रवीन्द्र जायसवाल ने कॉमन सर्विस सेंटरों पर ई-स्टाम्प सेवा का किया शुभारंभ
जल्द ही
कॉमन
सर्विस
सेंटरों
पर
शादी
विवाह
का
भी
होगा
पंजीयन
1 लाख 87 हजार नवजवानों
को
एक
साथ
रोजगार
मिला
डिजिटल इंडिया
की
क्रांति
में
कॉमन
सर्विस
सेंटर
के
संचालकों
की
भूमिका
महत्वपूर्ण
: रवीन्द्र
जायसवाल
ई-स्टांप
बिक्री
पर
अतिरिक्त
धनराशि
क्षम्य
नहीं,
गड़बड़ी
किया
तो
होगी
कार्रवाई
सुरेश गांधी
वाराणसी। सूबे के स्टांप एवं
न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविंद्र जायसवाल ने शुक्रवार को
कमिश्नरी सभागार में कॉमन सर्विस सेंटरों पर ई-स्टांप
सेवा का विधिवत शुभारंभ
किया। इस दौरान वहां
मौजूद लोगों को संबोधित करते
हुए रवीन्द्र जायसवाल ने कहा प्रदेश
में कॉमन सर्विस सेंटरों पर ई-स्टांप
सेवा का शुभारंभ होने
से 1 लाख 87 हजार नवजवानों को एक साथ
रोजगार मिला है।
उन्होंने बताया कि पहले के
5 से 6 हजार वेंडर अब बच गए
हैं। ई-स्टांप की
बिक्री कॉमन सर्विस सेंटरों से शुरू होने
से सीएससी के सामने यह
चुनौती है। उन्होंने कॉमन सर्विस सेंटर संचालकों को हिदायत देते
हुए कहा कि ई-स्टांप
बिक्री पर अतिरिक्त धनराशि
कतई नहीं ली जानी है
और यदि इसकी सूचना मिली तो संबंधितों के
विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने
बताया कि जल्द ही
कॉमन सर्विस सेंटरों पर शादी विवाह
का भी पंजीयन की
भी व्यवस्था सुनिश्चित कराया जाएगा।
पंजीयन से संबंधित समस्त
औपचारिकता पूर्व से किए जाएंगे
और शादी के दिन जयमाला
होने के पश्चात शादी
पंजीयन प्रमाण पत्र सीएससी के लोग मौके
पर जाकर वर वधु को
अपने हाथों सौपेगे। पंजीयन की सभी व्यवस्थाएं
ऑनलाइन किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि डिजिटल क्रांति
का प्रभाव स्टांप के खरीद-फरोख्त
पर भी पड़ा है।
ई-स्टांप से स्टाम्प के
खरीद-फरोख्त में फर्जीवाड़ा खत्म हुआ है। देश का राजस्व बचा
है। उन्होंने कहा कि देश की
इतिहास अब जब कभी
भी लिखा जाएगा तो डिजिटल इंडिया
की क्रांति में सीएससी के बीएलजी भूमिका
के संबंध में अवश्य लिखा जाएगा।
उन्होंने कहा कि डिजिटल इंडिया
की क्रांति में सीएससी के बीएलजी की
अति महत्वपूर्ण भूमिका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी
आदित्यनाथ डिजिटल क्रांति के लिए बराबर
काम कर रहे हैं।
उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री द्वारा दिल्ली से भेजे जाने
वाले एक रुपए में
से 15 पैसे ही गांव तक
पहुंचे जाने के वक्तव्य का
उल्लेख करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र
मोदी के विजन एवं
उनके डिजिटल इंडिया क्रांति का देन है
कि दिल्ली से एक रुपया
चलता है तो वह
शत-प्रतिशत लोगों तक पहुंचता है।
यह देश का बहुत बड़ा
परिवर्तन है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा
जब गरीब लोगों का बैंकों में
जीरो बैलेंस पर खाता खोलने
की घोषणा की गई थी,
लोगों ने इसका मजाक
बनाया था। लेकिन आज शत-प्रतिशत
गरीब लोगों का बैंकों में
जीरो बैलेंस पर खाता खुला
और उनके पेंशन, सब्सिडी सहित सरकारी योजनाओं के लाभ की
धनराशि सीधे उनके बैंक खातों में पहुंच रही है। उन्होंने कहा कि भविष्य में
कॉमन सर्विस सेंटर रोजगार मुहैया कराने का अवसर भी
लोगों को प्रदान करेगा।
इससे पूर्व उन्होंने दीप प्रज्वलित एवं फीता काटकर कॉमन सर्विस सेंटरों पर ई-स्टांप
सेवा का विधिवत शुभारंभ
किया। बैठक में उप निबंधक स्टांप
सहित अन्य विभागीय अधिकारी एवं भारी संख्या में कॉमन सर्विस सेंटर के संचालक उपस्थित
रहे।
No comments:
Post a Comment