अखिलेश के परिवार को 50 लाख का मुआवजा और एक सदस्य को नौकरी की मांग
मुख्य अभियुक्त
बृजेश
सिंह
सहित
अन्य
हत्यारों
की
गिरफ्तारी
एवं
परिवारजनों
की
सुरक्षा
न
दिए
जाने
पर
जायसवाल
क्लब
करेगा
आंदोलन
: मनोज
जायसवाल
सुरेश गांधी
वाराणसी। जौनपुर के सिकरारा थाना
क्षेत्र के खपरहा बाजार
निवासी व किराना व्यवसायी
अखिलेश जायसवाल की अपहरण के
बाद हत्या के मामले में
एक पखवारे बाद भी मुख्य आरोपी
समेत तीन बदमाशों की गिरफ्तारी न
होने पर जायसवाल क्लब
के सदस्यों में जबरदस्त आक्रोश है। क्लब के राष्ट्रीय
अध्यक्ष मनोज जासवाल के नेतृत्व में
एक प्रतिनिधिमंडल अखिलेश के घर जाकर
परिवारीजनों से मिला। इस
दौरान मनोज जायसवाल ने कहा क
वारदात के कुछ दिन
बाद मुठभेड़ में तीन लोगों को गिरफ्तार कर
अपनी पीठ थपथपाने वाली पुलिस की कार्रवाई पर
अब सवालिया निशान लगने लगा है। इसे लेकर जायसवाल क्लब सहित व्यापार मंडल के लोग भी
जगह-जगह प्रदर्शन कर रहे हैं।
लेकिन, अभी तक मामले में
फरार आरोपियों का सुराग तक
पुलिस नहीं लगा पाई है।
मनोज जायसवाल ने कहा कि
इस निर्मम हत्या के मामले में
पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने
व आर्थिक सहायता की मांग को
लेकर उन्होंने प्रमुख सचिव एवं डीजीपी को भी पत्र
लिखा है। उहोंने कहा कि पत्र में
हत्यारों ने अखिलेश के
अगुवा कर निर्ममता से
उसे जिंदा जला दिया था। इससे एक परिवार का
चिराग बुझ गया। अखिलेश बहुत शरीफ और अपने काम
के प्रति ईमानदार तथा अपने परिवार का पालन पोषण
करने वाला युवक था। उसके परिवार में अब कोई भी
कमाने वाला नहीं है। उन्होंने अधिकारियों से अपील की
कि मृतक के परिवार की
माली हालत को देखते हुए
50 लाख रुपए की आर्थिक मदद
की जाए और परिवार के
एक सदस्य को सरकारी नौकरी
दी जाए। इसके साथ ही दोषियों को
सख्त से सख्त सजा
दिलाई जाए।
मनोज जायसवल ने कहा कि
30 दिसंबर की रात लगभग
साढ़े आठ बजे अखिलेश
जायसवाल (45) को घर से
कुछ दूरी से उस समय
अगवा कर लिया गया
था। पत्नी अनामिका की तहरीर पर
पुलिस ने पहले गुमशुदगी
का मामला दर्ज कर लिया। हालांकि
व्यापारियों व जन प्रतिनिधियों
के दबाव पड़ने पर पुलिस ने
मामले में पहली जनवरी को गांव के
ही बृजेश सिंह पर अपहरण का
मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू
की। पांच जनवरी को मामले में
पुलिस ने खुलासा किया
कि बृजेश व दीपक सिंह
ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर
व्यवसायी का अपहरण किया
और पिटाई से उसकी मौत
हो गई। साक्ष्य मिटाने के लिए बदमाशों
ने सई नदी के
खुनसापुर घाट के पास पेट्रोल
छिड़क कर शव को
जला दिया। यह खुलासा मामले
में गिरफ्तार किए गए आरोपियों के
साथी अमन सिंह से पुलिस को
हुआ। जिसकी निशानदेही पर पुलिस ने
घाट पर जाकर व्यापारी
की जली हड्डियां अधजली लकड़ियां, मृतक का जला हुआ
स्वेटर व बाल चिपका
था, बरामद कर फॉरेंसिक जांच
के लिए भेज दिया। साथ ही इसी रात
रीठी गडरहा पल के पास
पुलिस मुठभेड़ में दीपक को पैर में
गोली लगी और दूसरे बदमाश
राजकुमार को दौड़ा कर
पकड़ लिया गया। वादी अनामिका की तहरीर में
संशोधन कर मुख्य आरोपी
बृजेश के अलावा दीपक
सिंह, राज कुमार सिंह, अमन सिंह, मनोज सिंह (रीशू) व एक अज्ञात
सहित 6 पर अगवा कर
हत्या व साक्ष्य मिटाने
के आरोप में मुकदमा दर्ज कर फरार बृजेश,
मनोज व एक अज्ञात
की तलाश में पुलिस जुट गई। लेकिन आज तक फरार
आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं
कर सकी। अखिलेश हत्या काण्ड की पीडिता
पत्नी से मुलाकात कर हरसम्भव मदद का आश्वासन देते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज जायसवाल
साथ में रमेश हाईडील , जमुना दयाल व अजय जायसवाल उपस्थित रहे।
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