काशी को अतिक्रमण मुक्त के लिए बड़े बदलाव की तैयारी, सख्त कदमों की रूपरेखा तय
पुलिस आयुक्त
मोहित
अग्रवाल
ने
सीनियर
रिपोर्टर
सुरेश
गांधी
से
विशेष
बातचीत
में
साझा
की
आगामी
रणनीति
अतिक्रमण से
जाम
की
गंभीर
समस्या,
दस
मिनट
का
सफर
बन
रहा
घंटों
का
इंतजार
ऑटो, टेम्पो,
टोटो
और
अव्यवस्थित
पार्किंग
प्रमुख
कारण
चौराहों पर
ट्रैफिक
पुलिस
मौजूद
होने
के
बावजूद
नियंत्रण
में
नहीं
यातायात
सीपी का
स्पष्ट
संदेश
: सड़कों
को
अतिक्रमण
मुक्त
बनाना
सर्वोच्च
प्राथमिकता
फुटपाथों की
दुकानों,
बेतरतीब
ऑटो
स्टैंड
और
अवैध
ठेलों
पर
चलेगा
सख्त
अभियान
यातायात निगरानी
में
सीसीटीवी
कैमरों
व
ट्रैफिक
वायलेशन
डिटेकशन
सिस्टम
का
होगा
उपयोग
सुगम यातायात
हेतु
मार्गो
पर
हुए
अतिक्रमण
के
विरूद्ध
कार्यवाही
पुलिस
का
होगा
रूटीन
वर्क
सुरेश गांधी
वाराणसी। त्योहार हो या आम दिन, काशी की बदहाल यातायात व्यवस्था सुधरने का नाम नहीं ले रहा है। यह अलग बात है जबसे इस शहर की कमान पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल संभाले है, काशीवासियों को जाम के झाम से मुक्ति दिलाने के लिए लगातार प्रयासरत है। इसी कड़ी में गुरुवार को पुलिस आयुक्त जब खुद शहर की सड़कों का निरीक्षण करने पहुंचे तो फुटपाथ पर सजी दुकानें और बेतरतीब खड़े वाहनों को देखकर संबंधित विभाग के अधिकारियों पर बरस पड़े। इस दौरान उन्होंने चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। उनका कहना है कि यातायात व्यवस्था सुधारने और सड़क हादसों पर रोकथाम के लिए वह संकल्पित है। पुलिस आयुक्त के अनुसार, यह अभियान केवल औपचारिकता नहीं होगा। ट्रैफिक सिस्टम की विफलता के पीछे केवल अतिक्रमण ही नहीं, बल्कि ट्रैफिक पुलिस की निष्क्रियता भी जिम्मेदार है। अब पुलिसकर्मियों की जवाबदेही तय कर ‘वर्क रिपोर्ट कार्ड’ लागू किया जाएगा। सड़कों पर तैनात पुलिसकर्मियों की नियमित रिपोर्टिंग होगी और कार्य में लापरवाही पर तत्काल कार्रवाई होगी। पुलिस आयुक्त की रणनीति स्पष्ट है, अब वाराणसी की सड़कों पर अतिक्रमण और अव्यवस्था को कोई जगह नहीं मिलेगी। अगले कुछ हफ्तों में इस सख्ती का असर दिखने की पूरी उम्मीद है। जनता से सहयोग और पुलिस की जवाबदेही ही शहर को जाम से निजात दिला सकती है।
इस दौरान उन्होंने
अधिकारियों से इस बारे
में भी जानकारी ली
कि कहां पर किस
कारण यातायात बाधित हो रहा है।
उन्होंने यातायात व्यवस्था सुधारने के लिए हरसंभव
उपाय योजना करने का आदेश
भी दिया है। कहा,
तय की गई व्यवस्था
को अमल में लाने
के लिए हरसंभव कोशिश
किया जाएं। जाम वाले चौराहों
के आसपास रहने वालों को
ट्रैफिक एडवाइजरी कमेटी में शामिल किया
जाएगा। उनके फीडबैक से
यातायात व्यवस्था सुधारी जाएगी। पुलिस के साथ पब्लिक
का सहयोग जरूरी है। शहर में
जाम के जो प्वाइंट
हैं, उन्हें चिह्नित कर उनके हिसाब
से स्थान विशेष के लिए कार्ययोजना
बनाई जा रही है।
हमारा प्रयास यही है कि
जाम कम लगे। राहगीरों
को ज्यादा परेशान न होना पड़ेगा।
प्रस्तुत है विशेष वार्ता
के दौरान हमारे सीनियर रिपोर्टर सुरेश गांधी के सवालों पर
पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल के स्पष्ट जवाब
के कुछ अंश :
सवाल : शहर
में
अतिक्रमण
के
चलते
ट्रैफिक
व्यवस्था
चरमरा
गई
है।
क्या
इसे
स्थायी
रूप
से
हटाने
के
लिए
कोई
ठोस
योजना
बनाई
गई
है?
जवाब : बिल्कुल। हमने अतिक्रमण के
खिलाफ स्थायी और सख्त अभियान
की योजना बनाई है। सड़क
किनारे ठेले, फुटपाथ की दुकानें, और
बेतरतीब ऑटो-टेम्पो स्टैंड
शहर में जाम के
मुख्य कारण हैं। इन्हें
जल्द ही ’नियमित हटाया
जाएगा और इन पर
दोबारा कब्जा करने वालों पर
गुंडा एक्ट व गैंगस्टर
एक्ट के तहत सख्त
कार्रवाई की जाएगी।
सवाल : ऑटो,
टोटो
और
ई-रिक्शा
जाम
के
सबसे
बड़े
कारण
बन
गए
हैं,
क्या
इनके
लिए
कोई
ठोस
कदम
उठाए
जा
रहे
हैं?
सवाल : ट्रैफिक
पुलिस
की
उपस्थिति
के
बावजूद
जाम
क्यों
नहीं
रुकता?
जवाब : यह बेहद गंभीर
समस्या है। कई जगहों
पर ट्रैफिक पुलिस की उपस्थिति के
बावजूद प्रभावी नियंत्रण नहीं हो रहा
है। अब चौराहों पर तैनात ट्रैफिक
पुलिसकर्मियों की जवाबदेही तय
की जाएगी। हर चौराहे पर ‘बॉडी कैमरा’
और ‘सीसीटीवी निगरानी’ शुरू की जाएगी
ताकि यह सुनिश्चित किया
जा सके कि पुलिसकर्मी
सक्रिय रूप से कार्य
कर रहे हैं या
नहीं। लापरवाही पाए जाने पर
तत्काल निलंबन होगा।
जवाब : हमारा अगला कदम फुटपाथ
और सड़क के किनारों
को पूरी तरह खाली
कराना है। हर 100 मीटर पर एक
पुलिसकर्मी की तैनाती की
जाएगी, जिसकी सीधी जिम्मेदारी तय
होगी कि उसके इलाके
में अतिक्रमण न हो। हर जोन
के चौकी इंचार्ज और
थानाध्यक्ष के क्षेत्र में
अतिक्रमण मिलने पर सीधे उन्हीं
पर कार्रवाई होगी। इसके साथ ही नगर
निगम से समन्वय कर
अतिक्रमण हटाने के लिए ‘पुलिस-म्यूनिसिपल जॉइंट स्क्वाड’ बनाया जाएगा।
जवाब : जनता से मेरी
अपील है कि अतिक्रमण
करने वाले खुद अपनी
जिम्मेदारी समझें। हमारा मकसद शहर को
सुचारु और सुरक्षित बनाना
है, न कि किसी
की रोज़ी-रोटी छीनना।
लेकिन अगर कोई आदेशों की
अवहेलना करेगा तो सख्त कार्रवाई
तय है। शहर को अतिक्रमण मुक्त
और जाम मुक्त बनाने
के लिए पुलिस पूरी
प्रतिबद्धता से कार्य कर
रही है। जनता का
सहयोग भी बेहद जरूरी
है।
संभावित सुधार के प्रमुख बिंदु :
✅ सभी
ऑटो, टेम्पो, टोटो के लिए
फिक्स रूट अनिवार्य
✅ अवैध
स्टॉप, अनधिकृत सवारी भरने पर तत्काल
कार्रवाई
✅ हर
100 मीटर पर निगरानी पुलिसकर्मी
की तैनाती
✅ हर
चौराहे पर बॉडी कैमरा
और सीसीटीवी निगरानी
✅ पुलिस-म्यूनिसिपल जॉइंट स्क्वाड का गठन
✅ दोहराव
पर गुंडा एक्ट और गैंगस्टर
एक्ट की कार्रवाई
✅ लापरवाह
पुलिसकर्मियों का निलंबन तय
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