महाकुम्भ में अनवरत मिलेगी बिजली पूर्वांचल डिस्कॉम की व्यापक तैयारी
मेला क्षेत्र
में
182 किमी
एचटी
लाइन
एवं
1405 किमी
एलटी
लाइन
का
विस्तार,
समस्त
स्थानों
पर
वैकल्पिक
स्रोत
उपलब्ध
व्यावधान होने
पर
स्वचलित
आरएमयू
द्वारा
30 सेकण्ड
में
सामान्य
होगी
आपूर्ति
07 नग पारेषण उपकेन्द्रों
एवं
14 नग
33/11 केवी
उपकेन्द्रों
से
जायेगी
आपूर्ति
श्रद्धालुओं एवं
आगुन्तकों
के
विद्युत
सुरक्षा
का
रखा
जायेगा
विशेष
ध्यान
सुरेश गांधी
वाराणसी। प्रयागराज में 13
जनवरी 2025
से प्रारम्भ हो
रहे आस्था व संस्कृति के
प्रतीक महापर्व महाकुम्भ की तैयारियां अंतिम
दौर में है। इसके
लिए सुरक्षा के साथ निर्बाध
एवं गुणवत्तापूर्ण विद्युत आपूर्ति की भी व्यापक
तैयारी की गयी है।
पूर्वांचल डिस्कॉम अनवरत विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था की
गयी है। महाकुम्भ के
सफल आयोजन के लिए 182
किमी
एचटी लाइन व 1405
किमी
एलटी लाइन का निर्माण
किया गया है। इसके
अलावा 170
नग 11/0.4
केवी 400
केवीए उपकेन्द्र का निर्माण, 14
नग
11/04
केवी 250
केवीए उपकेन्द्र का निर्माण, 128
नग
11/0.4
केवी 100
केवीए उपकेन्द्र का निर्माण, 30
नग
पान्टून ब्रिज पर विद्युतीकरण एवं
एलईडी स्थापना का कार्य उपकेन्द्र
का निर्माण, 67000
एलईडी स्ट्रीट लाइट की स्थापना
एवं 425000
नग कैम्प कनेक्शन
के कार्य कराये जा रहे हैं।
45
दिवसीय सांस्कृतिक महापर्व महाकुम्भ के दौरान विश्वसनीय
विद्युत आपूर्ति उपलब्ध कराने हेतु समस्त स्थानों
पर वैकल्पिक स्रोत सुनिश्चित किये गये हैं।
जिनकी आपूर्ति विभिन्न 07
नग पारेषण उपकेन्द्रों
एवं 14
नग 33/11
केवी उपकेन्द्रों के
द्वारा की जायेगी। महत्वपूर्ण
स्रोतों पर स्वचलित आरएमयू
की स्थापना की गई है,
जिससे विद्युत व्यवधान की दशा में
मात्र 30
सेकेण्ड में विद्युत आपूर्ति
सामान्य की जा सकेगी।
इसके अतिरिक्त स्ट्रीट लाइट हेतु वैकल्पिक
स्रोत के रूप में
महत्वपूर्ण 11/0.4
केवी उपकेन्द्रों पर
डीजी सेट की स्थापना
की गई है। महाकुम्भ में करोड़ों श्रद्धालुओं
एवं आगुन्तकों की सुरक्षा के
दृष्टिगत मेला क्षेत्र में
समस्त एचटी और एलटी
लाइनों की गार्डिंग एवं
एचटी व एलटी पोल
की अर्थिंग कराई गयी है। सभी प्रकार के संयोजन उचित
क्षमता के एम०सी०वी० के
साथ निर्गत किये जा रहे
हैं। इसके अतिरिक्त कैम्प
में कंड्यूक्ट पाइप के माध्यम
से ही वायरिंग कराई
जा रही है, जिससे
किसी भी प्रकार की
शार्ट-सर्किट के कारण आग
लगने की घटना पर
रोक लगाई जा सके।
साथ ही विद्युत सुरक्षा
संबंधी सावधानियों के दिशा-निर्देश
पम्पलेट का भी वितरण
कराया जा रहा है। महाकुम्भ में नवीन प्रयोग
के रूप में हाईब्रिड
सोलर स्ट्रीट लाइट का प्रयोग
किया जा रहा है,
जिससे ऊर्जा की खपत में
कमी लायी जा सके।
इसके अतिरिक्त आधारभूत संरचना संबंधी कार्यों को ससमय पूर्ण
करने हेतु विद्युत तंत्र
उपलब्ध न होने वाले
स्थानों पर डी०जी० सेट
से ऊर्जीकृत हाई मास्ट लाइट
का प्रयोग किया जा रहा
है। महाकुम्भ के दौरान मेला
क्षेत्र के साथ-साथ
शहरी क्षेत्र की निर्बाध विद्युत
आपूर्ति हेतु स्थायी कार्यों
के अन्तर्गत 1 नग 2बाई10 एमवीए
क्षमता का 33/11 के0वी0 न्यू
बेली उपकेन्द्र का निर्माण, शहर
के अति महत्वपूर्ण उपकेन्द्रों
हेतु कुल 4 नग लिंक 33 केवी
लाइन का निर्माण, 20 अतिभारित
परिवर्तकों के स्थान पर
विभिन्न क्षमता के 98 नग 11/04 केवी वितरण पारवतका
की स्थापना की गयी है।
इसके अतिरिक्त परम्परागत
रूप से कुल 13 नग
अखाड़ों की पेशवाई के
रास्ते में आने वाले
लाइनों एवं 36 नग परिवर्तकों को
प्लिंथ से हटाकर 75 नग
250 के0वी0ए0 परिवर्तकों
की स्थापन तथा पेशवाई एवं
मेला के पूर्ण मार्गों
के पोल की पेन्यि,
एबी केबलिंग इत्यादि कार्य पूर्ण कर लिये गये
हैं। मेला क्षेत्र के
पूर्वी भाग में विद्युत
व्यवस्था सुदृढ़ीकरण के दृष्टिगत नव
निर्मित 132/33 के0वी0 हेतापट्टी
उपकेन्द्र को ऊर्जीकृत कर
लिया गया है।
साथ
ही इस पारेषण उपकेन्द्र
से निर्गत 3
नग नयी 33
के0
वी0
लाइनों के
निर्माण का कार्य पूर्ण
कर ऊर्जीकृत किया जा चुका
है,
जिससे कि प्रयागराज शहर
एवं मेला क्षेत्र में
निर्बाध आपूर्ति की जा सकेगी।
No comments:
Post a Comment