नवरात्रि में चोरों ने मां दुर्गा को भी नहीं बख्शा
मुकुट सहित
दान
पात्र
भी
उखाड़
ले
गए
चोर
कपाट खुलते
ही
पुजारी
के
उड़े
होश,
कहा
25 लाख
की
चेरी
रपट दर्ज
कर
चोरों
की
खोजबीन
में
जुटी
पुलिस
पुजारी के
मुताबिक
चोरी
गए
सामानों
में
1 सोने
का
एक
मुकुट,
1 सोने
का
हार,
चांदी
के
3 मुकुट,
चांदी
का
1 छत्र,
सोने
की
1 नथिया
सहित
पांच
दानपात्र,
जिसमें
करीब
दो
लाख
रुपये
थे,
शामिल
है
सुरेश गांधी
वाराणसी। एक तरफ पूरा शहर नवरात्र पूजा में लीन है, वहीं चोरों ने मां दुर्गा मंदिर में ही हाथ साफ कर दिया। हौसलाबुलंद चोरों ने मंदिर में विराजमान मां दुर्गा की मुकूट सहित दानपात्र भी उखाड़ लग गए। घटना वाराणसी के चोलापुर थाना क्षेत्र के भैठौली गांव का है। इस प्राचीन दुर्गा मंदिर से चोरों ने नगदी समेत 25 लाख से भी अधिक के सामान उठा ले गए। सुबह जब पुजारी मंदिर की साफ-सफाई और पूजा करने पहुंचे तब अंदर का नजारा देख हक्का-भक्का रह गए। देखते ही देखते यह खबर पूरे क्षेत्र में जंगल में लगी आग की तरह फैल गई।
पुजारी के मुताबिक माता दुर्गा में नवरात्र के दिनों में दूर-दूर से हजारों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं। इस नवरात्र में मंदिर से चोरों ने सोने का एक मुकुट, सोने का हार, चांदी के तीन मुकुट, चांदी का एक छत्र, सोने की एक नथिया सहित पांच दानपात्र, जिसमें करीब दो लाख रुपये थे उठा ले गए।
पुजारी का कहना है
कि चोरी गए सामानों
की कीमत लगभग 25 लाख
रुपये से अधिक है।
सूचना मिलते ही थाना प्रभारी
ईश्वर दयाल दुबे और
गोसाईपुर चौकी प्रभारी विकास
कुमार मौर्य भी घटनास्थल पर
पहुंच गए। इसके बाद
मौके पर डॉग स्क्वायड
सहिल फॉरेंसिक टीम ने भी
घटनास्थल का निरीक्षण किया।
एसीपी सारनाथ डॉ. अतुल रंजन
त्रिपाठी ने टीम के
सा घटनास्थल का जायजा लिया।
चोरी की सूचना मिलने
के बाद मौके पर
पहुंचे भाजपा विधायक त्रिभुवन राम ने पुलिस
को चोरी की घटना
का जल्द से जल्द
खुलासा करने को कहा।
स्थानीय लोगों में पुलिस की
शिथिलता को लेकर आक्रोश
दिखा। लोगों ने भी सड़क
जाम करने की भी
कोशिश की, लेकिन उन्हें
रोक दिया गया।
अद्भत शक्तिपी है मां दुर्गा प्राचीन मंदिर
काशी से 15 किमी दूर चोलापुर के मुहाएं-बाबतपुर मार्ग पर स्थित भैठौली एक ऐसा गांव है जहां मां दुर्गा का भव्य मंदिर न सिर्फ लोगों के आस्था का केन्द्र है, बल्कि वैवाहिक दाम्पत्य को मिलता है सफलता का आर्शीवाद। मंदिर का प्रमुखता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि प्राचीन दुर्गा मंदिर के नाम से विख्यात इस मंदिर में वैवाहिक लग्न के शुभ मुहूर्त में हर रोज दर्जनों शादियां होती है। खास यह है कि इस मंदिर में वर-कन्या के सात फेरे लेने के बाद मंदिर के पुजारी उन्हें दाम्पत्य सूत्र में बंधने का सर्टिफिकेट भी प्रदान करते है। मंदिर में दर्शन के लिए आसपास के ग्रामीणों सहित पड़ोसी जनपदों से भी हजारों लोग दर्शन-पूजन के लिए आते है।
नवरात्र के दिनों में तो यहां लाखों श्रद्धालु मां के दरबार में मत्था टेकते है और साथ ले जाते है मन्नतों की झोली। जी हां चमत्कार की ढेरों कहानियां अपने अंदर समेटे प्राचीन दुर्गा माता मंदिर अपने आप में अनूठा है। मंदिर के पुजारी मनोज मिश्रा कहते है यहां मां को किसी ने स्थापित नहीं किया है, बल्कि स्वयं प्रकट हुई है। उनके मुताबिक गांव के ही स्वर्गीय राजनाथ सिंह को मां ने साक्षात दर्शन दिया है और उन्हीं की प्रेरणा से आज भव्य मंदिर लाखों श्रद्धालुओं के आस्था का क्रेन्द बन गया है। कहते है मां के इस मंदिर में जिस किसी ने भी विधि-विधान से दर्शन पूजन कर ली, उसकी पूरी हो जाती है सभी मुरादें। ग्रामीण मां को अपनी कुलदेवी के तौर पर भी पूजते हैं। मंदिर विकास समिति के संजयपुरी ने बताया कि चोरी की इस घटना से श्रद्धालु हतप्रभ है।
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