वैदिक मंत्रोच्चार संग गूंजा वृंदावन रेजीडेंसी, कर्मेश्वर महादेव मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा सम्पन्न
कलश यात्रा
से
नगर
परिक्रमा
तक,
श्रद्धा-भक्ति
से
सराबोर
रहा
चार
दिवसीय
आयोजन
महिलाओं की
उल्लेखनीय
भागीदारी
ने
आयोजन
को
और
भी
भव्य
बना
दिया
पूरे आयोजन
के
दौरान
वातावरण
“हर
हर
महादेव“
और
वैदिक
ध्वनियों
से
गुंजायमान
रहा
सुरेश गांधी
वाराणसी. धर्म-संस्कृति की
नगरी काशी में एक
और आध्यात्मिक स्थल का शुभारंभ
हुआ। वृंदावन रेजीडेंसी में स्थित कर्मेश्वर
महादेव शिव मंदिर की
प्राण प्रतिष्ठा समारोह शनिवार को वैदिक मंत्रोच्चार
के बीच भव्य रूप
से सम्पन्न हुआ। आयोजन में
चार दिनों तक चली धार्मिक
गतिविधियों में श्रद्धा का
अनूठा संगम देखने को
मिला।
गुरुवार को महिलाओं ने शूलटंकेश्वर महादेव के गंगा तट से पवित्र गंगाजल लेकर विधिपूर्वक कलश यात्रा निकाली। मंत्रोच्चार और भक्ति गीतों के बीच रेजीडेंसी परिसर में कलश स्थापना की गई। शुक्रवार को शिवलिंग का गंगाजल, पंचामृत, पुष्प व फलों से अभिषेक कर संध्या में नगर परिक्रमा निकाली गई, जिसमें श्रद्धालुओं की टोलियां हर-हर महादेव के जयकारे लगाती चल रही थीं। इस दौरान श्रद्धालु जयकारों के साथ झूमते भी दिखे।
शनिवार को आचार्य अमित
पुरोहित, संत ज्ञानेश्वरानंद तीर्थ
सहित 11 वेदपाठी ब्राह्मणों के नेतृत्व में
शिवलिंग में प्राण प्रतिष्ठा
की गई। वैदिक ऋचाओं
और मंत्रों के साथ प्राणवायु
संचार विधि के तहत
शिवजी का आह्वान हुआ।
समूचा वातावरण मंत्रोच्चार और श्रद्धा के
भावों से दिव्य बन
गया।
भंडारे में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब
प्राण प्रतिष्ठा के बाद विशाल
भंडारे का आयोजन किया
गया, जिसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण
किया। रघुवीर शरण अवस्थी, आशुतोष
सिंह, दीपक सिंह, शिवेंद्र
सिंह, विशाल सिंह, संदीप शुक्ला, पीयूष राय, नितेश सिंह
सहित बड़ी संख्या में
श्रद्धालुओं ने आयोजन को
सफल बनाने में योगदान दिया।
कार्यक्रम की विशेष बात
यह रही कि इसमें
महिलाओं की भागीदारी अत्यंत
सक्रिय और प्रेरणादायक रही।
हर आयु वर्ग के
श्रद्धालु आयोजन में शामिल होकर
धर्म और संस्कृति के
इस उत्सव को भव्यता प्रदान
करते नज़र आए।
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