Saturday, 25 January 2020

जर्रे-जर्रे में बिखरा ‘गणतंत्र’ का उत्साह, आज दुनिया देखेगी भारत की आन-बॉन-शान


जर्रे-जर्रे में बिखरागणतंत्रका उत्साह, आज दुनिया देखेगी भारत की आन-बॉन-शान  
देशभक्ति गीतों की धून पर बड़े-बच्चे-बुजुर्गो का उत्साह चरम पर
सड़क से लेकर घर वाहनों तक में लहरा रहा तिरंगा
दुकानों पर खूब बिक तिरंगा
आसमान से लेकर जमीन तक कड़ी सुरक्षा
मेट्रो, रेलवे स्टेशन, मॉल और एयरपोर्टो पर खास निगरानी
80 कमांडो और 5 हजार जवानों के घेरे में रहेंगे मोदी, चप्पे-चप्पे पर नजर
सुरेश गांधी
पूरा देश गणतंत्र दिवस के जश्न में डूबा है। कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक भारत माता को सलामी देने के लिए लोगों के हाथों में तिरंगा है। घरो-होटलों, प्रतिष्ठानों से लेकर सड़क तक भारत की आन-बान शान तिरंगा लहराने लगा है। कहा जा सकता है 26 जनवरी भले ही रविवार को हो, लेकिन गणतंत्र दिवस की झलक शनिवार को ही दिख गई। हर किसी के हाथ में तिरंगा नजर आने लगा है। घर पर तिरंगे टंग गए है। साईकिल हो कार सभी वाहनों में तिरंगा लग गया है। या यूं कहे पूरा देश तिरंगामयमय हो गया है। लोगों को हाथ में तिरंगा लहराते हुए भारत माता की जय वंदे मातरम के गगनभेदी नारे लगाते देखा जा रहा है।
सोशल मीडिया चाहे वो फेसबुक, वाट्सप हो ट्वीटर तिरंगेरुपी बधाई संदेशों से अटा पड़ा है। मतलब साफ है जोश, जुनून, बुलंद हौसला, अरमान तिरंगा, जान तिरंगा, शान तिरंगा, वतन की पहचान तिरंगा। ईमान तिरंगा, देख ऐसा लग रहा है जैसे आज ही देश आजाद हुआ है। 
चौक- चैराहों पर चर्चा का विषय सिर्फ और सिर्फ आजादी के दीवानों की होते देखा गया। लोगों ने कहा, हमारे लिए खुशी की बात है। देश की शान है तिरंगा, हम सबकी जान है तिरंगा। राष्ट्र का मान है तिरंगा। पूरे देश के लिए यह गर्व का विषय है। हमें गण्तंत्र दिवस हजारों बलिदानियों की सौगात के रुप में मिली है। हमें मिलजुल कर बलिदानियों के सपनों को पूरा करना है। स्कूल-कालेजों में बैंड की धुनों पर बच्चों को प्रभातफेरी की तैयारी करते देखा गया। हर किसी के चेहरे पर उत्साह की चमक दिखी। मजदूर हो या व्यापारी या किसान, नौजवान महिलाएं सबके सब मगन है।
राजपथ पर फुल डेस रिहर्सल में भारत ने अपनी ताकत का एहसास कराया। फुल ड्रेस रिहर्सल में कई मंत्रलयों के साथ ही राज्यों की झांकियां शामिल हुईं। सेना के जवानों ने अदम्य साहस का प्रदर्शन किया। परेड में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विजन साफ नजर आएगा। डिजिटल इंडियास्टार्टअपजैसे केंद्र सरकार के प्रयोग नजर आएंगे।
इस बार परेड का आकर्षण--
1-एसैट मिसाइल- एंटी सैटेलाइट मिसाइल, जिसे पिछले साल ही डीआरडीओ ने टेस्ट किया था, वो परेड का सबसे बड़ा सामरिक हथियार है। स्पेस में चीन से लगातार मिल रही चुनौती के बीच ये एसैट मिसाइल भारत के जंगी बेड़े का सबसे बड़ा हथियार माना जा रहा है।
2-के9वज्र तोप- दक्षिण कोरिया की मदद से एलएंडटी कंपनी ने भारत में तैयार की ये तोपें हाल ही में भारतीय सेना में शामिल हुई हैं। दिसम्बर के महीने में पाकिस्तानी सीमा से सटे थार के रेगिस्तान में भारतीय सेना ने सिधु-सुदर्शन युद्धभ्यास के दौरान इन के9 वज्र तोपों को परखा था। पहली बार राजपथ में इनकी दस्तक हो रही है।
3- रफाल लड़ाकू विमान- खास दशहरा के मौके पर फ्रांस ने पहला रफाल लड़ाकू विमान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को सौंप दिया था। अबतक चार रफाल लड़ाकू विमान भारतीय वायुसेना को मिल चुके हैं। हालांकि अभी ये रफाल फाइटर जेट्स भारत नहीं पहुंचे हैं और भारत के फाइटर पायलट्स इन नए रफाल लड़ाकू विमानों पर फ्रांस में ही ट्रैनिंग ले रहे हैं। लेकिन वायुसेना ने इन रफाल लड़ाकू विमानों को अपनी टेब्लूय यानी झांकी में शामिल कर लिया है। फ्रांस के साथ हुई सौदे पर राजनैतिक विवादों के चलते रफाल लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। अपनी मारक क्षमता के अलावा।    
4- एलसीएच हेलीकॉप्टर- भारत का पहला स्वदेशी अटैक हेलीकॉप्टर, एलसीएच भी वायुसेना की झांकी में दिखाई पड़ेगा। हालांकि ये अभी तक वायुसेना में शामिल नहीं हुआ है लेकिन गणतंत्र दिवस परे़ड की झांकी में शामिल कर वायुसेना ने साफ कर दिया है कि अब लाइट कॉम्बेट हेलीकॉप्टर भारतीय वायुसेना के जंगी बेड़े में शामिल होने जा रहा है। इस अटैक हेलीकॉप्टर को भारत की सरकारी कंपनी, एचएएल ने तैयार किया है।
5- चिनूक और अपाचे हेलीकॉप्टर- अमेरिका से लिए चिनूक ट्रांसपोर्ट हेलीकॉप्टर और अपाचे अटैक हेलीकॉप्टर पहली बार गणतंत्र दिवस परेड की फ्लाई पास्ट में हिस्सा ले रहे हैं।
6- विक्रांत एयरक्राफ्ट कैरियर- कोचिन शिपयार्ड में तैयार हो रहा देश का पहला स्वदेशी विमानवाहक युद्धपोत, विक्रांत इस बार नौसेना की झांकी में शामिल होने जा रहा है। इसके साथ एंटी सबमेरिन (सबमरीन) और टोही विमान, पी8आई भी झांकी में शामिल की गई है। कोलकाता क्लास युद्धपोत से ब्रह्मोस मिसाइल लांच करते हुए भी दिखाई देगी।
7- खाड़ी देशों में नौसेना के ऑपरेशन और रेस्कयू मिशन- नौसेना की झांकी में इस बार दिखाया गया है कि खाड़ी देशों में किसी भी तनाव के दौरान किस तरह भारतीय नौसेना हमेशा चौकन्ना रहती है अपने मालवाहक जहाज और तेल के टैंकर्स को फारस की खाड़ी से सुरक्षित निकालने के लिए।
8- कैप्टन तानिया शेरगिल- इस बार परेड की शान हैं थलसेना की कैप्टन तानिया शेरगिल. हालांकि पिछले कई सालों से महिलाएं गणतंत्र दिवस की परेड़ में हिस्सा ले रही हैं। लेकिन कैप्टन तानिया इस मायने में अहम हैं कि वे अपने परिवार की चौथी पीढ़ी की आर्मी ऑफिसर हैं। उनके पड़दादा सिख रेजीमेंट में थे, दादा आर्मर्ड (यानि टैंक) ऑफिसर थे और पिता आर्टलरी यानि तोपखाने में अधिकारी थे। तानिया के पिता ने सेना से रिटायरमेंट के बाद सीआरपीएफ में भी अपने सेवाएं दी थीं।
9- स्पेशल फोर्स के कमांडो- तेजी से मार्च पास्ट करने के लिए दुनियाभर में विख्यात थलसेना के एसएफ फोर्स के कमांडो भी इस बार की परेड में अहम हिस्सा हैं। देश के लिए दो-दो सर्जिकल स्ट्राइक कर पूरे देश के हीरो हैं स्पेशल फोर्स के कमांडोज़।
10- सीआरपीएफ के डेयरडेविल्स- बाइक पर स्टंट करने वाला सीआरपीएफ का दस्ता जिसमें महिलाएं भी शामिल हैं। उसके राजपथ पर करतब देखकर हरेक दांतो तले उंगुलियां दबा लेगा।
11- एनडीआरएफ का दस्ता- देश में कहीं भी प्राकृतिक आपदा हो वहां सबसे पहले एनडीआरएफ का दस्ता पहुंच जाता है लोगों की मदद के लिए। इस बार परेड में एनडीआरएफ का खास दस्ता अपने स्पेशल सीबीआरएन (कैमिकल बायलोजिकल, रेडियोलोजिकल और न्युक्लिर) सूटगियर में दिखाई पड़ेगा।  
उधर, आतंकी धमकियों के मद्देनजर राजधानी समेत देशभर में सुरक्षा के चाक-चैबंद व्यवस्था की गयी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा के फुलप्रूफ इंतजाम किए गए हैँ। पीएम की सुरक्षा के लिए फाइव लेवल सर्कल का इंतजाम किया गया है। पहले घेरे में एसपीजी के 80 कमांडो होंगे। दूसरा घेरा एनएसजी, तीसरा घेरा एटीएस कमांडो, चौथा केंद्रीय पैरा मिलिट्री फोर्सेज और पांचवां घेरा हरियाणा पुलिस का होगा। काफिला जिन रास्तों से गुजरेगा, वहां छतों पर भी कमांडो और स्नाइपर्स की तैनाती होगी। इसके लिए आधा दर्जन एसपी रैंक, 10 एसीपी, 15 इंस्पेक्टर, 200 सब-इंस्पेक्टर, 500 हेड कॉन्स्टेबल, 2000-कॉन्स्टेबल के अलावा 200 महिला पुलिस तैनात की गई हैं। पीएम की सुरक्षा में कोई चूक ना हो इसके लिए जवानों द्वारा रिहर्सल की गई। इस दौरान जगह-जगह बॉर्डर पर पुलिस द्वारा सघन तलाशी की जा रही है। पूरे दिल्ली में मल्टी लेयर्स सुरक्षा का घेरा बनाया गया है। परेड और वीवीआईपी की सुरक्षा के लिए एनएसजी, एसपीजी और आईटीबीपी के कमांडों की तैनाती की गई है। सुरक्षा के मद्देनजर दिल्ली पुलिस, राष्ट्र सुरक्षा गार्ड और अर्धसैनिक बलों की तैनाती भी की गई है। दिल्ली पुलिस के 22 हजार जवान की तैनाती की गई है। परेड़ रूट पर एक हजार से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। परेड मार्ग पर नजर रखने के लिए शार्पशूटर और स्नाइपर्स को इमारतों पर तैनात किया जाएगा। प्रमुख इलाकों पर निगरानी बनाए रखने के लिए 10 मोबाइल पुलिस कंट्रोल रूम और सीसीटीवी कंट्रोल रूम बनाए गए हैं। कुछ प्रमुख स्थानों पर चेहरों को पहचाने के लिए 50 से ज्यादा कैमरे लगाए हैं। वंदे मातरम के समापन से होगा गणतंत्र दिवस की बीटिंग रिट्रीट समारोह। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों, मॉल और मार्केट में सुरक्षा जांच, भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में गश्त बढ़ा दी गई है। मेट्रो स्टेशन, रेलवे स्टेशन, हवाई और बस अड्डे पर भी सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए।

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