160 से अधिक निर्यातक भारतीय कला की पारंपरिक बुनावट के साथ ही ‘मेक इन इंडिया’ की झलक पेश करेंगे
सीएम योगी आज करेंगे अंतरराष्ट्रीय इंडिया कार्पेट एक्सपो का आगाज
डालरनगरी भदोही
बनी
‘मिनी
इंडिया’,
67 देशों
के
खरीदारों
संग
सजेगी
बुनकरों
की
बुनावट
का
विश्व
मंच
सुरेश गांधी
वाराणसी-भदोही. पूर्वांचल की डालर नगरी भदोही एक बार फिर वैश्विक सुर्खियों में है। 11 से 14 अक्तूबर तक आयोजित होने जा रहे 49वें इंडिया कार्पेट एक्सपो एवं चौथे अंतरराष्ट्रीय कालीन मेले का शुभारंभ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे। आयोजन के लिए पूरी कालीन नगरी सज-धज चुकी है। मार्ट को दुल्हन की तरह सजाया गया है. एक्स्पों में 160 से अधिक स्टॉलों पर बुनकरों की सृजनशीलता और निर्यातकों की नवाचारी सोच का न सिर्फ संगम दिखेगा, बल्कि भारतीय कला की पारंपरिक बुनावट यहां ‘मेक इन इंडिया’ की झलक पेश करेगी। इस मौके पर मुख्यमंत्री का बुनकर, उद्यमी संवाद भी ताने-बाने की संस्कृति को नई दिशा देगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मेला
उद्घाटन के बाद उद्यमी
व बुनकर संवाद में भी शामिल
होंगे। इस संवाद में
सूक्ष्म, लघु व मध्यम
उद्योगों (एमएसएमई) के प्रतिनिधि, निर्यातक
और पारंपरिक बुनकर शामिल होंगे। आयोजन का उद्देश्य सिर्फ
व्यापारिक विस्तार नहीं, बल्कि “ताने-बाने की
संस्कृति” को पुनर्जीवित कर
स्थानीय कारीगरों को वैश्विक पहचान
दिलाना है। भदोही का
यह आयोजन केवल व्यापार का
मंच नहीं, बल्कि बुनकरों के सपनों को
पहचान देने की कोशिश
है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का
उद्यमी संवाद “ताने-बाने की
संस्कृति” को सशक्त करेगा
कृ जहां कारीगर की
मेहनत और नवाचार की
सोच एक साथ आगे
बढ़ेंगे। यह मेला भदोही
को ‘वर्ल्ड क्लास टेक्सटाइल हब’ की दिशा
में निर्णायक मोड़ पर खड़ा
करता है।
चेयरमैन कुलदीप राज वाटल ने
बताया कि इस वर्ष
एक्सपो में 150 से अधिक भारतीय
प्रदर्शक भाग ले रहे
हैं, जबकि 67 देशों से 442 विदेशी खरीदारों का पंजीकरण हुआ
है। इनमें से लगभग 200 चयनित
विदेशी खरीदारों को विशेष आतिथ्य
पैकेज प्रदान किया गया है।
विशेष आकर्षण के रूप में जिला कारागार के कैदी बुनकरों की कारीगरी, ‘मिशन शक्ति’ प्रदर्शनी, जीआई टैग वाले उत्पाद, लाइव डेमो और सेल्फी प्वाइंट रखे गए हैं। यह पहल न केवल व्यापारिक संबंधों को सुदृढ़ करेगी बल्कि भारत की परंपरा “अतिथि देवो भव” को भी दुनिया के सामने जीवंत करेगी।
उन्होंने बताया कि इंडिया कारपेट एक्सपो आज भारतीय हस्तनिर्मित कालीन उद्योग के लिए रणनीतिक मंच बन चुका है। जब वैश्विक बाजार में शुल्क संबंधी चुनौतियां बढ़ रही हैं, परिषद सरकार के साथ मिलकर इन मुद्दों को सुलझाने की दिशा में निरंतर प्रयासरत है। विशेष रूप से भारत, ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते (यूके-एफटीए) के तहत बेहतर बाजार पहुंच सुनिश्चित करने के लिए संवाद जारी है। यह एक्सपो केवल व्यापारिक आयोजन नहीं, बल्कि हमारे कारीगरों और बुनकरों के आत्मविश्वास और वैश्विक आकांक्षाओं का प्रतीक है।
सुरक्षा व व्यवस्थाओं की तैयारियां पूरी
मुख्यमंत्री के आगमन और
मेले के सफल आयोजन
के दृष्टिगत शुक्रवार को मंडलायुक्त बालकृष्ण
त्रिपाठी, पुलिस महानिरीक्षक आर.पी. सिंह,
जिलाधिकारी/सीईओ बीडा शैलेष
कुमार, और पुलिस अधीक्षक
अभिमन्यु मांगलिक ने कार्पेट एक्सपो
मार्ट और भिखारीपुर मैदान
स्थित हेलीपैड स्थल का स्थलीय
निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान अधिकारियों
ने मंच, स्टॉल, स्वचालित
सीढ़ियां, एसी, लिफ्ट, पवेलियन
थीम और सुरक्षा व्यवस्था
की बारीकी से समीक्षा की।
हेलीपैड के आसपास के
सरकारी और निजी भवनों
की भी सुरक्षा जांच
की गई। मंडलायुक्त ने
सभी अधिकारियों को कहा कि
“हर कर्मी ड्यूटी को पूरे मनोयोग
और जिम्मेदारी के साथ निभाए।”
67 देशों के खरीदार, 160 स्टॉलों पर दिखेगी मेक इन इंडिया की झलक
इस बार के
कालीन मेले में भदोही,
मिर्जापुर और वाराणसी के
निर्यातकों और उद्यमियों के
लगभग 160 स्टॉल लगाए जा रहे
हैं। अब तक के
रजिस्ट्रेशन के अनुसार 67 देशों
के करीब 450 विदेशी खरीदार और उनके प्रतिनिधि
भाग ले रहे हैं।
यह आयोजन भारत की हस्तनिर्मित
कालीन परंपरा को वैश्विक बाजार
से जोड़ने का सबसे बड़ा
मंच बन गया है।
जिला कारागार पुलिस स्टॉल पर कैदी बुनकरों
की बनाई गई कालीनें
प्रदर्शित की जाएंगी, जबकि
मिशन शक्ति 5.0 थीम महिला उद्यमिता
को प्रोत्साहित करेगी।
स्थानीय कला, संस्कृति और ओडीओपी की झलक
एक्सपो हॉल में ओडीओपी,
जीआई टैग उत्पाद, लाइव
डेमो और सेल्फी प्वाइंट
विशेष आकर्षण रहेंगे। पारंपरिक डिजाइनों, आधुनिक रुझानों और सांस्कृतिक विविधता
का समावेश इस मेले को
भव्यता प्रदान करेगा। आयोजन समिति के अनुसार यह
केवल व्यापारिक प्रदर्शन नहीं, बल्कि “लोकल टू ग्लोबल”
विज़न की दिशा में
बड़ा कदम है।
समीक्षा बैठक में तय हुई रूपरेखा
निरीक्षण के दौरान अधिकारियों
ने मंच, सजावट, पार्किंग,
ब्रांडिंग, सुरक्षा, लंच, बुनकर संवाद
और विदेशी अतिथियों के स्वागत जैसे
विषयों पर विस्तार से
चर्चा की। इस अवसर
पर कालीन निर्यात संवर्धन परिषद (सीईपीसी) के अध्यक्ष कुलदीप
राज वाटल, असलम महबूब, पीयूष
बरनवाल, इम्तियाज अहमद, सूर्यमणि तिवारी सहित अन्य पदाधिकारी
उपस्थित रहे। बैठक
में मुख्य विकास अधिकारी बालगोविंद शुक्ल, अपर जिलाधिकारी कुंवर
वीरेन्द्र मौर्य, एसडीएम अरुण गिरि, शिवप्रकाश
यादव, अनीता, उपायुक्त उद्योग आशुतोष सहाय पाठक, लोक
निर्माण व विद्युत विभाग
के अधिशासी अभियंता तथा निर्माणदायी संस्था
के अधिकारी भी मौजूद रहे।
क्या होगा खास इस बार के मेले में
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे
शुभारंभ
67 देशों के 450 खरीदार और प्रतिनिधि होंगे
शामिल
160 स्टॉलों पर निर्यातक व
बुनकरों की कला का
प्रदर्शन
ओडीओपी, जीआई टैग और
लाइव डेमो होंगे मुख्य
आकर्षण
मिशन शक्ति व
जेल बुनकर उत्पाद दिखाएंगे स्वावलंबन की मिसाल
‘लोकल टू ग्लोबल’
थीम के तहत कालीन
उद्योग को मिलेगी नई
पहचान
भदोही के बुनकरों को
विश्व मंच से जोड़ने
की तैयारी
“योगी-उद्यमी संवाद
से ताने-बाने की
नई कहानी”




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