काशी के दीवाली हस्तशिल्प मेले में दिखेगा भारतीय उत्पादों की बेजोड़ हुनर
11 से 29 अक्टूबर तक
चलेगा
हस्तशिल्प
मेला,
100 से
अधिक
लगेंगे
स्टॉल्स
मेले में
पंजाब,
राजस्थान,
खुर्जा,
उत्तराखंड,
कश्मीर,
भदोही,
पटियाला,
मुरादाबाद
के
अलावा
अन्य
शहरों
के
हस्तशिल्प
उत्पाद
उपलब्ध
होंगे
: अमन
सुरेश गांधी
वाराणसी। काशी में लगने
वाले हस्तशिल्प मेले की तैयारियां
अंतिम दौर में है।
खास यह है कि
काशी की सबसे प्रसिद्ध
हस्तशिल्प मेले में इस
बार देश के विभिन्न
राज्यों के न सिर्फ
भारतीय संस्कृति की झलक देखने
को मिलेगी, बल्कि हस्तशिल्प कारीगरों द्वारा हाड़तोड़ मेहनत से तैयार की
गयी विभिन्न उत्पाद भी देखने को
मिलेगी। चौकाघाट के मकबूल आलम
रोड स्थित सांस्कृतिक संकुल मैदान में 11 से 29 अक्टूबर तक चलने वाले
इस हस्तशिल्प मेले में 100 से
अधिक स्टॉल्स लगेंगे, जिनमें बेहतरीन किस्म की हजारों हाथ
से बनी कलाकृतियों का
प्रदर्शन किया जाएगा.
बता दे, काशीवासियों
को इस प्रदर्शनी का
बड़ी बेसब्री से इंतजार रहता
है। इस मेले में
काशीवासी न सिर्फ गरम
कपड़ों की खरीदारी करते
है, बल्कि रोजमर्रा के जरुरतों के
सामानों की भी काफी
रियायती दर पर खरीदने
का उन्हें मौका मिलता है।
यही वजह है कि
हर किसी को इस
प्रदर्शनी का इंतजार रहता
है। मेला संयोजक अमन
दीप शर्मा एवं उस्मान मलिक
ने बताया कि मेला प्रतिदिन
सुबह 10ः00 बजे से
रात्रि 9ः00 बजे तक
चलेगा। अमन ने बताया
कि ये सभी सामान
भारत की हस्तशिल्प और
हस्तकलाओं की शानदार परंपरा
की झलक दिखाने वाले
होंगे।
मेले में फर्नीचर,
घर सजावट की चीजें, कपड़े,
ऑर्गेनिक बॉडी केयर प्रॉडक्ट्स,
पत्थर और धातुओं की
बनी कलाकृतियां, ऐक्सेसरीज और गिफ्ट आइटम्स
जैसी चीजों के अलावा पंजाब
की फुलकारी शूट, हरियाणा की
मोजड़ी जूती, राजस्थान की मीनाकारी ज्वैलरी,
दिल्ली का लेदर बैग,
सोफा व बेड आदि,
खुर्जा की क्राकरी, उत्तराखंड
की सदरी, कश्मीर के सूट व
शॉल, भदोही की कालीन, सहारनपुर
की फर्नीचर, पटियाला की जूती, मुरादाबादी
कंबल, बनारसी सूट एवं साड़ी,
बंगाल का कांथा वर्क,
गुजराती सूट, पंजाब की
चुन्नी, बंगाल का जूट बैग,
कानपुर का लेदर, झारखंड
का डोकरा आर्ट, राजस्थान ब्लॉक प्रिंट कुर्ती, हरियाणा के पर्दे, आंध्रा
का क्रोशिया वर्क, भागलपुर की सिल्क साड़ी,
तमिलनाडु की सीप ज्वेलरी,
राजस्थानी जूती सहित अन्य
हस्तशिल्प उत्पाद उपलब्ध होंगे।
अमन ने बताया
कि इस बार काशी
की जनता के अनुरुप
दशहरा और दीपावली के
मद्देनजर ढेर सारी काफी
कम कीमत व आवश्यक
वस्तुएं मेले में उपलब्ध
कराएं जायेंगे। मेले का उद्घाटन
अम्बरीश सिंह भोला 11 अक्टूबर
को शाम 6ः00 करेंगे।
मेले में 100 से अधिक स्टॉल्स
लगाए जायेंगे। मेले की तैयारियां
भी पूरी कर ली
गयी है। स्टॉल लगाने
वाले विभिन्न राज्यों के विभिन्न जिलों
के अलावा कश्मीर, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, उत्तराखंड आदि राज्यों के
उद्यमियों और हस्तशिल्पियों ने
भी स्टॉल बुकिंग करवाई है. यहां लोगों
के मनोरंजन के लिए हर
शाम सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया
जाता है। इस मेले
में संपूर्ण भारत के हस्तशिल्प
का अनोखा संगम दिखाई देता
है।
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