Thursday, 27 February 2025

महाशिवरात्रि बाद भी श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में उमड़ा आस्था का सैलाब

महाशिवरात्रि बाद भी श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में उमड़ा आस्था का सैलाब 

बाबा दरबार में गुरुवार को भी 8 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने मत्था टेका

महाशिवरात्रि पर 48 घंटे में 11 लाख 69 हजार से अधिक श्रद्धालु कर चुके है दर्शन-पूजन जलाभिषेक

भव्य एवं दिव्य श्रृंगार के बीच बाबा की षोड्शोपचार विधि से हुई बाबा की पूजा

फरवरी में प्रतिदिन औसतन पांच से छह लाख श्रद्धालु पहुंचे काशी विश्वनाथ धाम

सुरेश गांधी 

वाराणसी। महाशिवरात्रि पर लगातार दर्शन देने के बाद गुरुवार को भी श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में दर्शन-पूजन के लिए आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा. 48 घंटे में महाशिवरात्रि पर 11 लाख 69 हजार 553 से ज्यादा श्रद्धालु बाबा का दर्शन-पूजन जलाभिषेक कर मंगलकामना की. इस दौरान तृतीय और चतुर्थ प्रहर की आरती और बाबा का भव्य एवं दिव्य शृंगार किया गया। बुधवार सुबह पट खुलने से पहले ही कतार करीब 7 किमी से अधिक लंबी जो लाइन लगी, का क्रम गुरुवार को भी बना रहा। सड़क पर कतार से लेकर कॉरीडोर तक हर-हर महादेव, जय बाबा विश्वनाथ के जयघोष गूंजते रहे। लोग कतारबद्ध होकर दर्शन-पूजन जलार्पण कर रहे है। गुरुवार को भी श्री काशी विश्वनाथ धाम में रात्रिः- 0900 बजे तक 6 लाख, 05 हजार, 088 श्रद्धालुओं ने बाबा का दर्शन किया। जबकि रात 11 बजे यह संख्या 8 लाख पार कर गयी। इस दौरान कॉरिडोर में हर- हर महादेव का उद्घोष होता रहा।

महाकुंभ
के पलट प्रवाह के बाद महाशिवरात्रि पर भी काशी विश्वनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं का रेला उमड़ा रहा। भीड़ इस कदर रही कि गुरुवार को सुबह 9 बजे तक ही दो लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा के दरबार में हाजिरी लगा ली थी। दिन चढ़ने के साथ ही भक्तों की भीड़ बढ़ती गई। देर रात यह संख्या 6 लाख पार कर गयी। महाशिवरात्रि पर्व पर प्रदेश सरकार के निर्देश पर श्रद्धालुओं पर हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा कराकर इस अवसर को और भी भव्य बना दिया गया। श्री काशी विश्वनाथ धाम और गंगा घाटों पर हुई पुष्पवर्षा ने श्रद्धालुओं को खुश कर दिया।

महाकुंभ का पलट प्रवाह होने के चलते फरवरी माह में प्रतिदिन लाखों श्रद्धालुओं का काशी विश्वनाथ धाम में आवागमन होता रहा। इनमें से कई तिथियों पर छह लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा के दर्शन किए। अन्य तिथियों में भी चार से पांच लाख श्रद्धालुओं द्वारा बाबा के धाम में दर्शन- पूजन का सिलसिला जारी रहा। महाशिवरात्रि पर रात्रि में होने वाली चारों पहर की आरती के दौरान भी श्री काशी विश्वनाथ महादेव का झांकी दर्शन सतत चलता रहा। तृतीय प्रहर की आरती प्रातः 0330 बजे से प्रारम्भ होकर प्रातः 0430 बजे समाप्त हुई और झांकी दर्शन सतत् चलता रहा। वहीं चतुर्थ प्रहर की आरती प्रातः 0500 बजे से प्रारम्भ होकर प्रातः 0615 बजे समाप्त हुई और झांकी दर्शन सतत् चलता रहा। गुरुवार यानी आज रात की शयन आरती तक बाबा के दर्शन का सिलसिला अनवरत चलता रहा। भीड़ का आलम यह है मंदिर से लेकर साढ़े सात किलोमीटर के दायरे में श्रद्धालु कतारबद्ध होकर दर्शन-पूजन का इंतजार कर रहे है। हाल यह है रात 11 बजे से कतार में लगे श्रद्धालुओं को भोर में पांच बजे दर्शन मिला। दिन चढ़ने के साथ ही एक कतार दशाश्वमेध घाट की ओर तो दूसरी कतार कालभैरव मंदिर की ओर तक पहुंच गई थी।

सीएम ने रखी व्यवस्थाओं पर नजर

महाशिवरात्रि पर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार व्यवस्थाओं पर नजर बनाए हुए थे। मुख्यमंत्री के निर्देश पर उच्चाधिकारी भी लगातार क्षेत्र का दौरा कर हालात का जायजा लेते नजर आए। सीएम योगी के निर्देश पर मंदिर न्यास और जिला प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम किए गए थे। काशी विश्वनाथ धाम परिक्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद करने के लिए पुलिस, अर्धसैनिक बल, एटीएस कमांडो और एसटी तैनात है। फरवरी मास में प्रतिदिन लाखों श्रद्धालुओं का काशी विश्वनाथ धाम में निरंतर आना जारी है। इनमें से कई तिथियों पर छह लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा के दर्शन किए। अन्य तिथियों में भी चार से पांच लाख श्रद्धालुओं का बाबा के धाम में आना जारी रहा। श्रद्धालुओं का काशी विश्वनाथ धाम में आना निरंतर आना जारी है।

8 फरवरी- 6,21,307

10 फरवरी- 6,12,980

11 फरवरी- 7,19,225

12 फरवरी- 7,78,697

13 फरवरी- 8,26,194

14 फरवरी- 7,32,476

15 फरवरी- 6,39,465

16 फरवरी- 6,81,792

17 फरवरी- 7,04,349

19 फरवरी- 6,29,991

20 फरवरी- 6,11,029

22 फरवरी- 6,34,736

23 फरवरी- 6,96,658

26 फरवरी- 11,69,553

 

No comments:

Post a Comment

बलूचिस्तान की “आज़ादी“ में बोलती है हिंदुस्तानी “आत्मा“

बलूचिस्तान की “ आज़ादी “ में बोलती है हिंदुस्तानी “ आत्मा “  दक्षिण - पश्चिम एशिया में स्थित बलूचिस्तान केवल पाकिस्तान का एक ...