महाकुम्भ के आसमान में बिखरा दिव्यता और तकनीक का संगम
राष्ट्रीय पर्यटन
दिवस
पर
2,500 ड्रोन
ने
दी
अद्भुत
प्रस्तुति
महाकुम्भ में
लगातार
दूसरे
दिन
2,500 ड्रोन
ने
दिखाया
'समुद्र
मंथन'
सुरेश गांधी
महाकुम्भ नगर.
प्रयागराज में आयोजित महाकुम्भ
2025 में शनिवार शाम 2,500 ड्रोन ने ‘राष्ट्रीय पर्यटन
दिवस’ पर विशेष प्रस्तुति
देकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर
दिया। संगम तट के
आसमान में रोशनी और
धार्मिक प्रतीकों के माध्यम से
‘समुद्र मंथन’ की गाथा का
जीवंत चित्रण किया गया। प्रयागराज
के आसमान में नीली रोशनी
और धार्मिक प्रतीकों के साथ 2,500 ड्रोन
ने समां बांध दिया।
दर्शकों ने इस अद्भुत
दृश्य का आनंद लिया
और इसे महाकुम्भ 2025 का
सबसे यादगार पल बताया। उत्तर
प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित इस ड्रोन शो
का आयोजन 24 से 26 जनवरी तक किया जा
रहा है। यह अब
तक का सबसे बड़ा
ड्रोन शो है, जिसमें
परंपरा और आधुनिकता का
अद्भुत संगम देखने को
मिला। गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) पर इस शो
का समापन होगा।
भारतीय संस्कृति और अध्यात्म को तकनीक के साथ जोड़ा
उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं
संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा,
“मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के
नेतृत्व में महाकुम्भ क्षेत्र
को विश्व स्तरीय तीर्थ स्थल बनाया गया
है। ड्रोन शो में ‘समुद्र
मंथन’ की कथा और
महाकुंभ की उत्पत्ति को
दर्शाकर भारतीय संस्कृति और अध्यात्म को
तकनीक के साथ जोड़ा
गया है।”
शो ने दिया भारत की समृद्ध संस्कृति का संदेश
ड्रोन शो में शुक्रवार
को यूपी स्थापना दिवस
और शनिवार को राष्ट्रीय पर्यटन
दिवस पर विशेष प्रस्तुति
दी गई। यह शो
न केवल दर्शकों के
लिए मनोरंजक रहा, बल्कि भारत
की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और तकनीकी कौशल
का उत्सव भी बन गया।
लखनऊ के अवध शिल्पग्राम
में भी पर्यटन और
संस्कृति विभाग द्वारा शनिवार को एक संयुक्त
कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें
उत्तर प्रदेश को एक वैश्विक
पर्यटन गंतव्य के रूप में
पहचान दिलाने वाली सांस्कृतिक प्रस्तुतियां,
ट्रैवल इन्फ्लुएंसर मीट, और इको-टूरिज्म पर चर्चा की
गई।
श्रद्धालुओं के लिए सुविधाओं का विस्तार
पर्यटन मंत्री ने कहा कि
प्रयागराज को विश्वस्तरीय सुविधाओं
का केंद्र बनाया गया है। स्वास्थ्य
सेवाएं, परिवहन और महिला सुरक्षा
जैसी व्यवस्थाएं लाखों श्रद्धालुओं की जरूरतों को
पूरा करने में सक्षम
हैं।
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