Saturday, 14 June 2025

बुनकरों की आवाज़ पहुंची भाजपा के शीर्ष नेतृत्व तक

बुनकरों की आवाज़ पहुंची भाजपा के शीर्ष नेतृत्व तक 

सरवर सिद्दीकी ने बी.एल. संतोष से मुलाकात कर सौंपा ज्ञापन, योजनाओं की निगरानी के लिए बोर्ड गठित करने की मांग

सुरेश गांधी

वाराणसी। बुनकरों की समस्याओं और उनके उज्जवल भविष्य को लेकर बुनकर महासभा के राष्ट्रीय संयोजक एवं वरिष्ठ भाजपा नेता सरवर सिद्दीकी ने भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) श्री बी.एल. संतोष से मुलाकात की। दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय में हुई इस मुलाकात के दौरान सिद्दीकी ने बुनकर, कारीगर और हस्तशिल्पियों के हितों से जुड़ी अहम मांगों को एक ज्ञापन के माध्यम से प्रस्तुत किया। इस मुलाकात को लेकर भाजपा संगठन में भी सकारात्मक संकेत देखने को मिले हैं और जल्द ही इन मुद्दों पर आगे की कार्यवाही की उम्मीद जताई जा रही है। 

श्री सिद्दीकी ने कहा कि देशभर के लाखों बुनकर, कालीन, दरी, साड़ी, वस्त्र और हस्तनिर्मित वस्तुएं बनाने वाले कारीगर आज भी विकास की मुख्यधारा से वंचित हैं। उनके लिए चलाई जा रही सरकारी योजनाओं का लाभ सीमित वर्ग तक ही पहुँच पा रहा है। श्री सिद्दीकी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में देश और प्रदेश में डबल इंजन की सरकार पूरी क्षमता से काम कर रही है। ऐसे में यह ज़रूरी है कि बुनकर समाज को भी उस विकास की धारा से जोड़ा जाए जिसकी नींवसबका साथ, सबका विकासमें निहित है।लेकिन योजनाओं का लाभ तभी अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचेगा, जब इनका प्रचार सघन हो और निगरानी तंत्र मजबूत हो।

तीन मुख्य मांगें

1. कालीन, दरी, साड़ी, कपड़ा और हाथ से बने उत्पादों के कारीगरों के लिए विशेष योजनाएं तैयार की जाएं और उनकी आर्थिक सामाजिक स्थिति में सुधार के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।

2. सरकार की जो योजनाएं पहले से मौजूद हैं, जैसे पीएम वीमेन योजना, मुद्रा योजना, हस्तशिल्प विकास योजनाएं आदि, उनकी जानकारी का व्यापक प्रचार-प्रसार हो ताकि अधिक से अधिक कारीगर उसका लाभ उठा सकें।

3. केंद्र राज्य सरकारों की बुनकर कल्याण योजनाओं की निगरानी समीक्षा के लिए एक स्वतंत्र बोर्ड का गठन किया जाए, जो जमीनी स्तर पर उनके क्रियान्वयन को सुनिश्चित करे।

भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बी.एल. संतोष जी ने ज्ञापन को गंभीरता से लेते हुए आश्वस्त किया कि संगठन स्तर पर इन मुद्दों पर जल्द चर्चा होगी और यथासंभव समाधान की दिशा में कदम उठाए जाएंगे।

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