Monday, 6 January 2025

व्यापारियों का उत्पींडन किसी भी दशा में क्षम्य नहीं : अजीत सिंह बग्गा

व्यापारियों का उत्पींडन किसी भी दशा

में क्षम्य नहीं : अजीत सिंह बग्गा 

भ्रष्ट्राचार के खिलाफ लाबंद हो कर आगे की लड़ाई के लिए रणनीति तय

डिमांड : सब स्टैंडर्ड में जुर्माने की राशि में एकरूपता हो, जुर्माने की राशि कम से कम हो, खाद्य लाइसेंस होने पर पहले व्यापारी को चेतावनी दिया जाएं, 40 लाख तक की छूट को बढ़ाकर एक करोड़ हो

सुरेश गांधी

वाराणसी। काशी बिस्किट्स एंड कन्फकेशनरी व्यापार मण्डल के तत्वावधसान में हर वर्ष के भांती इस वर्ष भी नये वर्ष का सालाना बैठक आयोजित की गयी। इस मौके पर नमो घाट पर आयोजित बैठक की अध्यक्षता राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अजित सिंह बग्गा ने किया। जबकि संचालन महामंत्री रमेश निरंकारी ने किया। इस अवसर पर सभी व्यापारियों को नव वर्ष की शुभकामनायें दी गयी। 

बैठक में अजीत सिंह बग्गा ने व्यापारीयों को संगठन के महत्व के बारे में विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि फ़ूड सहित अन्य विभागों द्वारा किये जा रहे व्यापारीक उत्पीड़न को किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। भ्रष्ट्राचार के खिलाफ लाबंद हो कर आगे की लड़ाई के लिए रणनीति तय की गयी। व्यापारियों की सरकार से मांग है किसब स्टैंडर्ड में जुर्माने की राशि में एकरूपता होनी चाहिए। जुर्माने की राशि कम से कम होनी चाहिए’. खाद्य लाइसेंस होने पर पहले व्यापारी को चेतावनी देकर छोड़ देना चाहिए। यह निश्चित करना चाहिए जुर्माने की राशि ज्यादा ना हो। खाद्य लाइसेंस ज्यादा से ज्यादा बने इस पर ध्यान देना चाहिए’.

मल्टीनेशनल के दबाव में कुटीर उद्योग दम तोड़ रहा है। बावजूद इसके त्योहार के समय सैंपल के नाम पर कुटीर उद्योगों का सैंपल भरा जाता है। छोटे व्यापारियों का उत्पीड़न बंद होना चाहिए। जीएसटी में कुटीर उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए जो 40 लाख तक की छूट है, उसको बढ़कर एक करोड़ होना चाहिए। ऑनलाइन के वजह से जो उद्योग बंद हो रहे हैं, सरकार को उस पर ध्यान देना चाहिए। ऑनलाइन व्यापारियों को स्टॉक की सीमा में बांधा जाना चाहिए। जैसे पिछली सरकार ने बांधा था। क्योंकि जिस तरह किसान पहले आत्महत्या करते थे, उसी प्रकार व्यापार ना चलने की वजह से अब व्यापारी कर्ज में दब जा रहा है और आत्महत्या के लिए विवश हो रहा है। इस अवसर सुशील लखमानी, ओम प्रकाश, जीतेन्दर गुप्ता, संजय गुप्ता, दीप्तिमान देव गुप्ता, मनीष गुप्ता, जय निहालनी, विकास गुप्ता, सचिन मौर्या, राजीव वर्मा, गनेश्वर जायसवाल, बृजभूषण मिश्रा, धेर्मेंद्र सिंह, नन्दलाल केश्वनी, सत्यप्रकाश जायसवाल, सच्चे लाल, रमेश पांडे, चंचल सिंह, दिलीप चौहान, रुपेश तिवारी आदि व्यापारी उपस्थित थे।

 

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