नमो घाट से गूंजा "करे योग, रहे निरोग" का संदेश
आयुष मंत्री
डॉ.
दयाशंकर
मिश्र
'दयालु'
ने
किया
योग
का
आह्वान,
NDRF जवानों
संग
साधा
ध्यान
नमो घाट
से
उठी
यह
योग
की
लहर
अब
घर-घर
तक
पहुंचेगी,
यही
है
डॉ.
दयालु
का
संदेश
और
संकल्प
"करे योग, रहे
निरोग"
अब
केवल
नारा
नहीं,
बल्कि
एक
राष्ट्रीय
जिम्मेदारी
बन
चुका
है
सुरेश गांधी
वाराणसी. योग केवल शरीर
को लचीलापन देने की कला
नहीं, बल्कि जीवन को संतुलित
और रोगमुक्त रखने का विज्ञान
है। यह संदेश उत्तर
प्रदेश सरकार के आयुष, खाद्य
सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन
राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. दयाशंकर मिश्र
'दयालु' ने गुरुवार को
नमो घाट से दिया।
यह अवसर था 11वें अंतरराष्ट्रीय
योग सप्ताह के पांचवें दिन
आयोजित विशेष योग सत्र का,
जिसमें मंत्री ने एनडीआरएफ के
जवानों और स्थानीय नागरिकों
के साथ मिलकर योगाभ्यास
किया। कार्यक्रम में लगभग 250 प्रतिभागी
मौजूद रहे।
“एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य” थीम के साथ वैश्विक संदेश
योगाचार्यों ने कराया अभ्यास, बताए लाभ
कार्यक्रम में योगाचार्य अभय
स्वाभिमानी एवं योगाचार्य विनोद
गुप्ता ने लोगों को
योग के विभिन्न आसनों,
प्राणायाम और ध्यान तकनीकों
का अभ्यास कराया। उन्होंने बताया कि नियमित योगाभ्यास
से न केवल शरीर
स्वस्थ रहता है, बल्कि
मानसिक संतुलन, एकाग्रता, और कार्यक्षमता में
भी वृद्धि होती है।
जनप्रतिनिधियों
और
अधिकारियों
की
उपस्थिति
इस अवसर पर
कई प्रमुख अधिकारी और जनप्रतिनिधि उपस्थित
रहे : मंत्री के पीआरओ गौरव
राठी. एनडीआरएफ अधिकारी अखिलेश तिवारी. जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डॉ. पंकज अनिल कुमार
शर्मा, प्रतिभा आनंद और नगर
निगम के पार्षद जितेंद्र
कुशवाहा।
जनसहभागिता से ही बनेगा स्वस्थ भारत
मंत्री ने लोगों से
योग को जीवनशैली में
शामिल करने की अपील
करते हुए कहा कि
यह अभियान तभी सफल होगा
जब प्रत्येक नागरिक अपने स्वास्थ्य को
लेकर सजग होगा। उन्होंने
यह भी कहा कि
आने वाले समय में
हर वार्ड, हर गांव और
हर मोहल्ले में नियमित योग
सत्र आयोजित करने की योजना
पर कार्य किया जाएगा।
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