Saturday, 22 October 2022

मुस्कराई लक्ष्मी, बाजार में बरसा धन, खूब हुई खरीदारी

मुस्कराई लक्ष्मी, बाजार में बरसा धन, खूब हुई खरीदारी

भगवान धन्वंतरि के दर्शन पूजन के लिए उमड़ा हुजूम

सपरिवार रोग-व्याधि से मुक्ति की कामना लिए भक्तों ने की भगवान से प्रार्थना

रोशनी से नहाया शहर, 5 दिनों तक रहेगी ज्योति पर्व की धूम

बाजार में खरीदारी के लिए उमड़ी भीड़, रही जाम जैसी स्थिति

कोरोना काल में चौपट हुई अर्थव्यवस्था में ग्राहकों ने फूंकी नयी जान : बग्गा

सुरेश गांधी

वाराणसी। धनतेरस पर बाजार की रौनक देखने लायक रही। शोरूम हो या दुकान सभी जगह लोगों ने जमकर खरीदारी की। खरीदारों की भीड़ इतनी जबरदस्त थी कि बाजार से बाइक गुजारने में ही लगभग डेढ़ घंटे का समय लग रहा था। सोने चांदी के आभूषण, बर्तन, इलेक्ट्रानिक आइटम, रेडीमेड कपड़े, सजावटी सामाग्री से लेकर कार बाइक तक की खूब बिक्री हुई। या यूं कहे हर घर में सामान के रुप में मां लक्ष्मी का आगमन हुआ। मान्यता है कि इस दिन धन धातु खरीदने से उसमें तेरह गुणा वृद्धि होती है। यही वजह है कि जो सामर्थ्य नहीं थे, उन्होंने भी चम्मच ही सही खरीदारी कर रस्म की अदायगी की।

आकर्षित करने के लिए दुकानदार भी ऑफरों की बरसात करते दिखे। सोना-चांदी के सिक्कों के अलावा लाइटवेट ज्वैलरी की खूब बिक्री हुई। एक अनुमान के मुताबिक धनतेरस के मौके पर बाजार में पिछले कई सालों का रिकार्ड टूट गया। दुकानदारों के मुताबिक कोरोनाकाल में हुई बंदी का परिणाम है कि पहले की तुलना में 15 से 20 फीसदी तक का इजाफा हुआ है। वाराणसी व्यापार मंडल के अध्यक्ष अजीत सिंह बग्गा ने कहा कि कोरोना काल के चलते चौपट हो चुकी अर्थव्यवस्था में धनतेरस बाजार ने नयी जान फूंक दी। हालांकि -कॉमर्स कंपनियों के चलते बाजार पर काफी असर पड़ा। इसके बावजूद तकरीबन 20 से 25 अरब का व्यापार होने का अनुमान लगाया जा रहा है।

धनतेरस की खरीदारी के साथ ही पांच दिवसीय ज्योति पर्व शुरू हो चुका है। शनिवार को लोगों ने शगुन के तौर पर सोने चांदी के आभूषण, बर्तन, इलेक्ट्रानिक आइटम, रेडीमेड कपड़े, सजावटी सामाग्री से लेकर कार बाइक तक की खरीदारी की। डिजिटल इंडिया का असर धनतेरस के बाजार पर भी पड़ा है। आन लाइन शॉपिग के साथ ही लोग इलेक्ट्रॉनिक्स इलेक्ट्रिकल सामान खरीदकर हाईटेक होने की कोशिश की। एनड्रायड मोबाइल से आपरेट होने वाले एलईडी टीवी समेत सीसीटीवी, मोबाइल, म्यूजिक सिस्टम, ओवन समेत किचन और ड्राइंग रूम से जुड़े हाईटेक सामान की जमकर बिक्री हुई। गिफ्ट बाजार में स्वदेशी सामानों की धूम रही। झालर, कंदील, बंदनवार, लक्ष्मी, गणेश, गुलदस्ता आदि गृह सज्जा के सजावटी सामान के स्वेदशी होने पर लोग हाथों हाथ खरीदी। ड्राई फ्रुट, मिठाई समेत खानपान के गिफ्ट भी बाजार में खूब बिके।

चमका बरतन बाजार

बरतन बाजार में खूब चमक देखने को मिली। लोगों ने अपनी पसंद के मुताबिक तांबा और पीतल के बरतनों, फिल्टर, जग, लोटा, गिलाश और कलश जैसे सामान खरीदने में खासी दिलचस्पी दिखाई। लोगों की खरीदारी पर किसी तरह की महंगाई का असर देखने को नहीं मिला। गरमी की समाप्ति के साथ ही गुलाबी दस्तक दे रही ठंड के कारण गीजर बाजार में भी काफी गहमागहमी देखने को मिली। लोगों ने सोना-चांदी बर्तनों और आभूषणों तथा दूसरे सामान की जमकर खरीदारी की। दुकानदारों ने धनतेरस त्योहार पर बिक्री बढ़ाने के लिए अनेक स्कीमें शुरू की थी, जिसका लोगों ने जमकर लाभ उठाया। बाजार में ग्राहकों को लुभाने के लिए हर दुकानदार ने अपनी दुकान के आगे सेल लगाई हुई थी। सेल पर मौजूद लड़के चिल्ला-चिल्ला कर कहीं हर माल सौ-सौ रुपये में तो कहीं 150-150 रुपये की आवाजें लगा रहे थे। दोपहर होते-होते बाजार में लोगों की इतनी भीड़ जमा हो गई कि आने-जाने वाले लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।

चांदी के गणेश लक्ष्मी की मूर्तियों की बिक्री रही ज्यादा

दीवाली पर्व पर सोने तथा चांदी के सिक्कों की खरीद की जाती है लेकिन इस बार लोग सोने की बजाय चांदी के आइटमों को ज्यादा तवज्जो दे रहे हैं। सोने के आसमान छूते दामों को देखते हुए लोग चांदी के आभूषण चांदी से बने सामान को ही खरीदना बेहतर समझ रहे हैं। शहर के प्रमुख बाजार गोदौलिया, लहुराबीर, मैदागिन, लक्सा, अर्दलीबाजार, पांडेयपुर में तिल रखने तक की भी जगह नहीं थी। लोगों ने ज्वेलरी, वाहन और इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों की जमकर खरीद की। लोगों ने सेल के माध्यम से ब्रांडेड आइटमों की खरीदारी की। इसके साथ ही महिलाओं ने स्टील के बर्तनों, रसोई सामान, कपड़े तथा अन्य सजावटी सामान खरीदा। इलेक्ट्रोनिक्स दुकानों पर भी लोगों की भारी भीड़ रही। लोगों ने विभिन्न कंपनियों के टीवी, फ्रिज, एलईडी, वाशिग मशीन, लैपटॉप आदि की खरीदारी को लेकर पूछताछ की। दुकानदारों का कहना है कि लोग एलईडी की ज्यादा तवज्जो दे रहे हैं। बाजार में ग्राहकों की मांग को देखते हुए 19 इंच से 55 इंच तक की एलईडी साढ़े 10 हजार से सवा लाख रुपये तक उपलब्ध है। इस बार ऑटोमेटिक वाशिग मशीन भी लोगों की पसंद बनी हुई। लैपटॉप की डिमांड बढ़ रही है। बाजार में विभिन्न कंपनियों के 30 से 35 मॉडल 14 हजार से 70 हजार रुपये कीमत में मिल रहे हैं। छूट को देखते हुए गर्मियों की आइटम भी खूब खरीदे जा रहे हैं।

ड्राई फ्रूट्स रही पहली पंसद

बाजार में मिठाई की बजाए ड्राई फ्रूट्स की धूम रही। साल दर साल ड्राईफूट्स की मांग बढ़ रही है। 400 रुपये से लेकर एक हजार रुपये -दप करते दीपों रंगीन विद्युत झालरों से जगमगाता रहा। रंगीन झालरों की ङिलमिलाहट दूर से ही अलौकिक छटा बिखेर रही थी। लग रहा था मानों बाबा भोलेनाथ की नगरी का श्रृंगार करने के लिए स्वयं सितारे जमीं पर उतर आए हों। हालांकि बीते बरस की तुलना में इस बार शहर में पटाखों की धूम धड़ाम कम सुनाई पड़ी। बावजूद इसके बच्चों ने पटाखों का आनंद लिया। शहर से लेकर गांव तक भवनों की छतों पर विद्युत झालरों की सजावट की गई थी। इससे पूरे शहर में हर जगह जगमगाहट रही। रौनक देखने के लिए देर रात तक सड़कों पर चहल-पहल रही।

झाड़ू की बिक्री भी खूब हुई

धनतेरस पर मान्यता और परम्परा का निर्वाह करते हुए लोगों ने विविध प्रकार के झाड़ू की खरीदारी भी खूब की। इसका फायदा उठाते हुए दुकानदारों ने मुंहमांगें दाम वसूले। अनुमान है कि झाड़ू के थोक फुटकर बाजार में करीब पांच करोड़ रुपये की बिक्री हुई होगी।

एक अनुमान किसकी कितनी बिक्री

ऑटोमोबाइल 350-400 करोड़

रियल एस्टेट 300-350 करोड़

सराफा 350-400 करोड़

इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पाद 100-125 करोड़

ऑनलाइन कारोबार 800-850 करोड़

मिठाई 190-200 करोड़

बर्तन 55-60 करोड़

पूजन सामग्री 04 से 05 करोड़

मिट्टी के दीये, देवी-देवताओं की मूर्ति 2.50-3.00 करोड़

गिफ्ट आइटम 50-60 करोड़

चाकलेट 145-150 करोड़

झालर, एलईडी स्ट्रिप्स 7.50-8.00 करोड़

कटपीस/तैयार परिधान/होम फर्नीशगिं 5.50-6.00 करोड़

ड्राई फ्रूट्स 25-30 करोड़

आर्टिफिशियल ज्वैलरी 2.50-3.00 करोड़

फर्नीचर उत्पाद 15-20 करोड़

साइकिल/रिक्सा/ट्राली 2.50-3.00 करोड़

कृषि उत्पाद 8.50-9.50 करोड़

रंग-रोगन उत्पाद 125-130 करोड़

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