देश सुरक्षित है तो, धर्म के साथ हम
भी सुरक्षित है : योगी आदित्यनाथ
विकास के
साथ
विरासत
का
सम्मान
कर
रही
है
हमारी
सरकार
आज नियोजित
तरीके
से
वैज्ञानिक
पद्धति
अपनाकर
सनातन
को
आगे
बढ़ाने
का
कार्य
किया
जा
रहा
कहा, स्वास्थ्य
व
शिक्षा
के
क्षेत्र
में
भी
बड़े
पैमाने
पर
कार्य
हुए
हैं
चमकती काशी
इसका
जीता-जागता
उदाहरण
है
स्वर्वेद महामंदिर
काशी
की
धार्मिक
प्रतिष्ठा
में
चार
चांद
लगा
रहा
: अनिल
राजभर
धर्म नीति
पर
चलने
वाला
योगी
ही
जनता
के
लिये
उपयोगी
है
: आचार्य
स्वतंत्र
देव
जी
गोरक्षपीठाधीश्वर
मुख्यमंत्री
के
नेतृत्व
में
उत्तर
प्रदेश
उत्तम
प्रदेश
के
बाद
सर्वोत्तम
प्रदेश
बन
रहा
है
: सन्त
प्रवर
विज्ञान
देव
जी
विहंगम योग
समाज
का
शताब्दी
समारोह
में
स्वर्वेद
मंत्रोंचार
के
बीच
25000 से
अधिक
लोगों
ने
किया
कुंडीय
यज्ञ
सद्गुरु सदाफलदेव
जी
आप्त
वैदिक
गुरुकुलम्
का
लोकापर्ण
भी
मुख्यमंत्री
ने
किया
सुरेश गांधी
वाराणसी। स्वर्वेद महामंदिर, उमरहा-डुबकिया में दो दिवसीय
विहंगम योग के शताब्दी
समारोह के दुसरे दिन
शनिवार को मुख्यमंत्री योगी
आदित्यनाथ पहुंचे। इस दौरान उन्होंने
सद्गुरु सदाफलदेव जी आप्त वैदिक
गुरुकुलम् का लोकापर्ण भी
किया। 25000 कुंडीय यज्ञ में मुख्य
अतिथि के रूप में
प्रतिभाग करते हुए कहा
कि योगी आदित्यनाथ ने
कहा कि हमारा देश
सुरक्षित है तो धर्म
भी सुरक्षित है और हमारा
धर्म सुरक्षित है तो हम
सुरक्षित हैं। एक साल
पूर्व दुनिया के लोकप्रिय नेता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा स्वर्वेद
महामंदिर का लोकार्पण किया
था, आज वह भव्य,
दिव्य के साथ विराट
रुप ले चुका है।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री द्वारा
काशी में कराये गये
विकास कार्यों के तरफ भी
सबका ध्यान दिलाते हुए कहा कि
आज काशी चमक रही
है। बाबा विश्वनाथ धाम,
नमो घाट जहां की
हेलीपैड के साथ बड़े
से बड़े कार्यक्रम आयोजित
करने की क्षमता का
निर्माण किया गया है।
काशी के घाटों का
नया स्वरूप देखने को मिलता है।
काशी में इन्फ्रास्ट्रक्चर के
क्षेत्र में बड़े पैमाने
पर पर कार्य हुए
है। पहले की स्थिति
के मुकाबले 2014 के बाद से
सड़क, रेल, वायुसेवा की
कनेक्टिविटी 100 गुना बेहतर हुई
है। अब काशी से
हल्दिया के बीच में
जलमार्ग का उपयोग कर
यात्रा को बढ़ा सकते
हैं।
यह क्षेत्र भी
अब तीर्थ के रूप में
विकसित हो गया है।
स्वास्थ्य व शिक्षा के
क्षेत्र में भी बड़े
पैमाने पर कार्य हुए
हैं जिससे काशी चमक रही
है। उत्तर प्रदेश भी विकास भी
विकास के नये आयाम
गढ़ रहा है। विकास
के साथ विरासत का
सम्मान किया जा रहा
है।
सीएम योगी ने
कहा कि अच्छा नेतृत्व
मिलता है तो सुखद
परिणाम आते हैं। आज
विरासत का सम्मान भी
है तो विकास के
माध्यम से लोककल्याण का
बड़ा अभियान भी। योग की
परंपरा को वैश्विक मंच
पर ले जाने का
श्रेय पीएम मोदी को
जाता है। दुनिया के
175
से अधिक देशों के
अंदर लोग योग के
साथ जुड़े हैं। जब
भी योग की चर्चा
होगी,
भारत के ऋषियों
के प्रति श्रद्धा का भाव दुनिया
के नागरिकों के मन में
जुड़ेगा। पीएम मोदी ने
21
जून की तिथि को
विश्व योग दिवस के
रूप में कर दिया।प्रयागराज
में 13
जनवरी से महाकुंभ प्रारंभ
होने वाला है। पीएम
मोदी ने इसे भी
मान्यता के अमूर्त सांस्कृतिक
धरोहर के रूप में
मान्यता दिला दी। मोदी
जी के मार्गदर्शन में
22
जनवरी 2024
को अयोध्या में
भगवान श्रीरामलला अपने दिव्य मंदिर
में विराजमान हुए हैं। बाबा विश्वनाथ जी
की पावन धरा पर
आयोजित इतने बड़े आयोजन
के लिये हृदयकी गहराइयों
से अभिनंदन करते हुए मुख्यमंत्री
ने कहा कि 1888
में
बलिया जनपद के एक
छोटे गांव में सद्गुरु
सदाफलदेव जी का अवतरण
हुआ था। उन्होंने 1924
में
विहंगम योग संत समाज
की स्थापना की। जब समाज
शताब्दी समारोह कार्यक्रम के साथ जुड़
रहा है,
तब हम
भी इसके साक्षी बन
रहे हैं। हम सभी
को संत की यौगिक
साधना का प्रसाद प्राप्त
हो रहा है।
विहंगम योग संत समाज
स्वर्वेद महामंदिर ट्रस्ट के माध्यम से
दिव्य-
भव्य मंदिर बनाकर
कोटि-
कोटि श्रद्धालुजनों को
अपने पुरुषार्थ के माध्यम से
जोड़ने के साथ ही
भारत की योग परंपरा
व आध्यात्मिक धारा को जन-
जन तक पहुंचाने
को कृतसंकल्पित दिख रहा है।
सदाफल देव जी ने
व्यक्ति व समाज से
ऊपर उठकर सनातन धर्म
के योगदान में अपने को
तत्पर रखा। संत का
कार्य है की एक
कार्य पूरा होते ही
दूसरे कार्य में लग जाना
तथा संत प्रवर विज्ञान
देव जी ने देश
यात्रा पर निकलकर कश्मीर
से कन्याकुमारी तक 35000
किमी यात्रा करते
हुए सनातन धर्म को जागरूक
किया है। यही हमारी
परंपरा है। देश जब
गुलामी की बेड़ियों से
जकड़ा था,
तब सद्गुरु
सदाफल देव जी महाराज
ने अपनी आध्यात्मिक साधना
के साथ विदेशी दासता
से मुक्त कराने के लिए आजादी
के आंदोलन में भाग लेकर
बैरकपुर से देश के
प्रथम स्वातंत्र्य समर के शंखनाद
के साथ खुद को
जोड़ा था। आप सब
भी समृद्ध आध्यात्मिक परंपरा के साथ राष्ट्रधर्म
के लिए समर्पित महत्वपूर्ण
कड़ी से खुद को
जोड़ रहे हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने
कहा कि पीएम मोदी
कहते हैं कि हर
काम देश के नाम
होना चाहिए। देश सुरक्षित है
तो धर्म भी सुरक्षित
है। धर्म सुरक्षित है
तो हम भी सुरक्षित
हैं,
इसलिए जो भी कार्य
हो,
वह व्यक्ति,
समाज,
मत-
मजहब के दायरे
से ऊपर उठकर सनातन
धर्म के मूल्यों के
अनुरूप भारत की वैदिक-
आध्यात्मिक परंपरा का अनुसरण करते
हुए देश के नाम
होना चाहिए। भारतीयता और सनातन सबको
जोड़ने की ताकत रखता
है। उन्होंने कहा कि अच्छा
नेतृत्व मिलता है तो विकास
की अवधारणा स्वतः चल पड़ती है।
प्रधानमंत्री ने इसका उद्घाटन
एक वर्ष पूर्व किया
था आज पुनः मुझे
उससे जुड़ने तथा आने का
सौभाग्य मिला है। इतने
बड़े आयोजन में लाखों की
संख्या के बावजूद सब
कुछ अच्छे से चल रहा
है। आज नियोजित तरीके
से वैज्ञानिक पद्धति अपनाकर सनातन को आगे बढ़ाने
का कार्य हो रहा है।
अंत में उन्होंने सदाफल
देव जी की स्मृतियों
को नमन करते हुए
कहा कि यह क्षेत्र
भी तीर्थ के रूप में
विकसित हो चुका है
तथा 25000
कुंडीय यज्ञ विहंगम दृश्य
प्रस्तुत कर रहा है।
श्रम एवं सेवायोजन
मंत्री तथा स्थानीय विधायक
अनिल राजभर द्वारा मुख्य अतिथि के रूप में
उपस्थित मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को
आशा के प्रतीक,
अपने
पुरुषार्थ एवं परिश्रम से
उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश
बनाने,
प्रदेश में कानून का
राज स्थापित करने वाला बताया।
उन्होंने आचार्य स्वतंत्र देव जी तथा
विज्ञान जी का स्वागत
करते हुए कहा कि
स्वर्वेद महामंदिर काशी की धार्मिक
प्रतिष्ठा में चार चांद
लगा रहा है। इतनी
बड़ी संख्या में आने के
लिए आप सभी का
स्वागत है। मुख्यमंत्री के
प्रयासों से काशी को
लगातार संवारा जा रहा है।
आचार्य स्वतंत्र देव जी ने
मुख्यमंत्री स्वागत करते हुए कहा
कि धर्म नीति पर
चलने वाला योगी ही
जनता के लिये उपयोगी
है। सबसे बड़े प्रदेश
के मुख्यमंत्री के रूप में
आपने अनेक कार्य किये
हैं तथा कल्याणकारी योजनाओं
से गरीबों का भला कर
रहे हैं। उन्होंने बताया
कि आज स्वर्वेद ट्रस्ट
द्वारा गौसेवा,
निःशुल्क शिक्षा,
चिकित्सा,
महिला सशक्तिकरण,
सामुहिक भंडारा के माध्यम से
मानव उत्थान के अनेक कार्य
किए जा रहे हैं।
संत प्रवर विज्ञान
देव जी ने योगी
आदित्यनाथ का स्वागत करते
हुए कहा कि आपके
ऊर्जावान नेतृत्व समारोह की शोभा बढ़ा
रहे हैं। काशी पहले
से ही देश की
सांस्कृतिक राजधानी रही है, आज
यह स्वर्वेद मंदिर काशी की शोभा
में चार चांद लगा
रहा है। भारतीय संस्कृति
विश्व की आदि संस्कृति
है। अंत में उन्होंने
कहा कि आज गोरक्षपीठाधीश्वर
मुख्यमंत्री के नेतृत्व में
उत्तर प्रदेश उत्तम प्रदेश के बाद सर्वोत्तम
प्रदेश बनता जा रहा
है तथा विकास कार्यों
के साथ कानून व्यवस्था
बेहतर हुई है।
देश
के अन्य राज्य के
लोग योगी मॉडल की
मांग कर रहे हैं।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री को आचार्य स्वतन्त्र
देव जी द्वारा अंगवस्त्रम
तथा मंदिर की प्रतिमा प्रतीक
स्वरूप देकर स्वागत किया
गया।
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