महाकुंभ का महाजाम विफलता नहीं, आस्थावानों की सुनामी का प्रतिफल है!
आलोचकों को
खामियां
गिनाने
के
बजाय
प्रशासनिक
चुनौती
को
समझने
की
जरुरत
है
: डीजीपी
किसी भी
शहर
में
उसकी
क्षमता
दो-चार
नहीं
बल्कि
दस
गुना
का
अचानक
बढ़
जाना,
थोड़ी
दिक्कत
तो
होगी
ही
मेला प्रशासन
द्वारा
जारी
आंकड़ों
के
अनुसार,
सोमवार
शाम
आठ
बजे
तक
1.17 करोड़
से
अधिक
श्रद्धालुओं
ने
संगम
में
स्नान
किया.
13 जनवरी
से
नौ
फरवरी
तक
44.74 करोड़
से
अधिक
श्रद्धालु
संगम
में
डुबकी
लगा
चुके
हैं.
सुरेश गांधी
वाराणसी। किसी को दो-चार रोटी की
जगह, दस रोटी खिला
देंगे, तो अपच होना
स्वाभाविक है। कुछ ऐसा
ही हाल इन दिनों
तीर्थस्थलों का है। प्रयागराज
के महाकुंभ में हर कोई
डुबकी लगाना चाहता है। हाल यह
है जो जिसकी जो
क्षमता है, उस हिसाब
से निकल पड़ा है।
स्थिति यह है कि
एक बारगी श्रद्धालुओं की संख्या में
क्षमता के सापेक्ष दस
गुना वृद्धि हो जाने से
परिवहन व्यवस्था चरमराई हुई है। हर
सड़के जाम के झाम
से कराह रही है।
खासकर प्रयागराज महाकुंभ जाने वाली सडकों
पर वाहनें चल नहीं बल्कि
रेंगने की स्थिति में
पहुंच गयी है। मेला
प्रशासन द्वारा जारी आंकड़ों के
अनुसार, सोमवार शाम आठ बजे
तक 1.17 करोड़ से अधिक
श्रद्धालुओं ने संगम में
स्नान किया. 13 जनवरी से नौ फरवरी
तक 44.74 करोड़ से अधिक
श्रद्धालु संगम में डुबकी
लगा चुके हैं।
यूपी पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार का कहना है कि इस अभूतपूर्व मानवीय और वाहनों के प्रवाह को प्रबंधित करना किसी भी प्रशासन या पुलिस बल के लिए अब तक की सबसे कठिन चुनौती है। प्रयागराज हो वाराणसी हो या अयोध्या का बुनियादी ढांचा अपनी अधिकतम क्षमता से आगे बढ़कर काम कर रहा है। ऐसे में यातायात में देरी स्वाभाविक है। यह किसी प्रशासनिक असफलता का नहीं, बल्कि तीर्थयात्रियों की असाधारण संख्या का परिणाम है। इसके बावजूद, यूपी पुलिस के हर सिपाही से लेकर वरिष्ठ अधिकारियों तक, सभी दिन-रात अथक परिश्रम कर रहे हैं। वे श्रद्धालुओं को मार्गदर्शन दे रहे हैं, सुरक्षा सुनिश्चित कर रहे हैं और शहर को सुव्यवस्थित बनाए रखने में अपनी पूरी शक्ति झोंक रहे हैं। इतने विशाल मानवीय प्रवाह का प्रबंधन करना एक ऐतिहासिक कार्य है और हमारे पुलिसकर्मी असाधारण धैर्य, समर्पण और निष्ठा का प्रदर्शन कर रहे हैं। दुनिया में कहीं भी ऐसी कोई मिसाल नहीं है कि किसी पुलिस बल ने इतनी विशाल मानव-आवाजाही और वाहनों के प्रवाह को इतनी दक्षता से प्रबंधित किया हो।
यह
सिर्फ एक आयोजन का
संचालन नहीं, बल्कि इतिहास रचने जैसा कार्य
है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के
कुशल नेतृत्व एवं सघन पर्यवेक्षण
में यूपी पुलिस की
रणनीतिक योजना, त्वरित निर्णय लेने की क्षमता
और अथक सेवा इस
आयोजन को वैश्विक मानक
बना रही है। आने
वाली पीढ़ियाँ इसे अनुशासन, समर्पण
और कर्तव्यपरायणता के प्रतीक के
रूप में याद करेंगी।
उनका कहना है कि
मीडिया एवं सोशल मीडिया
पर आलोचना होना स्वाभाविक है,
लेकिन यह देखना भी
अत्यंत हृदयस्पर्शी है कि कई
श्रद्धालु चाहे वे आम
लोग हों या प्रतिष्ठित
व्यक्तित्व के, वीडियो के
माध्यम से पुलिस और
प्रशासन के असाधारण प्रयासों
की सराहना कर रहे हैं।
आज दोपहर के प्रयागराज शहर
और अंतर- जनपदीय सीमाओं के वीडियो दर्शाते
हैं कि यातायात एक
बार फिर लगभग सामान्य
रूप से चल हो
रहा है, जो यूपी
पुलिस के अथक प्रयासों
का स्पष्ट प्रमाण है। केवल आलोचना
पर ध्यान देने की बजाय,
यह भी देखना चाहिए
कि हमारी पुलिस बल किस तरह
से अभूतपूर्व समर्पण और संघर्ष के
साथ इस ऐतिहासिक आयोजन
को सफल बनाने में
जुटा हुआ है। मैं
अपने हर पुलिसकर्मी को
सलाम करता हूँ, कि
वे नायक हैं, जो
हर दिन असंभव को
संभव बना रहे हैं।
महाकुंभ की भीड़ से सभी हाइवे जाम
प्रयागराज महाकुंभ स्नान के लिए उमड़े
श्रद्धालुओं की भारी भीड़
से हाइवे पर यातायात व्यवस्था
चरमरा गई है। प्रयागराज,
वाराणसी व अयोध्या से
जुडे सभी मार्गो पर
वाहनों की कई किमी
तक लंबी कतार लग
गई है। हजारों की
संख्या में श्रद्धालु प्रयागराज
जाने के लिए सड़क
मार्ग से निकले हैं,
जिससे नेशनल हाइवे पर यातायात धीमी
गति से चल रहा
है। प्रशासन ने जाम को
नियंत्रित करने के लिए
हर संभव कोशिश में
जुटा है। यातायात प्रभावित
होने की वजह से
गाड़ियों की रफ्तार बेहद
धीमी हो गई है।
कई वाहन पिछले 18 घंटे
में 70 किमी का सफर
भी पूरा नहीं कर
पाए। मार्गो पर लगातार गाड़ियों
का दबाव बढ़ रहा
है, जिससे प्रशासन वाहनों को नियंत्रित तरीके
से आगे बढ़ रहा
है।
स्टेशनों पर भी भारी भीड़
महाकुंभ में भारी संख्या
में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. इसकी
वजह से स्टेशनों पर
भी भारी भीड़ नजर
आ रही है. इसको
लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष
अखिलेश यादव ने रिएक्शन
दिया. उन्होंने सरकार से फंसे हुए
श्रद्धालुओं के लिए इमरजेंसी
व्यवस्था करने को कहा.
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश
यादव ने जाम की
स्थिति के संबंध में
‘एक्स’ पर पोस्ट किया.
उन्होंने लिखा, ‘‘प्रयागराज महाकुंभ में फंसे करोड़ों
श्रद्धालुओं के लिए तुरंत
आपातकालीन व्यवस्था की जाए. हर
तरफ जाम में भूखे-प्यासे, बेहाल और थके तीर्थयात्रियों
को मानवीय दृष्टि से देखा जाए.
आम श्रद्धालु क्या इंसान नहीं
हैं?’’ प्रयागराज महाकुंभ में फँसे करोड़ों
श्रद्धालुओं के लिए तुरंत
आपातकालीन व्यवस्था की जाए। हर
तरफ़ से जाम में
भूखे, प्यासे, बेहाल और थके तीर्थयात्रियों
को मानवीय दृष्टि से देखा जाए।
आम श्रद्धालु क्या इंसान नहीं
है?
वाहनों की संख्या बहुत अधिक : कुलदीप सिंह
एडीसीपी (यातायात) कुलदीप सिंह ने कहा,
“वाहनों की संख्या बहुत
अधिक है. यात्री इस
कोशिश में हैं कि
वे नजदीक से नजदीक आएं.
इसकी वजह से लंबा
जाम लग रहा है.
हमें मौनी अमावस्या वाली
व्यवस्था लागू करनी पड़
रही है.” सिंह के
अनुसार, मौनी अमावस्या पर
जितनी भीड़ आई थी,
लगभग उतनी ही भीड़
अब आ रही है.
उन्होंने कहा कि मौनी
अमावस्या पर मेला क्षेत्र
के नजदीक की पार्किंग पहले
भरी जा रही थी.
उसके बाद दूर की
पार्किंग भरी जा रही
थी. एडीसीपी (यातायात) ने बताया, “दूर
की पार्किंग 50 प्रतिशत भर गई है.
नजदीक वाली पार्किंग छोटी
पार्किंग है, जबकि दूर
वाली पार्किंग बड़ी है. उदाहरण
के तौर पर आईईआरटी
और बघाड़ा पार्किंग (मेला क्षेत्र के
नजदीक) की क्षमता चार
से पांच हजार वाहनों
को खड़े करने की
है, जबकि दूर की
पार्किंग जैसे नेहरू पार्क
और बेला कछार की
पार्किंग में 20-25 हजार वाहन आ
सकते हैं.” उन्होंने बताया कि स्नान पर्व
पर स्थानीय लोगों के वाहन नहीं
चलते हैं, लेकिन अभी
सभी तरह के वाहन
चल रहे हैं. अगले
कुछ दिनों तक श्रद्धालुओं की
भीड़ कम होने के
आसार नहीं दिखते.
प्रयागराज जंक्शन बंद नहीं
प्रयागराज जंक्शन को बंद नहीं
किया गया है. प्रयाग
जिला प्रशासन के आदेश अनुसार
उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल का
प्रयाग राज संगम स्टेशन
दिनांक 9 फरवरी को सुबह 1ः30
से दिनांक 14 फरवरी के रात्रि 12ः00
बजे तक यात्री आवागमन
के लिए बंद रहेगा.
महाकुंभ क्षेत्र में आने वाले
अन्य आठ स्टेशनों प्रयागराज
छिवकी, नैनी, प्रयागराज जंक्शन, सूबेदारगंज, प्रयाग, फाफामऊ, प्रयागराज रामबाग एवं झूसी से
नियमित और स्पेशल ट्रेनों
का परिचालन नियमित रूप से चल
रहा है. स्थिति की
गंभीरता को देखते हुए
प्रशासन ने सरकारी और
निजी स्कूलों को खोलने के
आदेश दिए हैं, जिससे
श्रद्धालु वहां ठहर सकें।
हाइवे किनारे स्थित स्कूलों में अस्थाई रुकने
की व्यवस्था की जा रही
है। इस मुश्किल हालात
में स्थानीय लोग भी श्रद्धालुओं
की मदद के लिए
आगे आए हैं। स्थानीय
निवासियों द्वारा यात्रियों को भोजन, पानी,
दूध और चाय की
व्यवस्था की जा रही
है। श्रद्धालुओं के लिए खिचड़ी
भोजन वितरण भी जारी है।
प्रशासन ने श्रद्धालुओं और
वाहन चालकों से धैर्य बनाए
रखने और अनावश्यक यात्रा
न करने की अपील
की है। स्थिति को
नियंत्रित करने के लिए
पुलिस बल तैनात किया
गया है और धीरे-धीरे यातायात सुचारू
किया जा रहा है।
महाकुंभ को लेकर अनर्गल प्रलाप बंद करें : केशव प्रसाद मौर्य
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य
ने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के हमलों
पर जोरदार पलटवार किया है। केशव
प्रसाद मौर्य ने कहा कि
अखिलेश यादव महाकुंभ को
लेकर अनर्गल प्रलाप बंद करे। संपूर्ण
देश से श्रद्धालु आस्था
की डुबकी लगाने आ रहे हैं।
बीजेपी सरकार और बीजेपी कार्यकर्ता
सेवा ही संगठन के
संकल्प के साथ दिन-रात श्रद्धालुओं की
सेवा में जुटे हैं।
उपमुख्यमंत्री ने आगे कहा
कि आपकी (अखिलेश यादव) राजनीति आस्था और व्यवस्थाओं को
नीचा दिखाने तक ही सीमित
रह गई है। केशव
प्रसाद मौर्य ने कहा कि
कुंभ भारतीय संस्कृति का गौरव है
और इस पर सवाल
उठाकर आप अपनी संकीर्ण
सोच ही दर्शा रहे
हैं।
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