चांदी के
भाव में उछाल के
बाद भी सर्राफा बाजार
की चमक बरकरार थी।
हीरे की अंगूठी से
लेकर चांदी की मूर्तियां भी
लोगों ने खूब पसंद
की। भीड़ ऐसी रही
की दिनभर शहर की हर
सड़कें जाम रही। क्योंकि
खरीदारों से दोनों तरफ
की दुकानें भरी हुई नजर
आई।
ये रही बिकवाली
सर्राफा सहित अन्य व्यापारिक
संगठनों के अनुसार सर्राफा
में 780 करोड़ का कारोबार
हुआ है। जबकि ऑटोमोबाइल
750 करोड़, कपड़ा 370 करोड़, रियल इस्टेट 550 करोड़,
इलेक्ट्रॉनिक 330 करोड़ सहित अन्य
मशीनरी लाइटिंग, फर्नीचर आदि में 600 करोड़
के कारोबार हुए है।
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