‘मजबूत राज्य ही मजबूत भारत’ की भावना को आगे बढ़ाने के लिए क्षेत्रीय परिषदें अहम भूमिका निभा रही हैं : अमित शाह
काशी में शाह की अगुवाई में क्षेत्रीय एकता का संकल्प, चार राज्यों के मुख्यमंत्री हुए शामिल
मध्य क्षेत्रीय
परिषद
की
25वीं
बैठक
में
19 अहम
मुद्दों
पर
बनी
सहमति
गृह मंत्री
अमित
शाह
बोले-
मध्य
परिषद
में
कोई
विवाद
नहीं
बचा,
यह
बड़ी
उपलब्धि
काशी में
गूंजे
‘हर
हर
महादेव’,
शाह
और
मुख्यमंत्रियों
ने
बाबा
विश्वनाथ
का
किया
दर्शन
सुरेश गांधी
वाराणसी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘विकसित
भारत 2047’ के संकल्प को
साकार करने की दिशा
में मंगलवार को काशी में
एक और ऐतिहासिक कदम
बढ़ाया गया। केंद्रीय गृह
एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह की
अध्यक्षता में मध्य क्षेत्रीय
परिषद की 25वीं बैठक
ताज होटल, नदेसर में सम्पन्न हुई।
इस बैठक में उत्तर
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी
आदित्यनाथ, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर
सिंह धामी, मध्य प्रदेश के
मुख्यमंत्री मोहन यादव और
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु
देव साय शामिल हुए।
बैठक में प्रधानमंत्री मोदी की मजबूत
इच्छाशक्ति और भारतीय सेना
के शौर्य को ध्वनिमत से
अभिनंदन प्रस्ताव पारित कर सराहा गया।
गृह मंत्री अमित शाह ने
कहा कि मध्य क्षेत्रीय
परिषद देश की वह
इकलौती परिषद है, जहां अब
किसी राज्य के बीच कोई
विवाद शेष नहीं है।
यह परस्पर सहयोग की बड़ी मिसाल
है। गृह मंत्री अमित
शाह ने कहा कि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व
में ‘मजबूत राज्य ही मजबूत भारत’
की भावना को आगे बढ़ाने
के लिए क्षेत्रीय परिषदें
अहम भूमिका निभा रही हैं।
अब राज्य मिलकर तेज़ी से विकास और
प्रशासनिक सुधारों को आगे बढ़ा
रहे हैं।
19 प्रमुख बिंदुओं पर बनी सहमति
बैठक में कुल
19 महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई,
जिनमें महिलाओं और बच्चों के
खिलाफ अपराध की त्वरित जांच,
फास्ट ट्रैक विशेष न्यायालयों (FTSC) की स्थापना, ग्रामीण
बैंकिंग विस्तार, और आपातकालीन सहायता
प्रणाली (ERSS-112) के प्रभावी क्रियान्वयन
जैसे विषय शामिल रहे।
गृह मंत्री ने सभी राज्यों
से आह्वान किया कि बच्चों
में कुपोषण को समाप्त करना,
ड्रॉप-आउट शून्य करना
और सहकारी संस्थाओं को मजबूत करना
राज्य सरकारों की प्राथमिकता होनी
चाहिए।
पंचायतों की आय बढ़ाने का सुझाव
शाह ने राज्यों
से ग्राम पंचायतों की आय बढ़ाने
के लिए सशक्त नीति
बनाने को कहा। उन्होंने
कहा कि पंचायतें मजबूत
होंगी, तो भारत की
त्रिस्तरीय लोकतांत्रिक व्यवस्था और अधिक प्रभावी
और आत्मनिर्भर बनेगी।
83% अधिक समाधान की रफ्तार
गृह मंत्री ने
बताया कि 2004-14 के मुकाबले 2014-25 के
दौरान जोनल काउंसिल की
बैठकों में 83% अधिक मुद्दों का
समाधान किया गया है।
अब तक 1287 समस्याओं का समाधान किया
जा चुका है। बीते
11 वर्षों में जोनल काउंसिल्स
और उनकी स्थायी समितियों
की कुल 62 बैठकें हुई हैं।
क्या है मध्य क्षेत्रीय परिषद?
मध्य क्षेत्रीय परिषद
में उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड
और छत्तीसगढ़ शामिल हैं। यह मंच
आपसी विवाद, संसाधनों के बंटवारे, सामाजिक
विकास, कानून व्यवस्था और पर्यावरण से
जुड़े मसलों पर राज्यों के
बीच सहयोग और संवाद को
बढ़ाने का कार्य करता
है।
दर्शन-पूजन
मंगलवार सुबह बैठक से
पहले सीएम योगी, मप्र
सीएम मोहन यादव और
उत्तराखंड सीएम पुष्कर सिंह
धामी ने भी बाबा
विश्वनाथ के दर्शन किए
और काशी के दिव्य
वातावरण का अनुभव लिया।
गृह मंत्री अमित शाह सोमवार
शाम वाराणसी पहुंचे. बाबा कालभैरव और
बाबा विश्वनाथ के दर्शन किए।
इस दौरान रास्ते में जगह-जगह
भाजपा कार्यकर्ताओं ने शंखध्वनि और
'हर हर महादेव' के
उद्घोष के साथ भव्य
स्वागत किया।
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