वाराणसी : बुलडोज़र की गड़गड़ाहट, 300 मीटर
में 40 मकान जमींदोज़, 500 जवान पहरा
कचहरी से
पुलिस
लाइन
तक
सड़क
चौड़ीकरण
का
बिगुल,
भीड़
और
विरोध
की
आशंका
पर
प्रशासन
सतर्क
नोटिस के
बाद
भी
न
हटे
अतिक्रमण,
जेसीबी
ने
कर
दिया
सफाया!
सुरेश गांधी
वाराणसी. रविवार सुबह शहर के दिल में बुलडोज़र की गड़गड़ाहट ने सन्नाटा तोड़ दिया। पुलिस लाइन से कचहरी चौराहे तक सड़क चौड़ीकरण के लिए 300 मीटर की कार्रवाई में 40 से अधिक मकान और दुकानें पलभर में मलबे में बदल गईं।
क्षेत्र मुस्लिम बाहुल्य होने से भीड़ जुटने की आशंका पर प्रशासन ने सुरक्षा के लिए तीन थानों की पुलिस, आरपीएफ और कुल 500 से ज्यादा जवान मोर्चे पर तैनात कर दिए।कार्रवाई की शुरुआत कचहरी स्थित मजार की दीवार ढहाने से हुई। इसके बाद जेसीबी और पोकलेन मशीनें मकानों पर टूट पड़ीं।
प्रशासन का दावा है कृ सभी को पहले नोटिस दिया गया था, मुआवजा लेने का मौका भी, लेकिन कई लोगों ने नोटिस लेने से इनकार किया। वहीं कुछ ने मुआवजा न मिलने की शिकायत उठाई।
एडीएम प्रशासन आलोक वर्मा ने कहा, “यह अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई नहीं, बल्कि विकास की दिशा में सड़क चौड़ीकरण का काम है।” पुलिस लाइन से कचहरी चौराहे तक का हिस्सा लंबे समय से अटका था, जिसे अब पूरा किया जा रहा है।
कार्रवाई से पहले कैंट थाना प्रभारी शिवाकांत मिश्रा ने ड्रोन सर्वे कर चौड़ीकरण की जद में आने वाले मकानों को चिह्नित किया था।
कई लोगों को खुद निर्माण हटाने का अवसर भी मिला, लेकिन तय समय बीतने पर बुलडोज़र का रास्ता खुल गया।
लोक निर्माण विभाग का कहना है
सभी कानूनी प्रक्रियाएं पूरी कर ली
गई हैं और मुआवजे
का भुगतान जारी है। प्रशासन
का विश्वास है कि चौड़ीकरण
के बाद यहां की
जाम समस्या खत्म होगी और
यातायात सुगम होगा।
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