मतदाता सूची में शुद्धता और विकास की रफ्तार थमनी नहीं चाहिए : सीएम योगी
बूथ मजबूत
हो,
सूची
शुद्ध
हो,
विकास
तेज
हो,
समीक्षा
बैठक
में
मुख्यमंत्री
का
स्पष्ट
निर्देश
सुरेश गांधी
वाराणसी. शहर के सर्किट
हाउस में आयोजित महत्वपूर्ण
समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री
योगी आदित्यनाथ ने संगठन, प्रशासन
और जनप्रतिनिधियों के सामने दो
बड़े एजेंडे रखे, मतदाता सूची
का शुद्धिकरण और विकास परियोजनाओं
की तेज रफ्तार। वाराणसी
कमिश्नरी के छह संगठनात्मक
जिलों, वाराणसी महानगर, वाराणसी जिला, चंदौली, मछलीशहर, जौनपुर और गाजीपुर, के
सांसद, विधायक, पदाधिकारी और एसआईआर संयोजकों
की उपस्थिति ने बैठक को
विशेष महत्व दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि
“मजबूत लोकतंत्र की शुरुआत सही
मतदाता सूची से होती
है।” यह सुनिश्चित किया
जाए कि पात्र मतदाता
छूटें नहीं और अपात्र
नाम सूची में न
बने रहें। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस
कथन “चुनाव बूथ पर लड़ा
जाता है” का हवाला
देते हुए सीएम ने
बूथ प्रबंधन को संगठन की
रीढ़ बताया। सीएम योगी ने
एसआईआर अभियान को पूर्ण तत्परता
के साथ संचालित करने
के निर्देश दिए। चार महत्वपूर्ण
श्रेणियों, अनमैपिंग, मृतक, अबसेंट (अनुपस्थित) व शिफ्टेड मतदाता
पर विशेष ध्यान देते हुए उन्होंने
प्रत्येक बूथ पर दो
टीमें बनाकर घर - घर सत्यापन
कराने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि पात्र
मतदाताओं का फॉर्म भरवाकर
समय से बीएलओ को
सौंपा जाए, ताकि कोई
भी मतदाता सूची से वंचित
न रहे। संगठनात्मक तालमेल,
तकनीकी दक्षता, पारदर्शिता और सतत जनसंपर्क
को उन्होंने अभियान की कुंजी बताते
हुए कहा, “अभी जितनी मेहनत
कर लेंगे, चुनाव के समय उतनी
ही सहजता से जीत सुनिश्चित
होगी।” मुख्यमंत्री ने कहा कि
वाराणसी न सिर्फ उत्तर
प्रदेश की सांस्कृतिक राजधानी
है, बल्कि प्रधानमंत्री की प्रेरणा से
यह शहर वैश्विक मानचित्र
पर नई पहचान बना
रहा है। इसलिए हर
परियोजना में ईमानदारी, पारदर्शिता
और गुणवत्ता सर्वोच्च प्राथमिकता है।
विकास योजनाओं की गहन समीक्षा, गति और गुणवत्ता दोनों प्राथमिकता
मुख्यमंत्री योगी ने बैठक
में वाराणसी मंडल की प्रमुख
विकास परियोजनाओं की विस्तृत समीक्षा
भी की। उन्होंने अधिकारियों
को स्पष्ट निर्देश दिए कि प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी की कर्मभूमि
वाराणसी में किसी भी
परियोजना में लापरवाही, देरी
या गुणवत्ता से समझौता स्वीकार
नहीं होगा। मुख्यमंत्री ने जिन बिंदुओं
पर विशेष बल दिया,
1. सड़क
एवं
बुनियादी
ढांचा
शहर
की सड़कों, फ्लाईओवरों, रेल, सड़क क्रॉसिंग
और प्रमुख मार्गों के सुधार कार्य
को समय सीमा में
पूरा करने के निर्देश।
यातायात दबाव वाले इलाकों
में वैकल्पिक मार्गों और चौड़ीकरण योजनाओं
को तेज करने पर
जोर।
2. गंगा तटों
का
सौंदर्यीकरण
गंगा घाटों पर
सफाई, प्रकाश व्यवस्था और नेविगेशन सुविधाओं
के विस्तार पर विशेष ध्यान।
पर्यटन सुविधाओं को अंतरराष्ट्रीय मानकों
तक ले जाने की
रूपरेखा पर समीक्षा।
3. जल आपूर्ति और
सीवरेज
परियोजनाएं
बेनियाबाग,
शिवपुर और लहरतारा क्षेत्र
में चल रही पाइपलाइन
और सीवेज लाइन बिछाने की
परियोजनाओं को समय पर
पूरा करने का निर्देश।
जलभराव वाली जगहों पर
स्थायी समाधान की योजना तैयार
करने को कहा।
4. स्वास्थ्य सेवाओं
का
विस्तार
बीएचयू,
जिला अस्पताल और सामुदायिक स्वास्थ्य
केंद्रों में उपकरण, बेड
और स्टाफ की उपलब्धता की
समीक्षा। मातृ
शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रमों को और प्रभावी
बनाने के निर्देश।
5. पर्यटन और
सांस्कृतिक
विकास
काशी
विश्वनाथ धाम से लेकर
गंगा कॉरिडोर तक पर्यटन सुविधाओं
की गुणवत्ता बढ़ाने पर जोर। सांस्कृतिक
आयोजनों, प्रकाश व्यवस्था और सुरक्षा प्रबंधन
को और व्यवस्थित करने
को कहा।
6. स्मार्ट सिटी
परियोजनाएं
इंटीग्रेटेड
कमांड एंड कंट्रोल सिस्टम
(आईसीसीसी) के बेहतर उपयोग
और नई परियोजनाओं को
शीघ्र शुरू करने का
निर्देश। कचरा प्रबंधन, पार्कों
और शहरी सौंदर्यीकरण कार्यों
में तेजी पर जोर।
संगठन और प्रशासन की संयुक्त जिम्मेदारी
बैठक के अंत
में मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया
कि सभी जनप्रतिनिधि और
पदाधिकारी बूथ स्तर पर
जाकर मतदाता सूची सत्यापन की
प्रगति देखें और एसआईआर फॉर्म
जमा न करने वालों
की पहचान करें। उन्होंने कहा कि मतदाता
सूची सुधार और विकास कार्य,
दोनों ही भाजपा की
जिम्मेदारी और जनसेवा की
कसौटी हैं। इस मौके
पर मुख्यमंत्री ने कैबिनेट मंत्रियों,
सांसदों, विधायकों, जिलाध्यक्षों और पदाधिकारियों के
साथ समन्वय स्थापित करते हुए यह
संदेश दिया कि “ईमानदारी,
संगठनात्मक शक्ति और जनसंपर्क, इन्हीं
तीन स्तंभों पर 2027 की तैयारी खड़ी
होगी।” यह समीक्षा बैठक
वाराणसी में चुनावी रणनीति
और विकास गति, दोनों को
नई दिशा देने वाली
सिद्ध हुई।

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