स्थानांतरण व वेतन कटौती के विरोध में बिफरे बिजलीकर्मी, आज से अनिश्चितकालीन सत्याग्रह
दो महीने
पहले
सौंपी
गई
पांच
सूत्रीय
मांगों
की
अनदेखी
और
संविदाकर्मियों
के
कटे
वेतन
को
लेकर
कड़ी
आपत्ति
जताई
सुरेश गांधी
वाराणसी. लेढुपुर विद्युत उपकेंद्र पर मंगलवार को
उत्तर प्रदेश विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले
आयोजित जनजागरण सभा में बिजलीकर्मियों
का आक्रोश फूट पड़ा। उन्होंने
पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के प्रबंध
निदेशक पर सरकार की
स्थानांतरण नीति के विपरीत
कार्रवाई करने और कर्मचारियों
का उत्पीड़न करने का आरोप
लगाया।
सभा में कर्मचारियों
ने दो महीने पहले
सौंपी गई पांच सूत्रीय
मांगों की अनदेखी और
संविदाकर्मियों के कटे वेतन
को लेकर कड़ी आपत्ति
जताई। वक्ताओं ने बताया कि
संविदाकर्मियों की फेसियल अटेंडेंस
बिना मोबाइल व डेटा सुविधा
के लागू की गई,
जिससे उनका वेतन काटा
गया। सभा को संबोधित
करते हुए क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि
पिंटू सिंह ने कहा
कि निजीकरण की आड़ में
आम जनता को भी
परेशान किया जा रहा
है। निजी कंपनियों द्वारा
मीटर रीडिंग और स्थापना से
उपभोक्ताओं को गलत बिल
मिल रहे हैं, जिससे
असंतोष बढ़ा है।
बिजलीकर्मियों ने चेतावनी दी
कि अगर प्रबंध निदेशक
द्वारा पांच सूत्रीय मांगों
पर तुरंत कार्य नहीं हुआ तो
बुधवार से अनिश्चितकालीन सत्याग्रह
शुरू होगा, जो 24 घंटे लगातार जारी
रहेगा। सभा की अध्यक्षता ई.
के.के. ओझा और
संचालन उमेश यादव ने
किया। सभा को ई.
मनोज गुप्ता, ई. पंकज कुमार,
अंकुर पांडेय, उदयभान दुबे, धर्मेंद्र यादव, ई. आजाद, ई.
आदित्य पांडेय, ई. रोहित राय,
रमेश कुमार, अरुण गुप्ता, रजनीश
कुमार, मो. हारिश, चंद्रशेखर
कुमार, परमिंद्र, विनीत कुमार आदि ने संबोधित
किया। बिजलीकर्मियों ने स्पष्ट कहा
कि स्थानांतरण या अन्य कार्रवाई
निजीकरण विरोधी आंदोलन को दबा नहीं
सकती, बल्कि इससे और आक्रोश
उत्पन्न होगा। कर्मचारी अब सामूहिक स्थानांतरण
की भी मांग करने
जा रहे हैं।
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