‘‘वेव्स’’ में बच्चों को सिखाएं नवाचार एवं तकनीक के गुर
काशी सहित
पास-पड़ोस
के
जनपदों
के
प्रतिभाओं
को
रचनात्मकता
एवं
नवाचार
सीखने
का
मिला
मौका
डब्लूएएम, एनीमे,
मंगा
और
वेबटून
में
रचनात्मकता
और
संस्कृति
का
जश्न
मनाने
पहुंचा
वाराणसी
प्रतिस्पर्धी विजेताओं
को
नकद
पुरस्कार,
डब्लूएकॉम
द्वारा
पेन
टैबलेट,
फैबर-कास्टेल
द्वारा
गुडी
हैम्पर्स
और
ट्रायो
के
मूल
माल
से
सम्मानित
किया
गया
वीएफएक्स का
एक
दिवसीय
कार्यशाला
का
आयोजन
सुरेश गांधी
वाराणसी। भारतीय मीडिया और मनोरंजन संघ (एमइएआई) ने भारत सरकार के सूचना और प्रसारण मंत्रालय की साझेदारी में धर्म एवं आस्था की नगरी काशी में गतिशील डब्लूएएम (वेव्स, एनीमे और मंगा प्रतियोगिता) का आयोजन किया गया। सनबीम सनसिटी स्कूल में आयोजित इस कार्यशाला में 446 प्रतिभागियों ने अपनी प्रतिभा का हुनर दिखाया और बच्चों को वेव्स के नवाचार एवं तकनीक के गुर सीखने का मौका भी मिला।
इस दौरान मंगाः जापानी शैली की कॉमिक्स, वेबटूनः डिजिटल कॉमिक्स और एनीमेः जापानी शैली की एनिमेशन श्रेणियों में प्रतिस्पर्धा भी किया। कार्यक्रम समापन के मौके पर प्रतिस्पर्धी विजेताओं को नकद पुरस्कार, डब्लूएकॉम द्वारा पेन टैबलेट, फैबर-कास्टेल द्वारा गुडी हैम्पर्स और ट्रायो के मूल माल से सम्मानित किया गया।
बकौल खत्री “जब हमने एक साल पहले बनारस एनीमे क्लब शुरू किया था, तो हमारा लक्ष्य शहर को एनीमे और मंगा की खूबसूरती से परिचित कराना था। डब्लूएएम का हिस्सा बनना हमारे लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है। यह एक सपना सच होने जैसा है। जिसमें वाराणसी की असाधारण प्रतिभा को दिखाया गया है। कार्यक्रम में एक बहुप्रतीक्षित कॉस्प्ले प्रतियोगिता भी आयोजित की गई, जिसमें प्रतिभागियों ने अपने पसंदीदा एनीमे और गेमिंग पात्रों को अपनाया।
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण सौरव रॉयचौधरी द्वारा प्रस्तुत प्रस्तुति थी। जिसमें भारत के पहले एनीमे, ट्रीओ की एक विशेष झलक दिखी, जिसे वर्तमान में वैभवी स्टूडियो द्वारा विकसित किया जा रहा है।
गौरतलब है कि गुवाहाटी, कोलकाता और भुवनेश्वर में सफल आयोजनों से मिली सफलता के बाद डब्लूएएम ने क्रिएट इन इंडिया पहल के तहत भारत की क्रिएटर अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देते हुए मंगा, एनीमे और वेबटून की दुनिया को आगे बढ़ाने की अपनी यात्रा जारी रखते हुए अपने कार्यशाला का आयोजन काशी में किया।
वेव्स (वर्ल्ड ऑडियो विजुअल एंटरटेनमेंट समिट - वेव्सइंडिया डाट आरगेनाइजेशन) की
एक मुख्य विशेषता, डब्लूएएम का उद्देश्य स्थानीय
प्रतिभाओं को बढ़ावा देते
हुए पूरे भारत में
मंगा और एनीमे को
मुख्यधारा में लाना है।
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