’मां गंगा ने मुझे गोद ले लिया, मैं यहीं का हो गया हूं - पीएम मोदी
पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री
किसान सम्मान निधि योजना की 17वीं किस्त बटन दबाकर जारी किया
इससे 9.26 करोड़ से अधधिक
किसानों को 20,000 करोड़ रुपये से अधिक का लाभ मिलेगा
इसके अलावा प्रधानमंत्री
कृषि सखियों के रूप में प्रशिक्षित 30,000 से अधिक स्वयं सहायता समूहों को कृषि सखी
के रूप में प्रमाण पत्र भी वितरित किया
काशी के
लोगों
ने
मुझे
सांसद
ही
नहीं
तिसरी
बार
प्रधानमंत्री
भी
चुना
है
काशी ’संस्कृति’
और
’ज्ञान’
की
राजधानी
है
सरकार बनते
ही
3 करोड़
नए
घर
बनाने
के
संकल्प
को
किया
पूरा
कृषि सखी
के
रूप
में
खेती
को
मिलेगी
नई
ताकत
बाबा विश्वनाथ
धाम
में
दर्शन-पूजन
के
दशाश्वमेध
घाट
पर
किया
गंगा
आरती
हमारा सपना
है
कि
दुनिया
की
हर
डाइनिंग
टेबल
पर
भारत
का
कोई
न
कोई
खाद्यान्न
या
फूड
प्रोडक्ट
होना
ही
चाहिए
जब सही
नीयत
होती
है,
सेवा
की
भावना
होती
है
तो
ऐसे
ही
तेजी
से
किसान
हित
और
जनहित
का
काम
होता
है
सुरेश गांधी
वाराणसी। नरेन्द्र मोदी लगातार तीसरी
बार सांसद चुने जाने के
बाद पहली बार मंगलवार
को अपने संसदीय क्षेत्र
वाराणसी पहुंचे। मेंहदीपुर में आयोजित किसान
रैली में मोदी ने
पूर्व की भांति बनारसी
अंदाज में कहा, “चुनाव
जीतने के बाद हम
पहली बार आज बनारस
आयल हई। काशी के
जनता के हमार प्रणाम.
काशी के लोगों की
वजह से में धन्य
हो गया. सूर्य देवता
भी थोडा ठंडक बरसाने
लग गया। मां गंगा
देवी जैसे मुझे गोद
ले लिया है, मैं
यही का हो गया
हूं.
पीएम मोदी ने
अपने संबोधन में कहा कि
अपने किसान भाई-बहनों का
जीवन आसान बनाने के
लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है. इस मौके
पर उन्होंने काशी की पवित्र
भूमि से प्रधानमंत्री किसान
सम्मान निधि योजना की
17वीं किस्त बटन दबाकर जारी
करते हुए कहा कि
मझे गर्व की अनुभूति
हो रही है. इससे
9.26 करोड़ से अधधिक किसानों
को 20,000 करोड़ रुपये से
अधिक का लाभ मिलेगा.
इसके अलावा प्रधानमंत्री कृषि सखियों के
रूप में प्रशिक्षित 30,000 से अधिक
स्वयं सहायता समूहों को कृषि सखी
के रूप में प्रमाण
पत्र भी वितरित किए.
पीएम ने कहा कि
हमने आशा कार्यकर्ता के
रूप में बहनों का
काम देखा। डिजिटल इंडिया बनाने में बहनों की
भूमिका अच्छी है। अब हम
कृषि सखी के रूप
में खेती को नई
ताकत मिलते हुए देखेंगे। अभी
12 राज्यों में यह योजना
शुरू हुई है। आने
वाले समय में पूरे
देश में हजारों समूह
को इससे जोड़ा जाएगा।
यह अभियान तीन करोड़ लखपति
दीदी बनाने में भी मदद
करेगा और राज्य सरकार
को मौका मिला पूरे
समर्पण भाव से काम
किया है।
पीएम मोदी ने
कहा, आपके सपनों को,
आपके संकल्पों को पूरा करने
के लिए मैं दिन-रात मेहनत करूंगा.
मैंने किसानों, युवाओं, महिलाओं और गरीबों को
विकसित भारत का मजबूत
स्तंभ माना है। सरकार
बनी तो पहला फैसला
किसानों और गरीब परिवारों
से जुड़ा हुआ था.
चाहे देशभर में गरीब परिवारों
के लिए 3 करोड़ नए घर
बनाने की बात हो
या पीएम किसान सम्मान
निधि को आगे बढ़ाने
की बात हो, आज
के कार्यक्रम से करोड़ों लोगों
को मदद मिलेगी। विकसित
भारत की इस राह
को भी मजबूत करने
जा रहा है. पीएम
नरेंद्र मोदी ने कहा,
हमारी काशी संस्कृति की
राजधानी रही है. हमारी
काशी ज्ञान की राजधानी रही
है. हमारी काशी सर्वविद्या की
राजधानी रही है, लेकिन
इन सबके साथ-साथ
काशी एक ऐसी नगरी
बनी है, जिसने सारी
दुनिया को ये दिखाया
है कि हेरिटेज सिटी
भी अर्बन डेवलमेंट का नया अध्याय
लिख सकती है. विकास
भी और विरासत का
मंत्र भी काशी में
हर जगह दिखाई दे
रहा है.
पीएम मोदी ने
कहा कि हमने किसान,
नौजवान, नारी शक्ति और
गरीब इन्हें विकसित भारत का मजबूत
स्तंभ माना है। अपने
तीसरे कार्यकाल की शुरुआत मैंने
इन्हीं के सशक्तिकरण से
की है। सरकार बनते
ही सबसे पहला फैसला
किसान और गरीब परिवारों
से जुड़ा लिया गया
है। देश भर में
गरीब परिवारों के लिए तीन
करोड़ नए घर बनाने
हों या फिर पीएम
किसान सम्मान निधि को आगे
बढ़ाना हो, यह फैसले
करोड़ों लोगों की मदद करेंगे।
आज का ये कार्यक्रम
भी विकसित भारत के इसी
रास्ते को सशक्त करने
वाला है। थोड़ी देर
पहले ही देश भर
के करोड़ों किसानों के बैंक खाते
में पीएम किसान सम्मान
निधि के 20 हजार करोड़ रुपए
पहुंचे हैं। आज तीन
करोड़ बहनों को लखपति दीदी
बनाने की तरफ भी
बहुत बड़ा कदम उठाया
गया है। कृषि सखी
के रूप में बहनों
की नई भूमिका उन्हें
सम्मान और आय के
नए साधन दोनों सुनिश्चित
करेगी। पीएम किसान सम्मान
निधि आज दुनिया की
सबसे बड़ी डायरेक्ट बैंक
ट्रांसफर स्कीम बन चुकी है।
अभी तक देश के
करोड़ों किसान परिवारों के बैंक खाते
में सवा तीन लाख
करोड़ रुपए जमा हो
चुके हैं। यहां वाराणसी
जिले के किसानों के
खाते में 700 करोड़ रुपए जमा
हुए हैं। मुझे खुशी
है कि पीएम किसान
सम्मान निधि में सही
लाभार्थी को लाभ पहुंचाने
के लिए टेक्नोलॉजी का
बेहतर इस्तेमाल हुआ है। कुछ
महीने पहले ही विकसित
भारत संकल्प यात्रा के दौरान भी
एक करोड़ से अधिक
किसान इस योजना से
जुड़े हैं। सरकार ने
पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ
पाने के लिए कई
नियमों को भी सरल
किया है। जब सही
नीयत होती है, सेवा
की भावना होती है तो
ऐसे ही तेजी से
किसान हित और जनहित
का काम होता है।
विदेशों में पहुंच रहे बनारस, गाजीपुर और जौनपुर के उत्पाद
पीएम ने कहा
कि किसान आत्मनिर्भर बन रहा है
और कृषि निर्यात में
अग्रणी बना है। अब
देखिए बनारस का लंगड़ा आम,
जौनपुर की मूली, गाजीपुर
की भिंडी। ऐसे अनेक उत्पाद
आज विदेशी मार्केट में पहुंच रहे
हैं। वन जिला वन
प्रोडक्ट और जिला स्तर
पर एक्सपोर्ट हब बनने से
एक्सपर्ट बढ़ रहा है
और उत्पादन भी एक्सपोर्ट क्वालिटी
का होने लगा। अब
हमें ग्लोबल मार्केट में देश को
नई ऊंचाई पर ले जाना
और मेरा तो सपना
है कि दुनिया की
हर डाइनिंग टेबल पर भारत
का कोई ना कोई
खजाना डिफेक्ट वाले मंत्र को
बढ़ावा देना। मोटे अनाज श्री
अन्य का उत्पादन हो,
औषधीय गुण वाली फसल
हो या फिर प्राकृतिक
खेती की तरफ बढ़ना।
पीएम किसान समृद्धि के माध्यम से
किसानों के लिए एक
बड़ा सपोर्ट सिस्टम विकसित किया जा रहा
है। यहां इतनी बड़ी
संख्या में हमारी माताएं
उपस्थित हैं, इनके बिना
खेती की कल्पना भी
नहीं संभव है। इसलिए
अब खेती को नई
दिशा देने में भी
माता बहनों की भूमिका का
विस्तार किया जा रहा
है।
किसान सम्मान निधि दुनिया की सबसे बड़ी डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर स्कीमः पीएम मोदी
पीएम मोदी ने
कहा कि पीएम किसान
सम्मान निधि आज दुनिया
की सबसे बड़ी डायरेक्ट
बेनिफिट ट्रांसफर स्कीम बन चुका है।
अभी तक देश के
करोड़ों किसान परिवारों की बैंक खाते
में 3ः15 लाख करोड़
रुपये जमा हो चुके
हैं। यहां वाराणसी जिले
के किसानों के खाते में
भी 700 करोड़ रुपये जमा
हुए। मुझे खुशी है
कि पीएम किसान सम्मान
निधि में सभी लाभार्थी
तक लाभ पहुंचाने के
लिए टेक्नोलॉजी का बेहतर इस्तेमाल
हुआ है। कुछ महीने
पहले ही भारत संकल्प
यात्रा के दौरान भी
एक करोड़ से अधिक
किसान इस योजना से
जुड़े।
आपका यह विश्वास मेरी बहुत बड़ी पूंजी है
पीएम मोदी ने
काशी की जनता का
आभार जताते हुए कहा कि
आपका आभारी हूं, आपका ऋणी
हूं। इस चुनाव में
देश के लोगों ने
जो जनादेश दिया है वो
वाकई अभूतपूर्व है। इस चुनाव
ने एक नया इतिहास
रचा है। दुनिया के
लोकतांत्रिक देशों में ऐसा बहुत
कम ही देखा गया
है कि कोई चुनी
हुई सरकार लगातार तीसरी बार वापसी करे।
ऐसा भारत में 60 साल
पहले हुआ था और
अब आपने ये सौभाग्य
अपने सेवक मोदी को
दिया। भारत जैसे देश
में जहां युवा आकांक्षा
इतनी बड़ी है,जहां
जनता के इतने सपने
हैं, वहां लोग अगर
किसी सरकार को 10 साल के काम
के बाद फिर सेवा
का अवसर देते हैं
तो यह बहुत बड़ी
विजय है और बहुत
बड़ा विश्वास है। आपका यह
विश्वास मेरी बहुत बड़ी
पूंजी है, आपका ये
विश्वास मुझे लगातार आपकी
सेवा के लिए देश
को नई ऊंचाई पर
पहुंचाने के लिए कड़ी
मेहनत करने की प्रेरणा
देता है। मैं दिन
रात ऐसे ही मेहनत
करूंगा। आपके सपनों को
पूरा करने के लिए,
आपके संकल्पों को पूरा करने
के लिए, मैं हर
प्रयास करूंगा। उन्होंने कहा कि इस
चुनाव में देश के
64 करोड़ से ज्यादा लोगों
ने मतदान किया है। पूरी
दुनिया में इससे बड़ा
चुनाव कहीं और नहीं
होता है। जी-7 के
सारे देशों के मतदाताओं को
मिला दें तो भी
भारत के वोटर्स की
संख्या उनसे डेढ़ गुना
ज्यादा है। यूरोपियन यूनियन
के सारे मतदाताओं को
जोड़ दें तो भी
भारत के वोटर्स की
संख्या उनसे ढाई गुना
ज्यादा है। इस चुनाव
में 31 करोड़ से ज्यादा
महिलाओं ने हिस्सा लिया
है। ये संख्या अमेरिका
की पूरी आबादी के
आसपास है। भारत के
लोकतंत्र की यही खूबसूरती,
यही ताकत पूरी दुनिया
को आकर्षित भी करती है
और प्रभावित भी करती है।
खेती में भी जीरो इफेक्ट, जीरो डिफेक्ट वाले मंत्र को बढ़ावा देना है
पीएम मोदी ने
कहा कि 21वीं सदी
के भारत को दुनिया
की तीसरी बड़ी आर्थिक ताकत
बनाने में पूरी कृषि
व्यवस्था की बडी भूमिका
है। हमें वैश्विक रूप
से सोचना होगा, ग्लोबल मार्केट को ध्यान में
रखना होगा। हमें दलहन और
तिलहन में आत्मनिर्भर बनना
है और कृषि निर्यात
में अग्रणी बनना है। बनारस
का लंगड़ा आम, जौनपुर की
मूली, गाजीपुर की भिंडी, ऐसे
अनेक उत्पाद आज विदेशी मार्केट
में पहुंच रहे हैं। वन
डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट और
जिला स्तर पर एक्सपोर्ट
हब बनने से एक्सपोर्ट
बढ़ रहा है और
उत्पादन भी एक्सपोर्ट क्वालिटी
का होने लगा है।
अब हमें पैकेज्ड फूड
के ग्लोबल मार्केट में देश को
नई ऊंचाई पर ले जाना
है। मेरा तो सपना
है कि दुनिया की
हर डाइनिंग टेबल पर भारत
का कोई न कोई
खाद्यान्न या फूड प्रोडक्ट
होना ही चाहिए। इसलिए
हमें खेती में भी
जीरो इफेक्ट, जीरो डिफेक्ट वाले
मंत्र को बढ़ावा देना
है। मोटे अनाज श्रीअन्न
का उत्पादन हो, औषधीय गुण
वाली फसल हो या
फिर प्राकृतिक खेती की तरफ
बढ़ना हो, पीएम किसान
समृद्धि केंद्रों के माध्यम से
किसानों के लिए एक
बड़ा सपोर्ट सिस्टम विकसित किया जा रहा
है।
खेती को नई दिशा देंगी कृषि सखियां
पीएम मोदी ने
कृषि में महिलाओं के
योगदान की चर्चा करते
हुए कहा कि माताओं-बहनों के बिना खेती
की कल्पना भी असंभव है।
इसलिए अब खेती को
नई दिशा देने में
भी माताओं बहनों की भूमिका का
विस्तार किया जा रहा
है। नमो ड्रोन दीदी
की तरह ही कृषि
सखी कार्यक्रम ऐसा ही एक
प्रयास है। हमने आशा
कार्यकर्ता के रूप में
बहनों का काम देखा
है, हमने बैंक सखियों
के रूप में डिजिटल
इंडिया बनाने में बहनों की
भूमिका देखी है, अब
हम कृषि सखी के
रूप में खेती को
नई ताकत मिलते हुए
देखेंगे। आज 30 हजार से अधिक
सहायता समूहों को कृषि सखी
के रूप में प्रमाणपत्र
दिए गए हैं। अभी
12 राज्यों में ये योजना
शुरू हुई है और
आने वाले समय में
पूरे देश में हजारों
महिला समूहों को इससे जोड़ा
जाएगा। ये अभियान तीन
करोड़ लखपति दीदियां बनाने में भी मदद
करेगा।
काशी के विकास की यह गाथा अनवरत जारी रहेगी
पिछले 10 वर्ष में काशी
के किसानों के लिए केंद्र
सरकार ने और 7 वर्षों
से राज्य सरकार ने पूरे समर्पण
के साथ काम किया
है। बनास डेयरी ने
तो बनारस और आसपास के
किसानों और पशुपालकों का
भाग्य बदलने का काम किया
है। आज ये डेयरी
हर रोज करीब 3 लाख
लीटर दूध जमा कर
रही है। अकेले बनारस
के ही 14 हजार से अधिक
पशुपालक इस डेयरी से
रजिस्टर्ड हो चुके हैं।
अब बनास डेयरी अगले
एक डेढ़ साल में
काशी के ही 16 हजार
और पशुपालकों को अपने साथ
जोड़ने जा रही है।
बनास डेयरी आने के बाद
बनारस के अनेक दुग्ध
उत्पादकों की कमाई में
5 लाख रुपए तक की
वृद्धि हुई है। पिछले
साल 100 करोड़ रुपए से
ज्यादा बोनस पशुपालकों के
खाते में भेजा गया
था। पीएम मत्स्य संपदा
योजना से बनारस के
सैकड़ों किसानों को लाभ हो
रहा है। उन्हें अब
किसान क्रेडिट कार्ड की भी सुविधा
मिल रही है। चंदौली
में करीब 70 करोड़ की लागत
से आधुनिक फिश मार्केट का
विकास भी किया जा
रहा है। पीएम सूर्यघर
मुफ्त बिजली योजना से यहां करीब
40 हजार लोग रजिस्टर्ड हुए
हैं। बनारस के 2100 से ज्यादा घरों
में सोलर पैनल लग
चुका है। अभी तीन
हजार से ज्यादा घरों
में सोलर पैनल लगाने
का काम चल रहा
है। आज काशी में
देश के सबसे पहले
सिटी रोपवे का काम अपने
आखिरी पड़ाव पर पहुंच
रहा है। गाजीपुर, आजमगढ़
और जौनपुर के रास्तों को
जोड़ती रिंग रोड विकास
का रास्ता बन गई है।
फ्लाई ओवर बनने से
जाम से जूझने वाले
बनारस के लोगों को
बहुत राहत हुई है।
काशी और कैंट रेलवे
स्टेशन एक नए रूप
में पर्यटकों और बनारसी लोगों
का स्वागत कर रहे हैं।
बाबतपुर एयरपोर्ट का नया रूप
न सिर्फ यातायात बल्कि व्यापार को भी सहूलियत
दे रहा है। गंगा
घाट पर होता विकास,
बीएचयू में बनती नई
स्वास्थ्य सुविधाएं और वाराणसी में
जगह-जगह विकसित होती
नई व्यवस्था काशीवासियों को गौरव की
अनुभूति कराती है। बाबा विश्वनाथ
की कृपा से काशी
के विकास की यह नई
गाथा अनवरत चलती रहेगी।
पहली बार देश की राजनीति के एजेंडे का
हिस्सा बना अन्नदाता किसान : योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीएम मोदी की मौजूदगी में मंगलवार को वाराणसी में आयोजित किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि आजादी के बाद 2014 में पहली बार अन्नदाता किसान देश की राजनीति के एजेंडे का हिस्सा बना। स्वायल हेल्थ कार्ड से लेकर प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि तक अनेक योजनाओं के जरिए किसानों के जीवन में परिवर्तन कर उनकी आमदनी को कई गुना बढ़ाने की दिशा में जो प्रयास प्रारंभ हुए, आज उसके परिणाम देखने को मिल रहे हैं। मोदी ने जब तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली तो सबसे पहले अन्नदाता किसानों के लिए समर्पित फाइल पर हस्ताक्षर किया और पीएम मोदी के द्वारा आज करोड़ों किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की सौगात मिल रही है। इसके पूर्व सीएम योगी ने पीएम मोदी को अंगवस्त्र व स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। सीएम योगी ने कहा कि 62 वर्ष के बाद पहली बार यह अवसर आया है, जब देश के किसी राजनेता ने अपने कार्यों के बल पर प्रत्येक तबके के जीवन में व्यापक परिवर्तन किया और लोकप्रियता के आधार पर लगातार तीसरी बार विजय प्राप्त कर प्रधानमंत्री पद की शपथ ली।
मां गंगा के यशस्वी पुत्र नरेंद्र मोदी ने अपने कार्यों के माध्यम से भारत को दुनिया के अंदर नई पहचान दिलाई है। उनके नेतृत्व में एक तरफ हम नए भारत का दर्शन कर रहे हैं तो दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश देश की अग्रणी अर्थव्यवस्था के रूप में आगे बढ़ते हुए कार्य कर रहा है। सीएम योगी ने कहा कि हमने बदलती हुई काशी को देखा है। काशी नए कलेवर और नई काया के साथ आध्यात्मिक और सांस्कृतिक पहचान को बनाए रखते हुए वैश्विक मंच पर नई पहचान बना रही है। नई काशी पूरे देश-दुनिया को आकर्षित कर रही है। 10 वर्ष में नई काशी के कायाकल्प के लिए न सिर्फ हजारों करोड़ रुपये लगे हैं, बल्कि दुनिया ने काशी को नए रूप में बदलते हुए देखा है। काशी के बारे में आमजन की श्रद्धा-आस्था को और मजबूत होते देखा है। सम्मेलन में राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी भूपेंद्र सिंह, प्रदेश सरकार के मंत्री सूर्य प्रताप शाही, अनिल राजभर, जयवीर सिंह, रवींद्र जायसवाल, डॉ. दयाशंकर मिश्र ’दयालु’, बलदेव सिंह औलख आदि मौजूद रहे।
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