काशी विश्वनाथ एवं मां विन्ध्यवासिनी धाम में जारी है महाकुंभ का पलट प्रवाह
दर्शन को
लग
रही
लंबी-लंबी
कतारें,
मंदिर
से
लेकर
सड़क
तक
चप्पे
- चप्पे
पर
की
जा
रही
निगरानी
नागा साधुओं
का
भी
हो
रहा
जमावड़ा,
आवाहन
अखाड़े
में
साधुओं
ने
की
आरती
सप्ताहभर में
दोनों
मंदिरों
में
80 लाख
से
अधिक
श्रद्धालु
दर्शन-पूजन
कर
चुके
है
हाइवे पर
बेहाल
जिंदगी,
प्रयागराज
से
वाराणसी
हाईवे
पर
लगा
लम्बा
जाम,
लोग
घंटो
जूझते
दिखे
सुरेश गांधी
वाराणसी। महाकुंभ का पलट प्रवाह होने के साथ ही श्रीकाशी विश्वनाथ धाम एवं मां विन्ध्यवासिनी धाम में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। ऐसे में मंदिर से लेकर सड़क और घाटों पर श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ रहा है। शनिवार को दोनों मंदिरों में भक्तों की लंबी-लंबी कतारें देखी गयी। गोदौलिया क्षेत्र में भीड़ अधिक हो रही है। भारी भरकम भीड़ के चलते बार-बार शहर थम सा जा रहा है।
हर तरफ वाहनों
का रेला और जाम
में राहगीर दो से ढाई
घंटे तक फंसे रहे।
सड़क, रेल और गंगा
में भी श्रद्धालुओं का
दबाव ऐसा रहा कि
आम जन को काफी
परेशानियों का सामना करना
पड़ा। प्रयागराज-वाराणसी हाईवे पर दिन और
रात वाहन रेंगते रहे।
श्रद्धालुओं की भीड़ को
नियंत्रित करने के लिए
जिला प्रशासन व पुलिस की
ओर से सतर्कता बरती
जा रही है। सड़क
से लेकर मंदिर व
घाटों पर हर जगह
निगरानी की जा रही
है। खास यह है
कि महाकुंभ से स्नान कर
नागा साधुओं का जत्था काशी
पहुंचने लगा है। अखाड़ों
में धार्मिक अनुष्ठान जारी है और
इसी क्रम में साधुओं
ने आरती कर उत्साह
प्रकट किया। हाल यह है
कि सप्ताहभर में 80 लाख से अधिक
श्रद्धालु दोनों मंदिरों में दर्शन-पूजन
कर चुके है।
बाहर से आने
वाले लोग और लोकल
पब्लिक चाह कर भी
जाम की समस्या से
नहीं निकल पा रही
है। हर तरफ वाहनों
का रेला और जाम
में राहगीर दो से ढाई
घंटे तक फंसे हैं।
सड़क, रेल और गंगा
में भी श्रद्धालुओं का
दबाव ऐसा है आम
जन को काफी परेशानियों
का सामना करना पड़ रहा
है। प्रयागराज-वाराणसी हाईवे पर दिन और
रात वाहन रेंगते रहे।
तो दूसरी तरफ हवाई यात्रा
भी दुश्कर हो चला है।
हर दिन 60 से 62 फ्लाइटों से 10 से 12 हजार लोग आवागमन
कर रहे हैं। ट्रेनों
से हर दिन करीब
1.5 से 2 लाख यात्री विभिन्न
ट्रेनों से वाराणसी कैंट
और बनारस से गुजर रहे
हैं। वहीं रोडवेज की
350 बसों से रोज 18 हजार
लोग आ रहे हैं।
विश्वनाथ धाम के आंकड़ों
के अनुसार इस दौरान करीब
35 लाख श्रद्धालुओं ने बाबा के
दर्शन किए। उधर, बाहरी
राज्यों और जिलों के
रजिस्ट्रेशन नंबर के वाहनों
को सुबह जगह-जगह
आउटर पर रोका गया।
बाबा विश्वनाथ धाम और कालभैरव
मंदिर में दर्शन पूजन
के लिए श्रद्धालुओं की
लंबी लाइन लगी रही।
हाईवे पर रामनगर टेंगरा
मोड़ से डाफी टोल
प्लाजा, अखरी बाईपास और
चुनार रोड अंडरपास में
इस कदर जाम रहा
कि बाइक सवार भी
आगे नहीं बढ़ पाए।
मंडुवाडीह और लहरतारा-बौलिया
मार्ग भी जाम की
चपेट में रहा। शाम
के समय लहरतारा से
कलेक्ट्री फार्म पहुंचने में लोगों को
40 से 50 मिनट लग लग
गए। मिर्जामुराद, कछवा रोड, राजातालाब,
रोहनिया और हरहुआ रिंग
रोड चौराहे पर दिन भर
जाम के बीच वाहन
रेंगते रहे। यातायात पुलिस
के अनुसार रविवार को भी शहर
में भीड़ अधिक होने
का अनुमान है। माघ समाप्ति
के दौरान हर कोई एक
बार फिर से महाकुंभ
की ओर निकलने लगा
है।
होटल, लॉज और गेस्ट हाउस फुल, स्टेशन पर कट रही रात
महाकुंभ का असर ऐसा
है कि शहर के
छोटे-बड़े सभी होटल,
गेस्ट हाउस, लॉज और होम
स्टे तक फुल है।
पिछले 15 दिनों से यही क्रम
बना हुआ है, कहीं
भी कमरे खाली नहीं
मिल रहे हैं। अधिकतर
होटल, गेस्ट हाउस के कमरों
को ऑनलाइन ट्रैवेल्स कंपनियों ने बुक करवा
लिया है। वह अपने
हिसाब से कमरों को
बेच रही हैं। वहीं,
होम स्टे भी ऑनलाइन
बुक हो जा रहे
हैं। शहर से लेकर
ग्रामीण क्षेत्रों तक ठौर मिलना
मुश्किल हो गया है।
गुजरात से पहुंचे श्रीनिवासन
ने बताया कि बृहस्पतिवार की
रात में सपरिवार काशी
आए, लेकिन कहीं भी होटल,
गेस्ट हाउस और लॉज
नहीं मिला। अधिक पैसे देने
पर भी कहीं कमरे
नहीं मिले। मजबूरी में कैंट स्टेशन
के होल्डिंग एरिया में ठहरना पड़ा।
टूर ऑपरेटर सुधांशु सक्सेना ने बताया कि
आने वाले हफ्ते भर
तक शहर के होटलों
में कमरे मिलना मुश्किल
है।
कैंट स्टेशन पर बढ़ी भीड़, सुरक्षा तंत्र सतर्क
महाकुंभ आवाजाही करने वालों की
कैंट स्टेशन पर भीड़ शुक्रवार
की देर शाम से
बढ़ना शुरू हो गई।
रात में आरपीएफ, जीआरपी
ने श्रद्धालुओं को सर्कुलेटिंग एरिया
से उन्हें होल्डिंग एरिया में भिजवाया। वहीं,
स्पेशल ट्रेनों में आरपीएफ और
जीआरपी की मौजूदगी में
यात्रियों को चढ़ाया गया।
कई कोच में कब्जे
की शिकायत पर आरपीएफ ने
बोगी खाली कराई। महाकुंभ
जाने वाली नियमित ट्रेनें
ठसाठस रहीं।
रिंग रोड में बस पार्किंग फुल, हाईवे किनारे खड़े हुए वाहन
महाकुंभ से काशी आने
वाले वाहनों को हरहुआ रिंग
रोड पर रोका जा
रहा है। यहां रिंग
रोड किनारे वाहन पार्किंग बनाई
गई है, जो कि
शुक्रवार को फुल हो
गई। इससे बसों को
सड़क किनारे खड़ा कराया गया।
अस्थायी बस अड्डा पर
भी श्रद्धालुओं की भीड़ रही।
बसें दिन, रात आवाजाही
करतीं रहीं।
झूंसी से वाराणसी के लिए नहीं मिली बसें, दो घंटे इंतजार
महाकुंभ से वाराणसी के
बीच श्रद्धालुओं को शाम के
समय रोडवेज की बसें नहीं
मिली। दो घंटे तक
लोगों को झूंसी में
इंतजार करना पड़ा। लंका
क्षेत्र के एक निजी
विद्यालय के 15 शिक्षकों का दल झूंसी
में बसों के इंतजार
में रहा। वहीं, जाम
के चलते वाहनों को
जहां-तहां रोक भी
दिया गया। नियंत्रित करके
चलाया गया।
एक घाट से एक मिनट में गुजरी 30 नाव
सड़क और रेल
मार्ग पर जाम का
असर रहा कि गंगा
में नाव भी फंसी।
नमो घाट से दशाश्वमेध
और अस्सी के बीच गंगा
में भारी दबाव रहा।
हर एक मिनट में
एक घाट से लगभग
30 नावें शुक्रवार की सुबह 10 बजे
के समय गुजरीं। यह
प्रक्रिया शाम तक जारी
रही। क्रूज की बुकिंग भी
फुल है। शहर में
श्रद्धालुओं का इतना दबाव
है कि छोटे-बड़े
नाव भी जल्दी नहीं
मिल रहे हैं।
डीएम व सीपी लगातार कर रहे चक्रमण
शनिवार को व्यवस्था का
जायजा लेने के लिए
जिलाधिकारी एस रालिंगम व
पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल गोदौलिया चौराहा पहुंचे। उन्होंने मौजूद टीम को जरूरी
निर्देश दिए। प्रयागराज से
बड़ी संख्या में विभिन्न अखाड़ों
के साधु-सन्त, नागा
व धर्माचार्य का वाराणसी में
होने वाले आगमन, प्रवास
व शोभायात्रा के दौरान सुरक्षा
व यातायात व्यवस्था के दृष्टिगत चांदपुरा,
केराकत मार्ग का निरीक्षण किया।
पुलिस आयुक्त द्वारा साधु-सन्तों के
आगमन, प्रवास व शोभायात्रा के
दौरान सुरक्षा व यातायात व्यवस्था
हेतु सम्बन्धित को विशेष प्रबन्ध
किये जाने हेतु निर्देशित
किया गया। इस दौरान
अपर पुलिस आयुक्त एस.
चन्नप्पा, अपर
जिलाधिकारी नगर श्री आलोक
वर्मा, अपर पुलिस उपायुक्त
यातायात श्री राजेश पाण्डेय उपस्थित
रहें ।
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