‘वंदेभारत एक्सप्रेस’ को निशाना बनाने वाले देश की क्षमता का उड़ा रहे ‘माखौल’
पीएम
ने काशी में
किया कैंसर अस्पताल
सहित 3382 करोड़ की
विकास परियोजनाओं का
भी किया लोकार्पण
व शिलान्यास
सुरेश
गांधी
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र
मोदी ने मंगलवार
को अपने संसदीय
क्षेत्र डीएलडब्लयू में डीजल
से इलेक्ट्रिक इंजन
में चेंज हुए
ट्रेन इंजन को
हरी झंडी दिखाई।
प्रधानमंत्री ने संत
रविदास की जन्मस्थली
सीर गोवर्धन पहुंचकर
उन्हें नमन कर
प्रसाद भी ग्रहण
किया। इसके बाद
बीएचयू परिसर में 1100 करोड़
की लागत से
निर्मित मदन मोहन
मालवीय कैंसर अस्पताल व
लहरतारा स्थित होमी भाभा
कैंसर अस्पताल का
लोकार्पण किया। उनके साथ
विख्यात उद्योगपति रतन टाटा
भी थे। यह
कैंसर अस्पताल सिर्फ
10 महीने में ही
तैयार किया गया
है। बीएचयू में
स्थापित यह कैंसर
सेंटर पूर्वांचल के
लोगों के लिए
मुंबई के कैंसर
सेंटर सरीखा ही
लाभ देगा। अब
पूर्वांचल के कैंसर
के मरीजों को
इलाज के लिए
मुंबई का रुख
नहीं करना पड़ेगा।
साथ ही प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी ने
’व्हेयर लाइट इंर्ट्स
टू अर्थ’ पुस्तक का
विमोचन किया।

श्री मोदी
ने कहा कि
काशी को नए
भारत की नई
ऊर्जा का केंद्र
बनाने में हम
आज सफल हुए
हैं। उन्हे एक
आज एक ऐसे
इंजन को हरी
झंडी दिखाया है
जो पहले डीजल
से चलता था,
अब वही इंजन
बिजली से चला
करेगा। उन्होंने कहा कि
मेक इन इंडिया
के तहत किए
गये इस काम
ने एक बार
फिर दुनिया में
भारतीय वैज्ञानिक और इंजीनियरिंग
क्षमता का लोहा
मनवाया है। इस
प्रयोग के सफल
हो जाने के
बाद भारतीय रेलवे
को और सशक्त
बनाने, क्षमता और रफ्तार
बढ़ाने में मदद
मिलेगी। उन्होंने कहा कि
दिल्ली से काशी
के बीच चल
रही देश में
बनी पहली सेमी-हाईस्पीड ट्रेन, वंदे-भारत एक्सप्रेस
को कुछ लोगों
द्वारा जिस तरह
निशाना बनाया जा रहा
है, उसका मजाक
उड़ाया जा रहा
है, वो बहुत
दुखद है। उन्होंने
कहा कि क्या
वन्दे भारत ट्रेन
बनाने वाले इंजीनियर
को अपमानित करना
उचित है? मजाक
उडाने की मानसिकता
से देश के
नागरिक नौजवान को सतर्क
रहने की जरूरत
है। उन्होंने कहा
कि वंदे भारत
बनाने वाले इंजीनियरों
से हमारा माथा
ऊंचा हो रहा
है। खासकर तब
जब राष्ट्र निर्माण
में हमारे युवा
जी जान से
जुटे हैं तो
नकारात्मकता से घिरे
इन लोगों से
निराश होने की
जरूरत नहीं है।
मैं इंजीनियरों,
टेक्निशियनों की मेहनत
को नमन करता
हूं। क्योंकि वंदे
भारत बनाने वाले
इंजीनियर-प्रोफेशनल्स ही कल
भारत में बुलेट
ट्रेन भी बनाएंगे
और सफलता-पूर्वक
चलाएंगे भी। मैं
चेन्नई रेल कोच
फैक्ट्री के इंजीनियरों,
टेक्नीशियनों, हर कर्मचारी
से भी कहूंगा
कि भारत को
उन पर गर्व
है। कल आप
भारत में बुलेट
ट्रेन बनाएंगे। आपके
परिश्रम का परिणाम
है कि रेल
पटरियों को बिछाने
और दोहरीकरण का
काम दोगुनी गति
से हो रहा
है। प्रयागराज और
काशी के बीच
भी काम पूरा
हुआ है। मंडुवाडीह,
लोहता भदोही और
भदोही जंघई का
दोहरीकरण हुआ है।
स्टेशन पर भी
विकास आप अनुभव
कर रहे हैं।
सडकों के प्रोजेक्ट
पर काम हो
चुका है या
आज शुरुआत हो
रही है। पंचक्रोशी
मार्ग भी अब
सेवा के लिए
तैयार है। सडक
रेलवे के काम
बनारस और आसपास
हो रहे हैं
इससे आवाजाही हो
रही है उससे
किसान व्यापारी को
भी लाभ हो
रहा है। सड़क
और रेलवे से
जुड़े जितने भी
काम बनारस और
आसपास के क्षेत्रों
में हो रहे
हैं। इससे आवाजाही
आसान होने के
साथ ही किसानों
को और व्यापारियों
को लाभ मिल
रहा है। उहोंने
कहा कि बनारस
में और पूर्वांचल
में नए-नए
उद्यमों के लिए
रास्ते खुल रहे
हैं। पर्यटन से
लेकर तमाम सुविधाएं
बनारस की तस्वीर
बदलने वाली है।
गंगा में और
गंदगी नहीं जाएगी।
मां गंगा को
निर्मल बनाने के लिए
आप सभी ने
जो प्रयास किए
हैं उसकी प्रशंसा
दुनिया कर रही
है। काशी स्मार्ट
बनेगी और परंपरा
कायम भी रखेगी।

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