प्रो. विश्वम्भरनाथ मिश्र ने किया मैराथन ‘रन फॉर क्लीन गंगा’ की जर्सी लॉन्च
22 को विश्व जल
दिवस
के
मौके
पर
दौड़ेंगे
1500 धावक
मकसद : गंगा
प्रदूषण
निवारण
व
स्वच्छता
के
लिए
जन
जागरूकता
करते
हुए
पूरे
शहर
को
जोड़ना
डाउन स्ट्रीम
भैंसासुर
घाट
(राजघाट)
से
अप
स्ट्रीम
तुलसीघाट
तक
लगेगी
दौड़
महिला व
पुरुष
प्रतिभागी
होंगे
शामिल,
दोनों
वर्गों
में
प्रथम,
द्वितीय
व
तृतीय
विजेताओं
को
मिलेगा
आकर्षक
पुरस्कार
सेहत के
लिए
फायदेमंद
है
मैराथन
दौड़
: नीलू
मिश्रा
सुरेश गांधी
वाराणासी. संकट मोचन फाउंडेशन
व मदर्स फॉर मदर के
संयुक्त तत्वावधान में 22 मार्च को विश्व जल
दिवस के मौके पर
रन फॉर क्लीन गंगा
मैराथन का आयोजन किया
गया है। इसके लिए
संकट मोचन फाउंडेशन के
अध्यक्ष व संकट मोचन
मन्दिर के महंत प्रो.
विश्वम्भरनाथ मिश्र ने गुरुवार को
तुलसीघाट स्थित आवास पर अपनी
पूरी टीम व सहयोगियों
के बीच मैराथन की
अधिकारिक जर्सी की लांचिंग की।
मकसद है गंगा प्रदूषण
निवारण व स्वच्छता के
लिए जन जागरूकता करते
हुए पूरे शहर को
जोड़ना।
पत्रकारों से बातचीत के
दौरान प्रो मिश्र ने
बताया कि यह संस्था
1997 से गंगा के घाटों
को स्पर्श करती हुए असि
घाट से वरुणा संगम
तक मानव श्रृंखला बनाकर
जनता को इसके प्रति
जागरूक करने का कार्य
करती आ रही है।
इस वर्ष पूरे शहर
की जनता को जोड़ने
के लिए पिछले वर्षों
तक गंगा किनारे हो
रहे कार्यक्रम को सड़क मार्ग
पर लाया गया है।
इस क्रम में गंगा
के एक किनारे डाउन
स्ट्रीम भैंसासुर घाट (राजघाट) से
अप स्ट्रीम तुलसीघाट तक सड़क मार्ग
से छह किमी तक
मैराथन का आयोजन किया
गया है।
उन्होंने बताया कि विश्व जल
दिवस के मौके पर
22 मार्च को अनोखे व
अलग अंदाज में मनाने का
निर्णय उनकी टीम ने
ली है। उन्होंने बताया
कि रन फॉर क्लीन
गंगा का उद्देश्य गंगा
प्रदूषण मुक्ति के लिए जन
जागरूकता के लिए पूरे
नगर को जोड़ना है।
इस क्रम में भैंसासुर
घाट से रन फॉर
क्लीन गंगा : मैराथन को हरी झंडी
दिखाई जाएगी। मैराथन दौड़ में पुरुष
प्रतिभागियों को सुबह सात
बजे और महिला प्रतिभागियों
को 7.10 बजे रवाना किया
जाएगा।
उन्होंने बताया कि भैंसासुर घाट
से लगायत तुलसीघाट तक कुल छह
किमी के अंतराल पर
सात स्पॉट 1. भैंसासुर घाट (राजघाट आरंभ
स्थल) 2. मच्छोदरी कम्पोजिट विद्यालय, 3. मैदागिन चौराहा, 4. कोतवाली थाना चौक, 5. जंगमबाड़ी मठ, 6. होटल शिवाय (शिवाला)
7. तुलसीघाट (समाप्ति स्थल) बनाए गए हैं।
इन स्टालों पर फाउंडेशन के
वालेंटियर अल्पाहार के साथ उपस्थित
रहेंगे। मैराथन में प्रतिभागियों के
साथ- साथ जो चाहें
अपनी इच्छानुसार जितनी दूरी तक चाहें
दौड़ में शामिल हो
सकेंगे।
उन्होंने बताया कि रन फॉर
क्लीन गंगा में दौड़ने
वाले महिला और पुरुष प्रतिभागियों
को अलग-अलग प्रथम
पुरस्कार रुपये 15,000, द्वितीय पुरस्कार रुपये 10,000 और तृतीय पुरस्कार
रुपये 7,000 दिए जाएंगे। इसके
अलावा दोनों वर्गों में 50-50 सांत्वना पुरस्कार भी प्रदान किया
जाएगा। खास यह है
कि दौड़ में भाग
लेने वालों को रन फॉर
क्लीन गंगा का प्रमाणपत्र
भी दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि मैराथन में
भाग लेने के लिए
प्रोत्साहन के उद्देश्य से
सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेस बुक, इंस्ट्राग्राम
पर प्रचार- प्रसार का कार्य जोरों
पर जारी है। तुलसीघाट
पर एलईडी स्क्रीन के माध्यम से
मैराथन में रजिस्टर्ड कराने
व भाग लेने के
आह्वान का संदेश प्रचारित
किया जा रहा है।
मैराथन में भाग लेने
के लिए अबतक आनलाइन
और ऑफ लाइन एक
हजार लोगों ने रजिस्ट्रेशन करवा
लिया है। अभी दो
दिन बाकी है। तुलसीघाट
पर 21 मार्च को सुबह 9 बजे
से रात्रि 10 बजे तक ऑफ
लाइन रजिस्ट्रेशन किया जाएगा। आन
लाइन रजिस्ट्रेशन भी जारी रहेगा।
अनुमान है कि 1500 की
संख्या में लोग मैराथन
में रजिस्टर्ड हो जाएंगे।
उन्होंने बताया कि तुलसीघाट पर
21 मार्च को रात्रि नौ
बजे से 10 बजे तक रजिस्टर्ड
प्रतिभागियों को टी शर्ट
का वितरण किया जाएगा। शेष
बचे रजिस्टर्ड प्रतिभागी 22 मार्च को सुबह छह
बजे आरंभिक स्थल भैंसासुर घाट
से टी शर्ट ले
सकते हैं। पत्रकारवार्ता में
प्रमुख रूप से फाउंडेशन
के निदेशक प्रो. एसएन उपाध्याय, पुष्करनाथ
मिश्र, अदिति मिश्र, अंतरराष्ट्रीय धावक नीलू मिश्र,
वरिष्ठ साई फूटबाल कोच फरमान
हैदर, पूर्व वरिष्ठ साई एथलीट कोच
दिनेश जायसवाल आदि उपस्थित थे।
No comments:
Post a Comment