Wednesday, 21 May 2025

बिजलीकर्मियों का फूटा गुस्सा : निजीकरण की साजिश के खिलाफ सड़कों पर उतरे कर्मचारी

बिजलीकर्मियों का फूटा गुस्सा : निजीकरण की साजिश के खिलाफ सड़कों पर उतरे कर्मचारी 

वाराणसी में कार्य का बहिष्कार कर तीन घंटे रखा कामकाज ठप, सड़कों पर प्रबंधन की नीतियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी

ग्रांट थॉर्टन को बचाने में जुटा प्रबंधन! : नीरज बिन्द

सुरेश गांधी

वाराणसी. उत्तर प्रदेश में बिजली विभाग के निजीकरण की कोशिशों के खिलाफ विरोध लगातार तेज़ होता जा रहा है। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले बुधवार को को वाराणसी समेत पूर्वांचल में बिजलीकर्मियों ने तीन घंटे तक कार्य बहिष्कार कर जबरदस्त प्रदर्शन किया। 

दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक अभियंताओं, तकनीशियनों, कार्यालय सहायकों, श्रमिकों और अन्य कर्मियों ने कार्यालयों से बाहर निकलकर प्रबंधन की नीतियों के खिलाफ नारेबाजी की।

प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार और ऊर्जा प्रबंधन मिलकर निजीकरण की साजिश रच रहे हैं, जिससे हजारों कर्मचारियों की नौकरी पर संकट गहरा गया है। भय और मानसिक तनाव के कारण कर्मचारी ठीक से काम नहीं कर पा रहे हैं, जिससे राजस्व वसूली में भारी गिरावट आई है। इसके बावजूद प्रबंधन वसूली घटने का ठीकरा कर्मचारियों पर फोड़ रहा है।

प्रदर्शन के दौरान राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन के नेता . नीरज बिंद ने बड़ा आरोप लगाया कि पावर कॉरपोरेशन के चेयरमैन और प्रबंधन अवैध तरीके से नियुक्त विवादित कंसल्टेंट ग्रांट थॉर्टन को बचाने की साजिश कर रहे हैं। 

उन्होंने कहा कि कंपनी पर अमेरिका में जुर्माना लग चुका है और झूठा शपथपत्र देने का आरोप भी है, इसके बावजूद उसे क्लीन चिट देने की कोशिशें हो रही हैं। . बिंद ने कहा कि निदेशक वित्त निधि नारंग

का कार्यकाल समाप्त हो चुका है, लेकिन ग्रांट थॉर्टन को फर्जी तरीके से बचाने के लिए उन्हें दोबारा सेवा विस्तार देने की तैयारी चल रही है। वहीं, हाल ही में नियुक्त निदेशक वित्त पुरुषोत्तम अग्रवाल ने इस घोटाले में शामिल होने से साफ इंकार कर दिया और पदभार ग्रहण करने से मना कर दिया।

निजीकरण के खिलाफ अब आर-पार की लड़ाई

. नरेंद्र वर्मा ने कहा कि पूर्वांचल दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगमों के निजीकरण के खिलाफ यह केवल शुरुआत है। 

अगर सरकार और प्रबंधन ने ग्रांट थॉर्टन को क्लीन चिट दी या निजीकरण की दिशा में कदम बढ़ाया तो आंदोलन को और व्यापक किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इंजीनियर ऑफ कॉन्ट्रैक्ट की रिपोर्ट में भी ग्रांट थॉर्टन को दोषी ठहराया गया है और उसकी नियुक्ति रद्द करने की सिफारिश की गई है। 

सभा की अध्यक्षता . मनीष राय ने और संचालन वेदप्रकाश राय ने किया। सभा को मीडिया प्रभारी, विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति अंकुर पाण्डेय, . नवदीप सिंह, . सौरभ कटेरिया, . मायाशंकर तिवारी, . प्रमोद कुमार, संदीप कुमार, प्रशांत कुमार, विजय सिंह, राजेन्द्र सिंह, मोहम्मद हारिश, विकास कुशवाहा, . मनोज गुप्ता, रामजी भारद्वाज ज्योति भास्कर ने भी संबोधित किया।

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