Thursday, 31 July 2025

पीएम मोदी 2 अगस्त को काशी से जारी होगी किसान सम्मान निधि की तीसरी किस्त

पीएम मोदी 2 अगस्त को काशी से जारी होगी 

किसान सम्मान निधि की तीसरी किस्त

2200 करोड़ की परियोजनाओं का करेंगे लोकार्पण शिलान्यास 

जनसभा में होंगे 50 हजार कार्यकर्ता आमजन

सुरेश गांधी

वाराणसी. काशीवासियों के लिए एक बार फिर सौगातों की बौछार लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 अगस्त को अपने एक दिवसीय दौरे पर वाराणसी रहे हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री करीब ₹2200 करोड़ की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण शिलान्यास करेंगे। साथ ही सेवापुरी स्थित ग्राम बनौली कालिकाधाम में एक विशाल जनसभा को भी संबोधित करेंगे। 

भारतीय जनता पार्टी द्वारा आयोजित प्रेस वार्ता में काशी क्षेत्र के भाजपा अध्यक्ष दिलीप पटेल ने बताया गया कि प्रधानमंत्री मोदी का सुबह 10:25 बजे बाबतपुर एयरपोर्ट पर आगमन होगा। वहां से वे हेलीकॉप्टर द्वारा सेवापुरी विकासखंड के ग्राम बनौली कालिकाधाम में पहुंचेंगे, जहाँ मुख्य कार्यक्रम निर्धारित है। प्रधानमंत्री की सभा को सफल बनाने के लिए भाजपा संगठन ने व्यापक तैयारियाँ की हैं। 50,000 से अधिक लोगों की भागीदारी का लक्ष्य रखा गया है। सभी 20 ब्लॉकों में व्यवस्था की दृष्टि से भाजपा पदाधिकारी और कार्यकर्ता अपनी भूमिका निभाएंगे।  संगठन ने प्रत्येक ब्लॉक से 12-12 पदाधिकारियों की विशेष तैनाती की है। इस अवसर पर पार्टी जिलाध्यक्ष हंसराज विश्वकर्मा मीडिया प्रभारी नवरतन राठी, संतोष सोलापुरकर मौजूद थे.

इन प्रमुख परियोजनाओं का होगा लोकार्पण शिलान्यास

प्रधानमंत्री जिन विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखने और उद्घाटन करने जा रहे हैं, उनमें शामिल हैं: सेवापुरी में 50 बेड के नए सरकारी अस्पताल की आधारशिला, जिसकी अनुमानित लागत करीब ₹5 करोड़ है। संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के नवनिर्मित भवन का शिलान्यास, दालमंडी क्षेत्र का चौड़ीकरण, पुराने शहर के क्षेत्रों में बिजली की व्यवस्था सुधारने हेतु अंडरग्राउंड केबलिंग परियोजना का सेकेंड फेज. स्मार्ट सिटी अंतर्गत पथ प्रकाश, नाली-नाला, और पेयजल सुधार परियोजनाएँ, ग्रामीण सड़क संपर्क मार्ग निर्माण के कार्य, ग्राम्य क्षेत्रों में प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार की योजनाएँ। कुल मिलाकर इन परियोजनाओं की अनुमानित लागत ₹2200 करोड़ से अधिक है।

काशी से जारी होगी किसान सम्मान निधि की तीसरी किस्त 

प्रधानमंत्री मोदी किसान सम्मान निधि योजना की तीसरी किस्त का भी शुभारंभ वाराणसी से करेंगे। इस मौके पर देशभर के करीब 9 करोड़ 70 लाख किसानों को यह किस्त प्राप्त होगी, जिसकी शुरुआत काशी से बटन दबाकर की जाएगी।

प्रधानमंत्री के स्वागत में सजेगा वाराणसी

प्रधानमंत्री के स्वागत हेतु संपूर्ण शहर को सजाया जा रहा है। 1000 से अधिक होर्डिंग्स, भाजपा के झंडे और स्वागत तोरण द्वार लगाए जा रहे हैं। महानगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों के सभी चौराहों, सड़कों और प्रमुख स्थलों पर सजावट का कार्य अंतिम चरण में है।

स्वच्छता पखवाड़ा भी हुआ प्रारंभ

प्रधानमंत्री के आगमन को लेकर भाजपा द्वारा 28 जुलाई से 1 अगस्त तक विशेष स्वच्छता पखवाड़ा चलाया जा रहा है। इस अभियान के अंतर्गत 150 से अधिक स्थानों की विशेष साफ-सफाई करवाई जा रही है, जिनमें महापुरुषों की प्रतिमाएँ, आर-पार मंदिर परिसर, सार्वजनिक स्थल आदि शामिल हैं।

संभावित कार्यक्रम का समय

समय                      विवरण

10:25 AM            बाबतपुर एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री का आगमन

10:45 AM            हेलीकॉप्टर से बनौली प्रस्थान

11:00 AM            परियोजनाओं का लोकार्पण शिलान्यास

11:30 AM            विशाल जनसभा को संबोधन

12:00 PM             कार्यक्रम स्थल से प्रस्थान

भाजपा जिलाध्यक्ष से लेकर मंडल बूथ स्तर तक पार्टी के पदाधिकारी प्रधानमंत्री के इस दौरे को सफल बनाने में जुटे हैं। कार्यकर्ताओं में उत्साह चरम पर है। काशीवासियों के लिए यह दौरा एक बार फिर विकास की नई दिशा तय करेगा।

बीएचयू को मिला नया कुलपति: प्रो. अजीत चतुर्वेदी संभालेंगे जिम्मेदारी

बीएचयू को मिला नया कुलपति: प्रो.

अजीत चतुर्वेदी संभालेंगे जिम्मेदारी 

आईआईटी बीएचयू से है पुराना नाता, रुड़की के निदेशक भी रह चुके हैं

सुरेश गांधी

वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) को नया कुलपति मिल गया है। राष्ट्रपति एवं विश्वविद्यालय की विजिटिंग चांसलर द्रौपदी मुर्मू ने आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर अजीत कुमार चतुर्वेदी को बीएचयू का 29वां कुलपति नियुक्त किया है। उनकी नियुक्ति कार्यभार ग्रहण करने की तिथि से तीन वर्ष की अवधि के लिए या 70 वर्ष की आयु तक, जो भी पहले हो, तब तक के लिए प्रभावी होगी। प्रो. चतुर्वेदी का बीएचयू से पुराना रिश्ता रहा है। वर्ष 1994 से 1996 तक वे यहां के आईआईटी बीएचयू (तत्कालीन आईटीबीएचयू) के इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग विभाग में प्रोफेसर के तौर पर सेवाएं दे चुके हैं। अब लगभग तीन दशक बाद वे विश्वविद्यालय की सर्वोच्च प्रशासनिक जिम्मेदारी संभालने जा रहे हैं।

शिक्षा और प्रशासनिक अनुभव का लंबा सफर 

प्रो. अजीत चतुर्वेदी ने अपनी पूरी उच्च शिक्षा आईआईटी कानपुर से प्राप्त की है। उन्होंने 1986 में बी.टेक, 1988 में एम.टेक और 1995 में पीएच.डी. की डिग्री इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में हासिल की। 1996 में आईआईटी बीएचयू में शिक्षण कार्य शुरू करने के बाद वे आईआईटी रुड़की में प्रोफेसर नियुक्त हुए। इसके बाद 1999 में वे आईआईटी कानपुर लौटे और वहां विभिन्न प्रशासनिक जिम्मेदारियां संभालीं, जिनमें इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभागाध्यक्ष, अनुसंधान एवं विकास डीन तथा उप निदेशक शामिल हैं। अगस्त 2012 में वे आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर बने और 2015 से 'संजय और रचना प्रधान चेयर प्रोफेसरशिप' पर कार्यरत रहे। वर्ष 2017 में वे फिर से आईआईटी रुड़की लौटे, जहां जनवरी 2017 से अक्टूबर 2022 तक संस्थान के निदेशक के रूप में कार्य किया। इसके बाद उन्होंने दोबारा आईआईटी कानपुर में अपनी सेवाएं दीं।

अनेक सम्मान और तकनीकी संस्थाओं से जुड़ाव

प्रो. चतुर्वेदी को कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सम्मान प्राप्त हुए हैं। उन्हें इंडियन नेशनल साइंस अकादमी (INSA) का टीचर्स अवार्ड, आईआईटी कानपुर का विशिष्ट शिक्षक पुरस्कार और सिंगापुर की नानयांग टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी का टैन चिन तुआन फैलोशिप प्राप्त हुआ है। वहीं तकनीकी क्षेत्र में भारत की अग्रणी संस्था टेलीकॉम स्टैंडर्ड्स डेवलपमेंट सोसाइटी ऑफ इंडिया (TSDSI) के वे संस्थापक सदस्य हैं।

बीएचयू में उम्मीदों का नया अध्याय

बीएचयू के शिक्षकों, शोधार्थियों और विद्यार्थियों में नए कुलपति की नियुक्ति को लेकर आशा और उत्साह है। माना जा रहा है कि प्रो. चतुर्वेदी की प्रशासनिक दक्षता, शिक्षण अनुभव और तकनीकी दृष्टि बीएचयू को राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई ऊंचाई दे सकती है।

काशी को संवारने और युवाओं को प्रेरित करने में जुटे पुलकित गर्ग

काशी को संवारने और युवाओं को

प्रेरित करने में जुटे पुलकित गर्ग 

वीडीए उपाध्यक्ष एमटूपीएम पार्क का किया निरीक्षण, निफ्ट छात्रों को दिया डिज़ाइन सोच का संदेश

पार्क में दिखी विकास की नई सोच

सुरेश गांधी

वाराणसी। वाराणसी विकास प्राधिकरण (वीडीए) के उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग ने गुरुवार को शहर के दो अहम स्थलों का दौरा करते हुए एक ओर जहां शहरी सौंदर्यकरण और जल संरक्षण की दिशा में कार्यों की समीक्षा की, वहीं दूसरी ओर राष्ट्रीय फैशन संस्थान (निफ्ट) के विद्यार्थियों को समाजोन्मुख डिज़ाइन की सीख दी। 

उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग ने लालपुर स्थित एएम टू पीएम पार्क का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने पार्क के नवीन डिज़ाइन की सराहना करते हुए कहा कि यह स्थान स्थानीय नागरिकों के लिए एक बेहतर सार्वजनिक अवकाश स्थल के रूप में विकसित हो रहा है। निरीक्षण के दौरान उन्होंने पार्क में लगे झूलों की फिनिशिंग में आई कमियों को शीघ्र दुरुस्त कराने के निर्देश दिए। इसके साथ ही वर्षा जल संचयन (रेन वॉटर हार्वेस्टिंग) के लिए किए गए प्रावधानों को सराहा, और इसे शहर के अन्य पार्कों में भी लागू करने की आवश्यकता जताई। पार्क में तैनात माली को वर्दी में रहने और प्रतिदिन साफ-सफाई सुनिश्चित कराने के निर्देश भी दिए गए।

निफ्ट में युवाओं को दिया रचनात्मकता का संदेश 

एक दिन पूर्व बुधवार वार को उपाध्यक्ष गर्ग ने निफ्ट वाराणसी के ओरिएंटेशन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग किया। छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि डिज़ाइन केवल कपड़ों या स्केच की सीमा तक नहीं है, बल्कि यह सोचने, समझने और समाज को बेहतर बनाने की एक प्रक्रिया है। उन्होंने बताया कि कैसे डिज़ाइन थिंकिंग का इस्तेमाल शहरी योजनाओं, प्रशासनिक निर्णयों, और सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने में किया जा सकता है। उन्होंने बनारस की कारीगरी, हथकरघा और वस्त्रशिल्प का उदाहरण देते हुए छात्रों को अपनी जड़ों से जुड़े रहने की सलाह दी।

दिए पाँच मूलमंत्र

उपाध्यक्ष गर्ग ने विद्यार्थियों को पाँच मूल बातें याद रखने को कहा, हर दिन कुछ नया सीखने की ललक रखें।  अपनी संस्कृति और परंपरा को जानें और उसमें गर्व करें। डिज़ाइन केवल सुंदरता नहीं, उपयोगिता का भी माध्यम हो। टीमवर्क को अपनाएं, क्योंकि डिज़ाइन अकेले नहीं बनता। असफलता से डरें, क्योंकि श्रेष्ठ कृति कई प्रयासों के बाद ही बनती है। कार्यक्रम के अंत में उन्होंने विद्यार्थियों से कहा, आप डिज़ाइनर ही नहीं, भविष्य के सृजनकर्ता हैं। अपने कौशल का उपयोग राष्ट्र निर्माण में करें।  

हर-हर महादेव की नगरी में गूंजी ‘नंद के आनंद भयो...’ जय श्रीकृष्णा

काशी में जन्माष्टमी की धूम , घाट से लेकर मंदिरों तक भक्ति का उत्सव हर - हर महादेव की नगरी में गूंजी ‘ नंद के आनंद भयो ...