Tuesday, 12 November 2024

देव दीपावली पर गंगा के गले में दमकेगी दीपों का चंद्रहार

देव दीपावली पर गंगा के गले में दमकेगी दीपों का चंद्रहार 

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ होंगे मुख्य अतिथि, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल सीएम योगी आदित्यनाथ भी रहेंगे मौजूद 

सुरेश गांधी

वाराणसी। काशी में देव दीपावली की भव्य तैयारी पूरी हो चुकी है। इस बार सौ से अधिक घाटों तालाबों, कुंडो मंदिरों को 17 लाख दीयों से जगमग करने की तैयारी है। लेजर शो के साथ आतिशबाजी भी होगी। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित कई गणमान्य लोग इस आयोजन के साक्षी बनेंगे। 5 लाख से ज़्यादा पर्यटकों के आने की उम्मीद है। इसमे करीब दस हजार से ज्यादा विदेशी पर्यटक रहेंगे। दावा है कि इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। अलकनंदा क्रूज से जुडे लोगों का कहना है कि इस बार उनके ग्रुप के दो बड़े रोरो विवेकानंद और मानेकशॉ प्रशासन की तरफ से रिजर्व है। इसमें उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़, सीएम योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदी बेन पटेल समेत कई मंत्री और अन्य वीवीआइपी रहेंगे।

सभी होटल नाव बुक

देव दीपावली का सबसे अद्भुत नजारा नौकायन करते हुए दिखता है। साल भर यहां के नाविक और मल्लाह इस दिन के लिए विशेष रूप से तैयारी करते हैं। गंगा की अविरल धारा पर नौकायन करते हुए पर्यटक कीमत नहीं पूछते बल्कि मुंहमांगी कीमत देने के लिए तैयार होते है। इस बार क्रूज पर दो घंटे घूमने के लिए प्रति व्यक्ति 15 हजार पर्यटक खर्च कर रहे हैं। अगर इसे प्रति मिनट का हिसाब लगाए तो ये करीब 250 रुपये प्रति मिनट एक व्यक्ति पड़ रहा है। होटल व्यवसाय से जुड़े लोगों ने बताया कि एक दिन के इस आयोजन को देखने के लिए देश विदेश से पर्यटक काशी आते है। शहर में करीब 1200 रजिस्टर्ड होटल है इस बार भी अब तक 95 फीसदी कमरों की बुकिंग फुल है। सबसे ज्यादा डिमांड गंगा घाट किनारे बने होटलों की होती है। सामान्य रूप से इन लग्जरी कमरों की बुकिंग 40 से 50 हजार तक होती है। हालांकि गंगा किनारे होटल के एक लग्जरी सुइट की बुकिंग इस बार भी डेढ़ लाख तक पहुंच चुकी है।

जलाएं दीप, चमकेगा भाग्य

इस दिन पूजा-पाठ और वैदिक मंत्रों का जाप करने से दोगुना फल की प्राप्ति होती है। यह त्योहार शिव के पुत्र भगवान कार्तिक की जयंती का भी प्रतीक है। पंचांग के अनुसार, कार्तिक पूर्णिमा की तिथि 15 नवंबर को सुबह 06 बजकर 19 मिनट पर शुरू होगी। वहीं, इस तिथि का समापन 16 नवंबर को देर रात 02 बजकर 58 मिनट पर होगा। सनातन धर्म में उदया तिथि का महत्व है। इसलिए 15 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा देव दीपावली मनाई जाएगी। इसके साथ ही इस दिन 2 घंटे 37 मिनट तक का शुभ मुहूर्त रहेगा। ऐसे में प्रदोष काल में शाम 5 बजकर 10 मिनट से शाम 7 बजकर 47 मिनट तक देव दीपावली मनाई जाएगी। इस दिन गंगा नदी या किसी पवित्र नदी में स्नान करना शुभ माना जाता है। यदि किसी वजह से आप पवित्र नदी में स्नान के लिए नहीं जा पा रहे हैं, तो घर के पानी में गंगा जल मिलाकर स्नान करें। सुबह के समय मिट्टी के दीपक में घी या तिल का तेल डालकर दीपदान करें। भगवान विष्णु की विधिवत पूजा करें। पूजा के समय भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करें। घर के कोने-कोने में दीपक जलाएं। शाम के समय भी किसी मंदिर में दीपदान करें। इस दिन श्री विष्णु सहस्रनाम, विष्णु चालीसा का पाठ करें। आरती से पूजा को समाप्त करें। पूजा में हुई गलतियों के लिए क्षमा याचना करें।

ड्रोन और छोटे पतवार वाली नावों पर लगी रोक

गंगा में देव दीपावली के दिन आसपास के जिलों से भी बड़े नाव और बजड़े काशी में पर्यटकों को लेकर आते है। गंगा की धारा में सौकड़ों की संख्या में नावे चलती है। दुर्घटना के आशंका के चलते छोटी पतवार से चलने वाली नावों पर जल पुलिस ने प्रतिबंध लगा दिया है। इसके वजह से छोटे मल्लाह और माझी उदास भी है। घाट पर लाखों लोग की मौजूदगी को देखते हुए एहतियातन कमिश्नरेट पुलिस ने ड्रोन के उड़ाने पर प्रतिबंध लगा दिया हैं। बता दें, कमिश्नरेट क्षेत्र 12 नवंबर की रात 12 बजे से 16 नवंबर की रात 12 बजे तक नो फ्लाई जोन रहेगा। इस दौरान ड्रोन, पतंग, किसी भी प्रकार के गुब्बारे, रिमोट संचालित माइक्रो लाइट्स, एयर क्राफ्ट और पैराग्लाइडर का प्रयोग पूर्ण रूप से प्रतिबंधित रहेगा। यह आदेश कमिश्नरेट के अपर पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) डॉ. एस चनप्पा ने दिया है। 


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